नई दिल्ली : पीएम मोदी ने लाल किले से अपने संबोधन के दौरान विस्तारवाद के नीति के लिए चीन और आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत दोनों चुनौतियों का करारा जवाब दे रहा है. देश के 75वें स्वाधीनता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह बात कही. साथ ही उन्होंने कहा कि कोई बाधा 21वीं सदी के भारत के सपनों को पूरा करने से नहीं रोक सकती.
चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा, 'आज दुनिया भारत को एक नई दृष्टि से देख रही है और इस दृष्टि के दो महत्वपूर्ण पहलू हैं. एक आतंकवाद और दूसरा विस्तारवाद. भारत इन दोनों ही चुनौतियों से लड़ रहा है और सधे हुए तरीके से बड़े हिम्मत के साथ जवाब भी दे रहा है.' उन्होंने कहा कि भारत आज अपना लड़ाकू विमान, पनडुब्बी और गगनयान भी बना रहा है और यह स्वदेशी उत्पादन में भारत के सामर्थ्य को उजागर करता है.
उन्होंने कहा, '21वीं सदी में भारत के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने से कोई भी बाधा रोक नहीं सकती. हमारी ताकत हमारी जीवटता है, हमारी ताकत हमारी एकजुटता है. हमारी प्राण शक्ति, राष्ट्र प्रथम सदैव प्रथम की भावना है.'
पीएम ने अगले 75 सप्ताह के भीतर 75 वंदेभारत रेलगाड़ियां चलाने की घोषणा की जो देश के हर कोने को आपस में जोड़ेंगी. उन्होंने कहा, 'देश ने संकल्प लिया है कि आजादी के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह में 75 वंदेभारत ट्रेनें देश के हर कोने को आपस में जोड़ रही होंगी.'
प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि देश के सभी सैनिक स्कूलों के दरवाजे अब लड़कियों के लिए भी खोले जाएंगे. देश में इस समय 33 सैनिक स्कूलों का संचालन किया जा रहा है. पीएम ने अपने भाषण में कहा कि ढाई साल पहले मिजोरम में सैनिक स्कूलों में लड़कियों के दाखिले का पहला प्रयोग किया गया था. उन्होंने कहा, 'सरकार ने अब फैसला किया है कि देश के सभी सैनिक स्कूल देश की बेटियों के लिए भी खोले जाएंगे.'
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तैयारी ?
सभी के सामर्थ्य को उचित अवसर देने को लोकतंत्र की असली भावना करार देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा 'जम्मू हो या कश्मीर, विकास का संतुलन अब जमीन पर दिख रहा है. जम्मू कश्मीर में परिसीमन आयोग का गठन हो चुका है और भविष्य में विधानसभा चुनावों के लिए भी तैयारी चल रही है.'
प्रधानमंत्री ने कहा कि लद्दाख भी विकास की अपनी असीम संभावनाओं की तरफ आगे बढ़ चला है. उन्होंने कहा, 'एक तरफ लद्दाख आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण होते देख रहा है तो वहीं दूसरी तरफ 'सिंधु केंद्रीय विश्वविद्यालय' लद्दाख को उच्च शिक्षा का केंद्र भी बनाने जा रहा है.'
ओलंपिक खिलाड़ियों ने युवा पीढ़ी को प्रेरित किया
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में कहा, 'एथलीटों पर विशेष तौर पर हम ये गर्व कर सकते हैं कि उन्होंने हमारा दिल ही नहीं जीता है लेकिन उन्होंने आने वाली पीढ़ियों को, भारत की युवा पीढ़ी को प्रेरित करने का बहुत बड़ा काम किया है.'
उन्होंने कहा,'ओलंपिक में भारत का नाम रोशन करने वाली युवा पीढी , ऐसे हमारे एथलीट , हमारे खिलाड़ी आज इस आयोजन में हमारे बीच में हैं. मैं आज देशवासियों को , जो यहां मौजूद हैं, उनको भी और हिंदुस्तान के कोने कोने से जो इस समारोह में मौजूद हैं ,उन सभी को मैं कहता हूं कि हमारे खिलाड़ियों के लिये आइये कुछ पल तालियां बजाकर उनका सम्मान करें.'
आजादी के 100 साल होने से पहले का संकल्प
देश को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने को लेकर भी पीएम मोदी ने अपनी बात रखी. उन्होंने आजादी के 100 साल पूरे होने से पहले देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प जताया. उन्होंने कहा कि देश की प्रगति और आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना जरूरी है. मोदी ने कहा कि देश आज ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर नहीं है. ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिये हर साल 12 लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च देश को करना पड़ता है.
उन्होंने कहा, 'ऊर्जा के मामले में स्वतंत्र होने के लिये भारत को ये संकल्प लेना होगा कि आजादी के 100 साल होने से पहले देश को ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बनाएंगे.'
संकल्पों की सिद्धि
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश आज से अपनी आजादी के 75वें साल में प्रवेश कर रहा है और यहां से आजादी के 100 वर्षों तक का सफर 'भारत के सृजन का अमृतकाल' है. उन्होंने कहा कि 'सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबके प्रयास' से इस लक्ष्य को हासिल करना है. उन्होंने कहा, 'भारत की विकास यात्रा में भी आज वो समय आ गया है. यहां से शुरू होकर अगले 25 वर्ष की यात्रा नए भारत के सृजन का अमृतकाल है. इस अमृतकाल में हमारे संकल्पों की सिद्धि, हमें आजादी के 100 वर्ष तक ले जाएगी.'
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार गांवों में महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के बनाये उत्पादों के लिए एक ई-वाणिज्य मंच विकसित करेगी. उन्होंने कहा, 'हम 110 आकांक्षी जिलों में सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और पोषण को बढ़ावा दे रहे हैं जो विकास के लिहाज से पीछे छूट गए थे. इनमें से कई जिले आदिवासी इलाकों में हैं.'
पूर्वोत्तर भारत का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने सरकार के प्रयासों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में कनेक्टिविटी का एक नया इतिहास लिखा जा रहा है और उन्होंने घोषणा की कि इस क्षेत्र के राज्यों की राजधानियों को रेल सेवाओं से जोड़ने का काम जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि कहा कि भले ही वह पूर्व, पूर्वोत्तर, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख सहित पूरा हिमालयी क्षेत्र, तटीय क्षेत्र या आदिवासी इलाका हो, देश के कई हिस्से भविष्य में भारत के विकास के लिए एक बड़ा आधार बनेंगे.