ETV Bharat / state

महिलाओं को हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने की ताकत दे रहा UP वुमेन पॉवर हेल्पलाइन, इस जिले में आए इतने मामले - women safety Yogi government

author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 8, 2024, 11:00 AM IST

महिलाओं की सुरक्षा को लेकर योगी सरकार अलर्ट है. शत-प्रतिशत महिलाओं की शिकायतों का निस्तारण करने में यूपी पूरे देश में अव्वल है.

Etv Bharat
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर योगी सरकार अलर्ट (photo credit-Etv Bharat)

लखनऊ: महिलाओं को सम्मान देने के साथ-साथ योगी सरकार उनकी सुरक्षा पर भी ध्यान दे रही है. यही वजह है कि महिला संबंधी मामलों के निस्तारण में उत्तर प्रदेश पूरे देश में अव्वल है. पिछले कई वर्षों से यह उपलब्धि प्रदेश के पास ही है. इसमें उत्तर प्रदेश वुमेन पॉवर हेल्पलाइन का खासा योगदान है.

वुमेन पॉवर हेल्पलाइन (1090) के वर्ष 2023 के आंकड़ों पर गौर करें तो विभाग ने शत-प्रतिशत महिलाओं की शिकायतों का निस्तारण कर सीएम योगी के विजन को मिशन के रूप में धरातल पर उतारा है. विभाग ने पिछले 19 माह में 6 लाख से अधिक शिकायतों का निस्तारण किया है. इसमें वर्ष-2023 में शत-प्रतिशत यानी 4,09,434 में से 4,09,433 शिकायतों का निस्तारण किया गया, जबकि एक कॉल को डिफॉल्ट पाया गया है. वहीं, वर्ष 2024 में 30 अगस्त तक हेल्पलाइन पर 83.92 प्रतिशत मामलों का निस्तारण किया गया. इस दौरान कुल 3,04,481 कॉल रजिस्टर्ड की गयीं, जिसमें से 2,55,535 मामलों को निस्तारित किया गया.

2023 में 1,122 मामलाें का किया गया निस्तारण: वुमेन पॉवर हेल्पलाइन की एडीजी पद्मजा चौहान ने बताया, कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरुप प्राथमिकताओं के आधार पर महिला संबंधी शिकायतों का निस्तारण किया जा रहा है. इसके साथ ही उन्हे तत्काल सहायता भी पहुंचाई जा रही है. उन्होंने बताया, कि पिछले वर्ष 2023 में प्रतिदिन औसतन 1,122 शिकायतों का निस्तारण किया गया. जबकि 1,70,734 शिकायतों को काउंसिलिंग के जरिये निस्तारित किया गया. वहीं 62,667 मामलों में एफआईआर दर्ज की गयी

यह भी पढ़े-कोलकाता रेप केस के बाद महिला सुरक्षा को लेकर यूपी सरकार अलर्ट, ऑफिस में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निर्देश जारी - Kolkata Rape Case

इसके अलावा शेष सभी अन्य कॉल्स को संबंधित विभाग (डायल-112, फायर डिपार्टमेंट, अपराध जगत आदि) में हस्तांतरित कर तत्काल सहायता दिलाई गई. पिछले वर्ष सबसे अधिक इंटरनेट/सोशल मीडिया से संबंधित 56,973 शिकायतें दर्ज की गईं. इसका रेश्यो कुल शिकायतों का 13.92 प्रतिशत रहा. इसी तरह परिवार संबंधी 5,460 मामले आए हैं. इसे ऑनलाइन फैमिली काउंसिलिंग के जरिए निस्तारित किया गया. इसका रेश्यो कुल शिकायतों का 1.33 प्रतिशत है. इसके अलावा पीछे करने के 994 मामले आए हैं, जिसका रेश्यो कुल शिकायतों का 0.24 प्रतिशत है.

सबसे अधिक लखनऊ से 40,972 मामले आए. जबकि दूसरे नंबर पर कानपुर नगर से 18,358 मामले, तीसरे नंबर पर प्रयागराज से 14,698 मामले, चौथे नंबर पर आजमगढ़ से 12,388 मामले और पांचवें नंबर पर गोरखपुर से 12,354 मामले आए. इसी तरह सबसे अधिक लखनऊ के थानों को कार्रवाई के लिए 5,547 मामले ट्रांसफर किए गए. जबकि दूसरे नंबर पर कानपुर नगर को 3,218, तीसरे नंबर पर प्रयागराज को 2,495 मामले, चौथे नंबर पर उन्नाव को 1,865 और पांचवें नंबर पर जौनपुर को 1,857 मामले थानों को कार्रवाई के लिए ट्रांसफर किए गए.

