नागपुर : गढ़चिरोली के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अंकित गोयल ने प्रेस वार्ता में कहा कि पुलिस को शनिवार हुई मुठभेड़ से दो दिन पहले कोर्ची तहसील के ग्यारापट्टी इलाके के मर्दिनटोला जंगल में नक्सलियों के एक शिविर के बारे में खुफिया सूचना मिली थी.
प्रेस वार्ता में गढ़चिरोली रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे. पुलिस के अधिकारी ने बताया कि जब करीब 10 घंटे बाद मुठभेड़ खत्म हुई तो कुख्यात नक्सली मिलिंद तेलतुंबडे और 25 अन्य नक्सली मारे गए थे.
अंकित गोयल ने बताया कि सी-60 कमांडो और एसएटी समेत 300 पुलिस कर्मियों की टीम ने अतिरिक्त एसपी सौम्या मुंडे के साथ मिलकर नक्सल रोधी अभियान शुरू किया. उन्होंने बृहस्पतिवार रात मर्दिनटोला जंगल में तलाशी अभियान शुरू किया. शनिवार सुबह करीब छह बजे 100 से अधिक नक्सलियों ने सी-60 कमांडो और विशेष कार्रवाई दल (एसएटी) के जवानों पर अपने अत्याधुनिक हथियारों से भारी गोलीबारी शुरू कर दी.
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में 26 नक्सली मारे गए और चार सुरक्षाकर्मी जख्मी हुए हैं. गोयल ने कहा कि आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों की मदद से अबतक 16 शवों की पहचान की गई है. उन्होंने कहा कि मारे गए कई नक्सलियों के सिर पर बड़ा इनाम था जिसमें शीर्ष माओवादी सरगना मिलिंद तेलतुंबडे शामिल है, जिसके सिर पर 50 लाख रुपये का इनाम था.
गोयल ने कहा कि मिलिंद तेलतुंबडे के मारे जाने से न केवल महाराष्ट्र में बल्कि पूरे भारत में नक्सलवाद बहुत बुरी तरह प्रभावित होगा. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इससे पहले दिन में बताया था कि तेलतुंबडे एल्गार परिषद-माओवादी संबंध मामले में भी एक वांछित आरोपी था.
(पीटीआई-भाषा)