ऋषिकेश: अपनी कंपनी के कर्मचारियों के साथ शिवपुरी पहुंचा एक प्रोजेक्ट मैनेजर गंगा में खड़े होने के दौरान बह गया. जबकि प्रोजेक्ट मैनेजर को बचाने गंगा में उतरे साथी को स्थानीय लोगों ने डूबने से बचा लिया. एसडीआरएफ और जल पुलिस प्रोजेक्ट मैनेजर के लिए सर्च अभियान चला रही है. घटना रविवार सुबह करीब 10 बजे की है.
ऋषिकेश से सटे टिहरी के मुनिकीरेती थाना और एसडीआरएफ से मिली जानकारी के मुताबिक, 40 वर्षीय अंकुर गोयल निवासी वीरनगर, मेरठ अपनी कंपनी के 35 लोगों के साथ 10 मई को ऋषिकेश और शिवपुरी घूमने के लिए पहुंचा. 12 मई को अंकुर गोयल अपने साथी अक्षय निवासी हमीरपुर, हिमाचल के साथ ब्रह्मपुरी आया और गंगा में नहाने उतर गया. इस दौरान नदी में खड़े होने के दौरान अंकुर गोयल बहाव तेज होने की वजह से बहने लगा. अंकुर को बचाने के लिए अक्षय ने भी नदी में छलांग लगा दी. लेकिन वह भी तेज बहाव की वजह से बहने लगा.
दोनों को बहता देख स्थानीय लोगों ने किसी तरह अक्षय का हाथ पकड़ लिया और उसे गंगा से बाहर खींच लिया. इससे उसकी जान तो बच गई. लेकिन अंकुर गंगा के तेज बहाव में देखते ही देखते आंखों से ओझल हो गया. सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और अक्षय की तलाश के लिए गंगा में सर्च ऑपरेशन चलाना शुरू किया.
मुनिकीरेती इंस्पेक्टर रितेश शाह और एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर कविंद्र सजवाण ने बताया कि फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है. अभी तक अंकुर गोयल का कुछ पता नहीं चला है. उधर घटना के बाद से कंपनी के कर्मचारियों के बीच मायूसी है.
बता दें कि ऋषिकेश घूमने आ रहे पर्यटक आए दिन गंगा में डूब कर अपनी जान गंवा रहे हैं. जबकि पुलिस प्रशासन के द्वारा गंगा किनारे चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए हैं. उसके बावजूद भी पर्यटक चेतावनी को नजरंदाज करके गंगा नदी में लापरवाही से नहाने चले जाते हैं. नतीजा पर्यटकों की गंगा में डूबने की घटनाएं लगातार रिकॉर्ड की जा रही हैं.
ये भी पढ़ेंः ऋषिकेश में गंगा में डूबे बिहार और दिल्ली के युवक, SDRF और पुलिस का सर्च ऑपेशन जारी