हैदराबाद: इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस किफायती इस्तेमाल और रखरखाव से ज्यादा समय तक चलते हैं. स्मार्टफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को गिरने से बचाना चाहिए, क्योंकि ज्यादातर डिवाइस गिरने से ही खराब होते हैं. हालांकि, हर फोन या डिवाइस की अपनी लाइफ भी होती है और एक समय बाद वह इस्तेमाल के लायक नहीं रह जाते. लेकिन इससे पहले ही कुछ संकेत नजर आने लगते हैं कि आपका फोन अब पुराना हो गया है, जैसे- परफॉर्मेंस या स्पीड कम हो जाना, डिस्प्ले में समस्याएं, बैटरी की चार्जिंग तेजी से खत्म होना आदि.
वैसे तो आधिकारिक तौर पर स्मार्टफोन पर कोई एक्सपायरी डेट नहीं दी जाती है. लेकिन 3-4 साल बाद स्मार्टफोन में सॉफ्टवेयर अपडेट आने बंद हो जाते हैं, जिसकी वजह से फोन की उपयोगिता खत्म हो जाती है. ऐसे स्मार्टफोन में ज्यादातर सॉफ्टवेयर सपोर्ट नहीं करते हैं और आपको नया स्मार्टफोन लेने की जरूरत पड़ती है. सॉफ्टवेयर अपडेट की समय सीमा फोन के बॉक्स पर लिखी मैनुफैक्चरिंग डेट से ही शुरू हो जाता है.
अगर डिवाइस की लाइफ की बात करें तो आम तौर पर स्मार्टफोन की लाइफ 3-5 साल होती है, लेकिन गुणवत्ता, रखरखाव और यूज के हिसाब से यह कम या ज्यादा हो सकती है. भारी यूज जैसे, गेमिंग, वीडियो स्ट्रीमिंग से 2-3 साल में ही बैटरी खराब हो सकती है और परफॉर्मेंस की समस्या हो सकती है. सामान्य उपयोग से स्मार्टफोन की लाइफ बढ़ सकती है और 6 साल से भी ज्यादा समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है. माना जाता है कि भरोसेमंद ब्रांड के स्मार्टफोन की लाइफ 4-8 साल तक भी हो सकती है.
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