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तीन से पांच मिनट में चुराता था लग्जरी गाड़ियां, दिल्ली पुलिस ने शिमला से किया गिरफ्तार

सेंट्रल दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे ऑटो लिफ्टर को गिरफ्तार किया है, जो टेक्नोलॉजी का उपयाेग कर तीन से पांच मिनट में गाड़ियों की चोरी कर लेता था. मेरठ का रहने वाला आराेपी काफी शातिर है लेकिन पुलिस ने जब जाल बिछाया ताे वह फंस गया.

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Published : Oct 2, 2021, 12:00 AM IST

नई दिल्ली : Central district की एएटीएस (AATS) पुलिस ने एक ऐसे ऑटो लिफ्टर को गिरफ्तार किया है, जो टेक्नोलॉजी का उपयाेग कर तीन से पांच मिनट में गाड़ियों की चोरी कर लेता था. आराेपी की पहचान दीपक राणा के रूप में हुई है. यह उत्तर प्रदेश के मेरठ का रहने वाला है.

डीसीपी सेंट्रल (DCP Central) श्वेता चौहान के अनुसार इसे शिमला से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस को काफी समय से इसकी तलाश थी. इसने अब तक एक हजार से ज्यादा गाड़ियों की चोरी की है. लगातार हो रही वाहन चाेरी की वारदातों को देखते हुए एसआई संदीप गोदारा, एसआई माजिद खान, एएसआई अजय कुंवर पाल, हेड कॉन्स्टेबल सुरेंद्र, कॉन्स्टेबल अमित और अन्य की टीम को मामले की जांच में लगाया गया.

Central district पुलिस ने एक ऐसे ऑटो लिफ्टर को गिरफ्तार किया

जांच के दौरान पुलिस को गाड़ियों की चोरी के बाद मेरठ पहुंचाए जाने का पता चला. साथ ही बदमाश के बारे में भी पता चला. जिस पर पुलिस टीम ने 10 दिनों तक मेरठ में रहकर दिल्ली नम्बर की गाड़ियों और इसके मूवमेंट पर टेक्निकल और मैनुअल सर्विलांस लगा कर रखा. आखिरकार दीपक काे शिमला से गिरफ्तार कर लिया गया.

पूछताछ मे इसने बताया कि वो गाड़ियों की चोरी कर मोनू उर्फ चंपू को देता था जो उसे ड्राइव कर मेरठ तक पहुंचता था. उसके बाद शोएब को गाड़ियां बेच दी जाती थी. इसकी गिरफ्तारी के बाद से दोनों आरोपी फरार चल रहे हैं.

यह भी पढ़ें-कमांडेंट स्वाति शर्मा का ब्रिटिश सरकार की शेवनिंग स्कॉलरशिप के लिए हुआ चयन

आरोपी की निशानदेही पर पांच गाड़ियां बरामद की हैं. इस पर पहले से एक दर्जन मामलाें के दर्ज होने का पता चला है. पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है.

नई दिल्ली : Central district की एएटीएस (AATS) पुलिस ने एक ऐसे ऑटो लिफ्टर को गिरफ्तार किया है, जो टेक्नोलॉजी का उपयाेग कर तीन से पांच मिनट में गाड़ियों की चोरी कर लेता था. आराेपी की पहचान दीपक राणा के रूप में हुई है. यह उत्तर प्रदेश के मेरठ का रहने वाला है.

डीसीपी सेंट्रल (DCP Central) श्वेता चौहान के अनुसार इसे शिमला से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस को काफी समय से इसकी तलाश थी. इसने अब तक एक हजार से ज्यादा गाड़ियों की चोरी की है. लगातार हो रही वाहन चाेरी की वारदातों को देखते हुए एसआई संदीप गोदारा, एसआई माजिद खान, एएसआई अजय कुंवर पाल, हेड कॉन्स्टेबल सुरेंद्र, कॉन्स्टेबल अमित और अन्य की टीम को मामले की जांच में लगाया गया.

Central district पुलिस ने एक ऐसे ऑटो लिफ्टर को गिरफ्तार किया

जांच के दौरान पुलिस को गाड़ियों की चोरी के बाद मेरठ पहुंचाए जाने का पता चला. साथ ही बदमाश के बारे में भी पता चला. जिस पर पुलिस टीम ने 10 दिनों तक मेरठ में रहकर दिल्ली नम्बर की गाड़ियों और इसके मूवमेंट पर टेक्निकल और मैनुअल सर्विलांस लगा कर रखा. आखिरकार दीपक काे शिमला से गिरफ्तार कर लिया गया.

पूछताछ मे इसने बताया कि वो गाड़ियों की चोरी कर मोनू उर्फ चंपू को देता था जो उसे ड्राइव कर मेरठ तक पहुंचता था. उसके बाद शोएब को गाड़ियां बेच दी जाती थी. इसकी गिरफ्तारी के बाद से दोनों आरोपी फरार चल रहे हैं.

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आरोपी की निशानदेही पर पांच गाड़ियां बरामद की हैं. इस पर पहले से एक दर्जन मामलाें के दर्ज होने का पता चला है. पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है.

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