नई दिल्ली : भारतीय सेना द्वारा बृहस्पतिवार से आयोजित की जा रही तीन दिवसीय सैन्य संगोष्ठी के लिए नेपाली सेना के कई पूर्व अध्यक्षों को भी आमंत्रित किया गया है.
भारतीय सेना अध्यक्ष की संगोष्ठी के आठवें संस्करण में भारतीय सेना के मौजूदा और कई पूर्व अध्यक्ष शामिल होंगे और उम्मीद की जा रही है कि इस दौरान सैन्य बलों को मजबूत करने सहित विस्तृत मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा.
भारतीय सेना ने बयान में कहा, 'तीन दिवसीय कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण नेपाली सेना के पूर्व प्रमुखों को आमंत्रित करना होगा जो भारतीय सेना के मानद प्रमुख भी हैं.'
सात दशक पुरानी परंपरा के अनुसार भारतीय सेना के अध्यक्ष को नेपाल के राष्ट्रपति नेपाली सेना के 'मानद जनरल' के पद से नवाजते हैं. इसी प्रकार भारत नेपाली सेना प्रमुख को भारतीय सेना का मानद 'जनरल' पद प्रदान करता है.
सेना ने कहा कि यह संगोष्ठी भारतीय सेना के पुराने अधिकारियों और मौजूदा नेतृत्व के बीच विचारों का आदान-प्रदान करने का मंच है.
बयान में कहा,'संगोष्ठी में चर्चा भारतीय सेना में तेजी से बदलाव, आत्मनिर्भर भारत व मेक इन इंडिया के तहत रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने और आधुनिक युद्धों में मुकाबले के लिए भारतीय सैनिकों के कौशल के ईर्द-गिर्द रहेगी.'
पूर्व सेनाध्यक्ष 16 सितंबर को श्रद्धांजलि समारोह के दौरान राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे. 17 सितंबर को भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच संवाद होगा.
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यह सम्मेलन पूर्व सेना प्रमुखों और भारतीय सेना के वर्तमान नेतृत्व के बीच विचारों के आदान-प्रदान का एक मंच है. इसमें भारतीय सेना के तेजी से परिवर्तन, रक्षा निर्माण के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत एवं मेक इन इंडिया पहल के माध्यम से आत्मनिर्भरता की प्राप्ति और आधुनिक युद्धों से लड़ने के लिए भारतीय सैनिकों के कौशल का निखार जैसे विषयों पर चर्चा होगी.
सेना प्रमुख सोसाइटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स के सदस्यों के साथ भी बातचीत करेंगे जहां उन्हें भारतीय सेना और स्वदेशी निजी रक्षा निर्माताओं के बीच संस्थागत सहजीवन से अवगत कराया जाएगा. सेना प्रमुखों का टोक्यो में हाल ही में संपन्न ओलंपिक खेलों में राष्ट्र के लिए सम्मान अर्जित करने वाले विलक्षण सैनिकों से मिलने का भी कार्यक्रम है.
(पीटीआई-भाषा)