वाराणसी: बनारस के फ्लाईओवर्स के नीचे गंदगी नहीं, खूबसूरती दिखेगी. कभी अवैध मंडियों, अतिक्रमण और जाम का सबब बनीं ये जगहें अब संवरने जा रही हैं. योगी सरकार ऐसी जगहों को बच्चों के लिए एयर कंडीशन गेमिंग जोन में तब्दील कर रही है. अतिक्रमण का शिकार ककरमत्ता फ्लाईओवर के नीचे के स्थान को सरकार ने उपयोगी बनाने की तैयारी कर ली है. लोगों की सुविधा के लिए पार्क व पार्किंग की सहिलयत भी यहां मिलेगी. इसके साथ ही यहां काशी की विरासत समेटे हुए कई स्कल्पचर दिखाई देंगे. लैंड स्केपिंग से इस एरिया को और खूबसूरत बनाया जा रहा है. सितंबर अंत तक ककरमत्ता प्रोजेक्ट का पहला चरण पूरा होने की संभावना है. इसके बाद टेंडर निकालकर कंपनियां आमंत्रित की जाएंगी. इस साल दिसंबर तक फन जोन चालू होने के आसार हैं.
योगी सरकार बनारस में सड़क के बीचोंबीच फ्लाईओवर के नीचे बच्चों के खेलने के लिए स्पोर्ट्स प्लाजा या गेमिंग जोन का निर्माण करा रही है. कभी अतिक्रमण का शिकार रही ये जगहें अब जनता के उपयोग में आएंगी. नगर आयुक्त अक्षत वर्मा के मुताबिक ककरमत्ता फ्लाईओवर के नीचे लगभग एक करोड़ की लागत से करीब 100 मीटर की खाली जगह में बच्चों के लिए गेमिंग जोन बनाया जा रहा है.
प्रोजेक्ट की खास बातें
- फ्लाईओवर के नीचे शतरंज, कैरम बोर्ड, टेबल टेनिस आदि इनडोर गेम की सुविधा.
- चारपहिया और दोपहिया पार्किंग गाड़ियों के लिए पार्किंग-शौचालय.
- सितंबर के अंत तक ककरमत्ता फ्लाईओवर प्रोजेक्ट का पहला चरण पूरा होगा.
- इसकी सफलता के बाद बाकी 6 फ्लाईओवर के लिए भी लागू होगा.
मिलेंगी ये सुविधाएं : गेमिंग प्लाजा वातानुकूलित होगा और इसमें सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे. यहां बच्चे शतरंज, कैरम बोर्ड, टेबल टेनिस आदि इनडोर गेम खेलेंगे. इसके अलावा, चारपहिया और दोपहिया पार्किंग गाड़ियों के लिए पार्किंग व शौचालय भी होगा. फ्लाईओवर के नीचे लैंडस्कैपिंग भी की जा रही है. काशी की संस्कृति और विरासत की थीम पर स्कल्पचर बनाया जाएगा.
कंपनियां की जाएंगी आमंत्रित: बताया जा रहा है कि प्रोजेक्ट का पहला चरण पूरा होने के बाद फन जोन के लिए निविदा निकाली जाएगी. इसके बाद शुल्क तय किया जाएगा. ककरमत्ता प्रोजेक्ट के पूरी तरह से चालू होने में दिसंबर तक का इंतजार करना पड़ सकता है. इसके बाद बनारस में निर्माणाधीन 2 फ्लाईओवर सहित कुल 6 के नीचे यह प्रोजेक्ट लागू हो सकता है. यह पहले प्रोजेक्ट की सफलता पर निर्भर करेगा.
योजना का होगा प्रसार: नगर आयुक्त ने बताया कि प्रदेश में यह अनूठा प्रयोग हो रहा है. इस योजना के सफल होने के बाद वाराणसी के अन्य अतिक्रमण और अनुपयोगी स्थानों को भी चिह्नित किया जाएगा. जनता की सहूलियत के लिए अनुपयोगी स्थानों का चयन करके विभिन्न तरह की योजनाओं के जरिए विकास करके इसे जनता के लिए उपयोगी बनाया जाएगा. वहीं बताया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने और इसके परिणाम देखने के बाद शहर के 2 निर्माणाधीन सहित कुल 6 फ्लाईओवर के नीचे यह लागू हो सकता है.