काउंसिलिंग के जरिए 1,70,734 मामलों को किया गया निस्तारित: वुमेन पावर हेल्पलाइन के मीडिया को-आर्डिनेटर विनोद यादव ने बताया कि इस वर्ष जनवरी से 30 अगस्त तक हेल्पलाइन पर 3,04,481 कॉल रजिस्टर्ड की गईं. इसमें से 2,55,535 मामले को निस्तारित किया गया, जिसका रेश्यो 83.92 प्रतिशत रहा. वहीं शेष अन्य कॉल को युद्धस्तर पर निस्तारित करने की दिशा का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने बताया, कि प्रतिदिन औसतन 1,047 शिकायतों का निस्तारण किया गया. जबकि 1,70,734 शिकायतों को काउंसिलिंग के जरिए निस्तारित किया गया.

वहीं 36,260 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई. इसके अलावा शेष सभी अन्य कॉल्स को संबंधित विभाग (डायल-112, फायर डिपार्टमेंट, अपराध संबंधी आदि) में हस्तांतरित कर तत्काल सहायता दिलाई गई. अगस्त तक सबसे अधिक इंटरनेट/सोशल मीडिया से संबंधित 43,894 शिकायतें दर्ज की गई, जिसका रेश्यो कुल शिकायतों का 14.42 प्रतिशत रहा. इसी तरह परिवार संबंधी 3,352 मामले आए, जिसे ऑनलाइन फैमिली काउंसिलिंग के जरिये निस्तारित किया गया. जिसका रेश्यो कुल शिकायतों का 1.10 प्रतिशत है.

इसके अलावा पीछा करने के 558 मामले आए, जिसका रेश्यो कुल शिकायतों का 0.18 प्रतिशत है. वहीं सबसे अधिक लखनऊ से 31,729 मामले आए जबकि दूसरे नंबर पर कानपुर नगर से 14,341 मामले, तीसरे नंबर पर प्रयागराज से 11,694 मामले, चौथे नंबर पर आजमगढ़ से 10,186 मामले और पांचवें नंबर पर गोरखपुर से 9,760 मामले आए. इसी तरह सबसे अधिक लखनऊ के थानों को कार्रवाई के लिए 3,820 मामले ट्रांसफर किये गए जबकि दूसरे नंबर पर कानपुर नगर में 2,270, तीसरे नंबर पर प्रयागराज में 1,764 मामले, चौथे नंबर पर गोरखपुर में 1,284 और पांचवें नंबर पर उन्नाव में 1,259 मामले को थानों पर कार्रवाई के लिए ट्रांसफर किया गया.

इसे भी पढ़े-योगी सरकार की योजना, अगले दो साल में उत्तर प्रदेश के 2 करोड़ परिवारों को रोजगार दिलाएगी - Jobs in UP

लखनऊ: महिलाओं को सम्मान देने के साथ-साथ योगी सरकार उनकी सुरक्षा पर भी ध्यान दे रही है. यही वजह है कि महिला संबंधी मामलों के निस्तारण में उत्तर प्रदेश पूरे देश में अव्वल है. पिछले कई वर्षों से यह उपलब्धि प्रदेश के पास ही है. इसमें उत्तर प्रदेश वुमेन पॉवर हेल्पलाइन का खासा योगदान है.

वुमेन पॉवर हेल्पलाइन (1090) के वर्ष 2023 के आंकड़ों पर गौर करें तो विभाग ने शत-प्रतिशत महिलाओं की शिकायतों का निस्तारण कर सीएम योगी के विजन को मिशन के रूप में धरातल पर उतारा है. विभाग ने पिछले 19 माह में 6 लाख से अधिक शिकायतों का निस्तारण किया है. इसमें वर्ष-2023 में शत-प्रतिशत यानी 4,09,434 में से 4,09,433 शिकायतों का निस्तारण किया गया, जबकि एक कॉल को डिफॉल्ट पाया गया है. वहीं, वर्ष 2024 में 30 अगस्त तक हेल्पलाइन पर 83.92 प्रतिशत मामलों का निस्तारण किया गया. इस दौरान कुल 3,04,481 कॉल रजिस्टर्ड की गयीं, जिसमें से 2,55,535 मामलों को निस्तारित किया गया.

