लखनऊ : उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग में अवर अभियंता की भर्ती में डिप्लोमा के साथ डिग्रीधारक इंजीनियरों को भी शामिल करने को लेकर डिप्लोमाधारी युवाओं ने हंगामा कर दिया. लोक निर्माण विभाग के राजभवन के सामने स्थित मुख्यालय में सैकड़ो की संख्या में डिप्लोमाधारी धरना प्रदर्शन करने जुटे हैं. इन लोगों का आरोप है कि उच्च स्तर पर बनाए गए नियमों को किनारे कर कर विभाग के विभाग अध्यक्ष अपने संवर्ग को आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं.जिसकी वजह से डिप्लोमा करने वाले इंजीनियरों के साथ अन्याय हो रहा है.
बताया जा रहा है कि आचार संहिता लागू होने से पहले इस संबंध में आदेश जारी किया जा सकता है. इसलिए दबाव बनाने के लिए सैकड़ो की संख्या में डिप्लोमा होल्डर लोक निर्माण विभाग के मुख्यालय में जमा हुए हैं. यहां H.O.D.के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जा रही है. जिससे विभाग के रोजाना के कामकाज प्रभावित हो रहे हैं. अफसर के दफ्तरों को बाहर से घेरा जा रहा है. उत्तर प्रदेश डिप्लोमा इंजीनियर संघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि इस संबंध में उच्च स्तरीय आदेश है मानक बने हुए हैं. लोक निर्माण विभाग में जूनियर इंजीनियर की भर्ती को लेकर केवल डिप्लोमाधारी ही अप्लाई कर सकते हैं. डिग्री धारकों को आगे बढ़ा रहा है. इसलिए डिप्लोमा करने वाले युवा आंदोलन है उनके अधिकार को मारा जा रहा है. हर हाल में विभाग अध्यक्ष को या जबरदस्ती का फैसला वापस लेना होगा. वरना हम लोग और बड़ा आंदोलन करेंगे और इसको लखनऊ से बाहर निकाल कर पूरे प्रदेश के मुख्यालयों में आयोजित किया जाएगा.
लोक निर्माण विभाग में पूरे प्रदेश में करीब 5000 अवर अभियंता तैनात हैं. शुरू से ही डिप्लोमा धारी इंजीनियरों को इसमें वरीयता दी जाती है. सहायक अभियंता स्तर से डिग्री धारक इंजीनियरों की भर्ती की जाती है. मुख्य तौर पर यह डिप्लोमा और डिग्री धारक इंजीनियरों के बीच की लड़ाई है. जिसकी वजह से यह पूरा मामला गंभीर मोड़ लेता जा रहा है. डिप्लोमा करने वाले इंजीनियर चाहते हैं कि आचार संहिता लागू होने से पहले संबंध में कोई फैसला हो जाए. वरना अगले 6 महीने के लिए या भर्ती प्रक्रिया ठप हो जाएगी.