हैदराबाद: जापान के वैज्ञानिकों की एक टीम ने दुनिया की पहली एंडोस्कोपी सिस्टम को डेवलप की है, जो अदृश्य को देख सकती है और काफी प्रोग्रेसिव मेडिकल प्रोसेस के परिणामों को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है. यह प्रणाली हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजिंग (एचएसआई) में सक्षम है. वास्तव में यह एक ऐसी तकनीक है, जो किसी दिए गए जानकारी को कैप्चर के साथ संशोधित भी कर सकती है.
बता दें कि मैग्नेट स्पेक्ट्रम पावर दृश्यमान से लेकर हजारों-नैनोमीटर से अधिक तरंग दैर्ध्य तक हर स्तर के ओटीएन तरंग दैर्ध्य और सामान्य दृश्यमान सेंसिटिव कैप्चर को कैमरे में खोने से बचा सकते हैं. उपलब्ध लेंस कमाल के हैं, जो कि बेहद सूक्ष्म उत्तकों को भी कैद कर सकता है. जबकि कई प्रकार के एचएसआई उपकरण भी विकसित किए गए हैं.
जापान में टोक्यो यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस (टीयूएस) और रिकेन की टीम के अनुसार नई सिस्टम के मूल में एक सुपरकॉन्टिनम (एससी) लाइट सोर्स और एक ऑप्टो ट्यून करने योग्य फिल्टर (एओटीएफ) है जो खास तरंग दैर्ध्य को छोड़ता है और इससे सूक्ष्म तस्वीरें भी आसानी के साथ ली जा सकती है. टीयूएस के प्रोफेसर हिरोशी ताकेमुरा ने कहा कि लाइट सोर्स हाई व्हाइट रोशनी प्रोडक्ट कर सकता है, जबकि एओटीएफ एक स्पेशल तरंग दैर्ध्य वाले प्रकाश को निकाल सकता है.
उन्होंने कहा कि यह संयोजन प्रकाश गाइड को आसान प्रकाश संचरण और एक मिली सेकंड के भीतर तरंग दैर्ध्य की एक सीरीज के बीच इलेक्ट्रिक रूप से स्विच करने की क्षमता प्रदान करता है. इसके साथ ही टीम ने बताया कि वे भविष्य में ऐसे कई सिस्टम के लिए काम कर रहे हैं.