2023 में 1,122 मामलाें का किया गया निस्तारण: वुमेन पॉवर हेल्पलाइन की एडीजी पद्मजा चौहान ने बताया, कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरुप प्राथमिकताओं के आधार पर महिला संबंधी शिकायतों का निस्तारण किया जा रहा है. इसके साथ ही उन्हे तत्काल सहायता भी पहुंचाई जा रही है. उन्होंने बताया, कि पिछले वर्ष 2023 में प्रतिदिन औसतन 1,122 शिकायतों का निस्तारण किया गया. जबकि 1,70,734 शिकायतों को काउंसिलिंग के जरिये निस्तारित किया गया. वहीं 62,667 मामलों में एफआईआर दर्ज की गयी

यह भी पढ़े-कोलकाता रेप केस के बाद महिला सुरक्षा को लेकर यूपी सरकार अलर्ट, ऑफिस में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निर्देश जारी - Kolkata Rape Case

इसके अलावा शेष सभी अन्य कॉल्स को संबंधित विभाग (डायल-112, फायर डिपार्टमेंट, अपराध जगत आदि) में हस्तांतरित कर तत्काल सहायता दिलाई गई. पिछले वर्ष सबसे अधिक इंटरनेट/सोशल मीडिया से संबंधित 56,973 शिकायतें दर्ज की गईं. इसका रेश्यो कुल शिकायतों का 13.92 प्रतिशत रहा. इसी तरह परिवार संबंधी 5,460 मामले आए हैं. इसे ऑनलाइन फैमिली काउंसिलिंग के जरिए निस्तारित किया गया. इसका रेश्यो कुल शिकायतों का 1.33 प्रतिशत है. इसके अलावा पीछे करने के 994 मामले आए हैं, जिसका रेश्यो कुल शिकायतों का 0.24 प्रतिशत है.

सबसे अधिक लखनऊ से 40,972 मामले आए. जबकि दूसरे नंबर पर कानपुर नगर से 18,358 मामले, तीसरे नंबर पर प्रयागराज से 14,698 मामले, चौथे नंबर पर आजमगढ़ से 12,388 मामले और पांचवें नंबर पर गोरखपुर से 12,354 मामले आए. इसी तरह सबसे अधिक लखनऊ के थानों को कार्रवाई के लिए 5,547 मामले ट्रांसफर किए गए. जबकि दूसरे नंबर पर कानपुर नगर को 3,218, तीसरे नंबर पर प्रयागराज को 2,495 मामले, चौथे नंबर पर उन्नाव को 1,865 और पांचवें नंबर पर जौनपुर को 1,857 मामले थानों को कार्रवाई के लिए ट्रांसफर किए गए.

काउंसिलिंग के जरिए 1,70,734 मामलों को किया गया निस्तारित: वुमेन पावर हेल्पलाइन के मीडिया को-आर्डिनेटर विनोद यादव ने बताया कि इस वर्ष जनवरी से 30 अगस्त तक हेल्पलाइन पर 3,04,481 कॉल रजिस्टर्ड की गईं. इसमें से 2,55,535 मामले को निस्तारित किया गया, जिसका रेश्यो 83.92 प्रतिशत रहा. वहीं शेष अन्य कॉल को युद्धस्तर पर निस्तारित करने की दिशा का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने बताया, कि प्रतिदिन औसतन 1,047 शिकायतों का निस्तारण किया गया. जबकि 1,70,734 शिकायतों को काउंसिलिंग के जरिए निस्तारित किया गया.

वहीं 36,260 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई. इसके अलावा शेष सभी अन्य कॉल्स को संबंधित विभाग (डायल-112, फायर डिपार्टमेंट, अपराध संबंधी आदि) में हस्तांतरित कर तत्काल सहायता दिलाई गई. अगस्त तक सबसे अधिक इंटरनेट/सोशल मीडिया से संबंधित 43,894 शिकायतें दर्ज की गई, जिसका रेश्यो कुल शिकायतों का 14.42 प्रतिशत रहा. इसी तरह परिवार संबंधी 3,352 मामले आए, जिसे ऑनलाइन फैमिली काउंसिलिंग के जरिये निस्तारित किया गया. जिसका रेश्यो कुल शिकायतों का 1.10 प्रतिशत है.

इसके अलावा पीछा करने के 558 मामले आए, जिसका रेश्यो कुल शिकायतों का 0.18 प्रतिशत है. वहीं सबसे अधिक लखनऊ से 31,729 मामले आए जबकि दूसरे नंबर पर कानपुर नगर से 14,341 मामले, तीसरे नंबर पर प्रयागराज से 11,694 मामले, चौथे नंबर पर आजमगढ़ से 10,186 मामले और पांचवें नंबर पर गोरखपुर से 9,760 मामले आए. इसी तरह सबसे अधिक लखनऊ के थानों को कार्रवाई के लिए 3,820 मामले ट्रांसफर किये गए जबकि दूसरे नंबर पर कानपुर नगर में 2,270, तीसरे नंबर पर प्रयागराज में 1,764 मामले, चौथे नंबर पर गोरखपुर में 1,284 और पांचवें नंबर पर उन्नाव में 1,259 मामले को थानों पर कार्रवाई के लिए ट्रांसफर किया गया.

इसे भी पढ़े-योगी सरकार की योजना, अगले दो साल में उत्तर प्रदेश के 2 करोड़ परिवारों को रोजगार दिलाएगी - Jobs in UP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.