हैदराबाद: रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने गुरुवार को रिलायंस इंडिया लिमिटेड (RIL) की 47वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि Jio ऐसे टूल और प्लेटफॉर्म का एक सेट विकसित कर रहा है, जो संपूर्ण एआई जीवनचक्र को कवर करता है. हमने इसे Jio Brain का नाम दिया है.
मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस गुजरात के जामनगर में गीगावाट-स्केल एआई-रेडी डेटा सेंटर स्थापित करेगी, जो कंपनी की हरित ऊर्जा से संचालित होगा. उन्होंने कहा कि "हम देश भर में अपने कैप्टिव स्थानों पर अनेक एआई अनुमान फेसेलिटी बनाने की योजना बना रहे हैं, जिसे हम बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए बढ़ाएंगे."
मुकेश अंबानी ने कहा कि "रिलायंस का लक्ष्य दुनिया की सबसे कम एआई इंफ़रेंसिंग लागत बनाना है. हम एआई को लोकतांत्रिक बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम एआई अनुप्रयोगों को और अधिक किफायती बनाने के लिए अग्रणी वैश्विक कंपनियों के साथ साझेदारी करेंगे."
क्या है Jio Brain: रिलायंस इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि Jio Brain कंपनी को जियो में एआई अपनाने में तेजी लाने, तेजी से निर्णय लेने, अधिक सटीक भविष्यवाणियां करने और ग्राहकों की जरूरतों को बेहतर ढंग से समझने में सक्षम बनाएगा.
उन्होंने कहा कि "हम अन्य रिलायंस ऑपरेटिंग कंपनियों में भी इसी तरह का परिवर्तन लाने और उनकी AI यात्रा को भी तेजी से आगे बढ़ाने के लिए Jio Brain का इस्तेमाल करना शुरू कर रहे हैं." अंबानी ने कहा कि "मुझे उम्मीद है कि रिलायंस के भीतर जियो ब्रेन को परिपूर्ण बनाकर, हम एक शक्तिशाली एआई सेवा मंच तैयार करेंगे, जिसे हम अन्य उद्यमों को भी प्रदान कर सकते हैं."
क्या है Jio AI-क्लाउड: मुकेश अंबानी ने अपनी Jio AI-Cloud सेवा के लिए दिवाली ऑफर की घोषणा की है, जिसमें जियो उपयोगकर्ताओं के लिए 100 जीबी मुफ्त स्टोरेज की पेशकश की गई. अंबानी ने कहा कि "हम इस साल दिवाली से Jio AI-क्लाउड वेलकम ऑफर शुरू करने की योजना बना रहे हैं, जो एक शक्तिशाली और किफायती समाधान लेकर आएगा."
उन्होंने कहा कि "यहां क्लाउड डेटा स्टोरेज और डेटा-संचालित एआई सेवाएं हर जगह सभी के लिए उपलब्ध होंगी. जियो उपयोगकर्ताओं को अपने सभी फ़ोटो, वीडियो, दस्तावेज़, अन्य सभी डिजिटल सामग्री और डेटा को सुरक्षित रूप से संग्रहीत और एक्सेस करने के लिए 100 जीबी तक मुफ्त क्लाउड स्टोरेज मिलेगा."
उन्होंने कहा कि "डिजिटल हमारे इन-हाउस शोध का एक और प्रमुख क्षेत्र है. हमने 6G, 5G, AI-लार्ज लैंग्वेज मॉडल, AI-डीप लर्निंग, बिग डेटा, डिवाइस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और नैरोबैंड-IoT में पेटेंट दायर किए हैं." उन्होंने आश्वासन दिया कि रिलायंस का चल रहा तकनीक-संचालित परिवर्तन कंपनी को हाइपर-ग्रोथ की एक नई कक्षा में ले जाएगा और आने वाले वर्षों में इसके मूल्य को कई गुना बढ़ाएगा.