लखनऊ: खर्राटे और दिन में नींद को नजरअंदाज न करें. आपको ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया हो सकता है. यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें असामान्य श्वास के कारण नींद बाधित होती है. स्लीप एपनिया में, वायुमार्ग द्वारा हवा के प्रवाह को अवरुद्ध करने से श्वास बाधित होती है. ये रुकावटें 10 सेकंड से अधिक समय तक चलती हैं और आपकी नींद के दौरान एक घंटे में कम से कम पांच बार होती हैं. यह बातें लोहिया संस्थान के निदेशक प्रो. सीएम सिंह ने कहीं. उन्होंने पल्मोनरी मेडिसिन विभाग में नवनिर्मित डायग्नोस्टिक और इंटरवेंशनल पल्मोनरी मेडिसिन यूनिट का उद्घाटन किया.
अगर आपको भी आते हैं सोते समय खर्राटे, तो हो जाएं सावधान; स्लीप एपनिया का खतरा
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Sep 21, 2024, 5:17 PM IST
लखनऊ: खर्राटे और दिन में नींद को नजरअंदाज न करें. आपको ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया हो सकता है. यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें असामान्य श्वास के कारण नींद बाधित होती है. स्लीप एपनिया में, वायुमार्ग द्वारा हवा के प्रवाह को अवरुद्ध करने से श्वास बाधित होती है. ये रुकावटें 10 सेकंड से अधिक समय तक चलती हैं और आपकी नींद के दौरान एक घंटे में कम से कम पांच बार होती हैं. यह बातें लोहिया संस्थान के निदेशक प्रो. सीएम सिंह ने कहीं. उन्होंने पल्मोनरी मेडिसिन विभाग में नवनिर्मित डायग्नोस्टिक और इंटरवेंशनल पल्मोनरी मेडिसिन यूनिट का उद्घाटन किया.