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जम्मू कश्मीर: 11 लोगों के खिलाफ PSA के तहत मामला दर्ज

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Published : Apr 13, 2022, 10:31 PM IST

Updated : Apr 13, 2022, 10:42 PM IST

जम्मू कश्मीर में अलगाववादी नेता अब्दुल समद इंकलाबी सहित कम से कम 11 लोगों के खिलाफ PSA के तहत मामला दर्ज किया गया है.

जम्मू कश्मीर
जम्मू कश्मीर

श्रीनगर : उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में कड़े जन सुरक्षा कानून (PSA) के तहत अलगाववादी नेता अब्दुल समद इंकलाबी सहित कम से कम 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. ये आरोपी कथित रूप से गैरकानूनी और विध्वंसक गतिविधियों में शामिल थे. उन्हें PSA के तहत गिरफ्तार कर विभिन्न जेलों में भेज दिया गया है.

जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उनमें अब्दुल समद मल्ला, कैसर अहमद पारे, जहूर अहमद डार, मो. सलीम पारे, इरफान अहमद लोन, इरफान अहमद भट्ट, नसीर अहमद पर्रे व चार अन्य शामिल हैं.

पढ़ें : पुलवामा में आतंकियों ने पंजाब के एक शख्स को गोली मारी

बता दें कि PSA एक कठोर कानून है, जिसके तहत किसी व्यक्ति को बिना किसी न्यायिक हस्तक्षेप के दो साल के लिए मामला दर्ज करते हुए कार्रवाई की जा सकती है. इस मामले में हिरासत को केवल उच्च न्यायालय में ही चुनौती दी जा सकती है. साल 1978 में पेश किया गया यह अधिनियम टिम्बर तस्करी से निपटने के लिए था. कई सालों से इस कानून का इस्तेमाल राष्ट्रविरोधी और विध्वंसक तत्वों के खिलाफ किया जाता रहा है.

श्रीनगर : उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में कड़े जन सुरक्षा कानून (PSA) के तहत अलगाववादी नेता अब्दुल समद इंकलाबी सहित कम से कम 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. ये आरोपी कथित रूप से गैरकानूनी और विध्वंसक गतिविधियों में शामिल थे. उन्हें PSA के तहत गिरफ्तार कर विभिन्न जेलों में भेज दिया गया है.

जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उनमें अब्दुल समद मल्ला, कैसर अहमद पारे, जहूर अहमद डार, मो. सलीम पारे, इरफान अहमद लोन, इरफान अहमद भट्ट, नसीर अहमद पर्रे व चार अन्य शामिल हैं.

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बता दें कि PSA एक कठोर कानून है, जिसके तहत किसी व्यक्ति को बिना किसी न्यायिक हस्तक्षेप के दो साल के लिए मामला दर्ज करते हुए कार्रवाई की जा सकती है. इस मामले में हिरासत को केवल उच्च न्यायालय में ही चुनौती दी जा सकती है. साल 1978 में पेश किया गया यह अधिनियम टिम्बर तस्करी से निपटने के लिए था. कई सालों से इस कानून का इस्तेमाल राष्ट्रविरोधी और विध्वंसक तत्वों के खिलाफ किया जाता रहा है.

Last Updated : Apr 13, 2022, 10:42 PM IST
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