यमुनानगर: हरियाणा में बीते कुछ दिनों से मानसून एक्टिव है और कई जगहों पर मूसलाधार बारिश से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यमुनानगर के खानूवाला गांव से खौफनाक मंजर देखने को मिला. दरअसल, 11 अगस्त को सोम नदी की पटरी टूटने के बाद पानी ने गांव में ऐसा तांडव मचाया कि लोगों के घरों में रखा सारा सामान जलमग्न हो गया और खेतों में फसल तबाह हो गई. उफनते पानी के बीच लोग घरों से निकलकर छतों पर चढ़ गए. अभी लोगों के ये जख्म भरे भी नहीं थे कि एक बार फिर से सोम नदी ने तांडव मचाना शुरू कर दिया है.
ग्रामीणों का छलका दर्द: ग्रामीणों का कहना है कि 11 अगस्त से लेकर वो घरों से जल निकासी कर रहे हैं. इस दौरान लोगों का दर्द छलका और पीड़ितों ने प्रशासन पर लापरवाही का ठीकरा फोड़ दिया. लोगों का कहना है कि प्रशासन एक बार भी पूछने नहीं आया दो बार घरों में पानी घुस गया है. लेकिन प्रशासन गहरी नींद सो रहा है. वहीं, लोगों ने कहा कि नेता केवल वोट मांगने हमारे गांव की तरफ आते हैं, उसके बाद गायब हो जाते हैं. परेशानियों में हमारी सुध लेने सामाजिक संस्थाएं और गुरुद्वारा के लोग आए हैं. जो खाना पानी और बाकी जरुरी चीजें मुहैया करवा रहे हैं.
प्रशासन के खिलाफ भारी नाराजगी: वहीं, मौके पर खानूवाला गांव में PWD और सिंचाई विभाग के अधिकारी पहुंचे. ग्रामीणों ने बिलासपुर रोड से मानकपुर लल्हाड़ी की तरफ जाने वाली सड़क तोड़कर पानी निकासी की मांग उठाई. जिसके चलते जेसीबी भी मंगवा ली गई. लेकिन लेदी व मानीपुर के लोगों का कहना है कि ऐसा करने से उनके गांव डूब जाएंगे. पीड़ितों ने बताया कि खानूवाला के बीच सोम नदी पर दो पुल बने हुए हैं और दोनों ही पुलों में से पानी पूरी तरह बंद है. एक पुल से तो लोगों ने पूरी तरह ही निकासी बंद कर दी है. पीड़ितों ने सिंचाई विभाग पर भी लापरवाही का आरोप जड़ा है. पीड़ितों ने कहा कि नदी की पुलिया इस तरीके से बनाई गई है कि एक ही पुल के नीचे से सारा पानी निकले.
'सब तबाह हो गया, पानी में सब खत्म हो गया': पीड़ितों का कहना है कि घर में रखा लाखों का सामान तबाह हो गया है और कई एकड़ गेहूं की फसल जल प्रलय की भेंट चढ़ गई है. न तो घर में कोई सामान सुरक्षित बचा न खेत में फसल सुरक्षित बच पाई. आलम ये है कि लोगों के पास न तो खाने के लिए राशन है और न रहने के लिए जमीन. फसलें तबाह हो गई है. लोगों के घरों की छत पर रात दिन गुजारने पड़ रहे हैं. घर में पानी से कीचड़-कीचड़ हो गया है. सारी गंदगी पानी में बहकर घरों में आ गई है. जिससे गांव में भारी बदबू भी फैल गई है. वहीं, घर के अंदर रखा अनाज भी पानी-पानी हो गया है. लोगों के पास कुछ भी नहीं बचा है. पीड़ितों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.
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