सिलीगुड़ी: उत्तर बंगाल में इन दिनों लोग नैरोबी फ्लाई और एसिड फ्लाई नामक कीट के आंतक से परेशान हैं. पिछले कुछ दिनों में इस कीट के चलते सिलीगुड़ी और दार्जिलिंग के कई क्षेत्र में लोग प्रभावित हुए हैं. लोगों के मुताबिक इस कीट के चलते उनकी त्वचा में जलन और असहनीय पीड़ा जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं. हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि इस कीट से घबराने वाली कोई बात नहीं है और चिकित्सकीय देखरेख में इसका इलाज किया जा सकता है.
क्या है नैरोबी फ्लाई?
नैरोबी फ्लाई एक अफ्रीकी कीट है, जिसमें पेडिटिन (Peditin) नामक एसिड होता है. यह किसी को काटता नहीं, लेकिन इसके शरीर में मौजूद एसिड मानव शरीर के संपर्क में आने के बाद त्वचा में जलन और पीड़ा पैदा करता है. यह कीट अत्यधिक वर्षा वाले इलाकों में पाया जाता है. इस बार हिमालय की तलहटी वाले क्षेत्रों में अच्छी वर्षा के चलते पिछले सालों के मुकाबले इनमें काफी बढ़त देखने को मिली है.
लक्षण
डॉक्टरों ने इस कीट को लेकर बताया है कि इसके संपर्क में आने से व्यक्ति की त्वचा में लाली और जलन से साथ दर्द महसूस होता है. इसके साथ कुछ लोगों में बुखार और उल्टी की समस्या भी देखने को मिल रही है. अगर किसी को शरीर में ऐसे लक्षण दिखाई दें तो वे तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें. डॉक्टरों के मुताबिक, इससे ठीक होने में व्यक्ति को 8-10 दिन का समय लग सकता है.
कैसे करें बचाव?
कीट के संपर्क में आने से बचने के लिए डॉक्टरों ने कुछ उपाय बताए हैं जो कि इस प्रकार हैं-
- फुल स्लीव की शर्ट-टी और फुल पैंट या जींस पहनें.
- रात में मच्छरदानी लगाकर सोएं.
- जंगल आदि इलाकों में जाने से बचें.
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