पन्ना: विंध्य पर्वत श्रृंखला की तलहटी में बसा कलेही माता मंदिर देश भर में विख्यात है. यह पन्ना जिले के पवई में स्थित है, जहां नवरात्र पर श्रद्धालु मनोकामना लेकर दर्शन करने पहुंचते हैं. बताया जाता है कि माता की विलक्षण प्रतिमा 14वीं से 16वीं शताब्दी के बीच की चंदेलकालीन है. दुर्गा सप्तशती में वर्णित 9 देवियों में मां कलेही सप्तम देवी कालरात्रि हैं. यहां भक्त मन्नते लेकर आते हैं और सच्चे मन से मां कलेही की आराधना कर श्रीफल को लाल चुनरी में बांध देते हैं. मान्यता है कि मां की परिक्रमा करने से भक्तों की पुकार सुनती है.
माता कलेही के दर्शन पाने देश भर से पन्ना पुहंच रहे श्रद्धालु, विराजमान है चंदेलकालीन प्रतिमा
By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : Oct 3, 2024, 2:02 PM IST
पन्ना: विंध्य पर्वत श्रृंखला की तलहटी में बसा कलेही माता मंदिर देश भर में विख्यात है. यह पन्ना जिले के पवई में स्थित है, जहां नवरात्र पर श्रद्धालु मनोकामना लेकर दर्शन करने पहुंचते हैं. बताया जाता है कि माता की विलक्षण प्रतिमा 14वीं से 16वीं शताब्दी के बीच की चंदेलकालीन है. दुर्गा सप्तशती में वर्णित 9 देवियों में मां कलेही सप्तम देवी कालरात्रि हैं. यहां भक्त मन्नते लेकर आते हैं और सच्चे मन से मां कलेही की आराधना कर श्रीफल को लाल चुनरी में बांध देते हैं. मान्यता है कि मां की परिक्रमा करने से भक्तों की पुकार सुनती है.