रामनगर: विश्व प्रसिद्ध शिकारी एडवर्ड जेम्स 'जिम' कॉर्बेट के घर कालाढूंगी से एक नया पर्यटन जोन 'कॉर्बेट हेरिटेज सफारी' खुलने जा रहा है. आगामी 15 दिसंबर से इस पर्यटन जोन को पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा. ऐसे में नेचर गाइडों की भर्ती को लेकर आज लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया. जिसमें 610 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी. जिसमें वन विभाग की ओर से 36 नेचर गाइडों का नंबरों के आधार पर चयन किया जाएगा.
गौर हो कि रामनगर वन प्रभाग की ओर से नया पर्यटन जोन 'कॉर्बेट हेरिटेज सफारी' खोला जा रहा है. इस जोन में जिम कॉर्बेट के घर यानी छोटी हल्द्वानी में उनके बिताई जगह एवं विरासत की विस्तार से जानकारी दी जाएगी. यह पर्यटन जोन करीब 42 किलोमीटर का होगा. जिसमें पर्यटक पैदल ट्रेक के साथ ही जिप्सी में सफारी कर सकेंगे. इतना ही नहीं पर्यटक सफारी का लुत्फ उठाने के साथ ही एडवर्ड जिम कॉर्बेट की जीवनी से भी रूबरू हो सकेंगे. इस नए पर्यटन जोन में 20 किलोमीटर का जंगल सफारी और 22 किलोमीटर का पैदल ट्रैक भ्रमण रहेगा.
रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ दिगंत नायक ने बताया कि कालाढूंगी में जिम कॉर्बेट के घर छोटी हल्द्वानी से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक नया कॉर्बेट हेरिटेज सफारी का प्रथम गेट खोला जा रहा है. इस पर्यटन जोन में भ्रमण कराने को लेकर रामनगर के महाविद्यालय में नेचर गाइड की लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया. उन्होंने कहा कि इसमें 30 जिप्सियां सुबह की पाली और शाम की पाली 30 जिप्सियां पर्यटकों को जंगल सफारी पर लेकर जाएगी. जिसके लिए 36 नेचर गाइडों की भर्ती की जानी है, जो पर्यटकों को इस क्षेत्र में भ्रमण करवाने के साथ ही क्षेत्र की जानकारी से रूबरू करवाएंगे.
उन्होंने बताया कि इस जोन को 15 दिसंबर से पर्यटकों के लिए शुरू कर दिया जाएगा. काफी लोग वन और वन्यजीवों के दीदार के लिए पहुंचते हैं, लेकिन कुछ लोग एडवर्ड जेम्स जिम कॉर्बेट की किताबें पढ़कर उनके बिताए हुए समय वाले क्षेत्रों में भी जाना चाहते हैं. खासकर जहां पर जिम कॉर्बेट ने बैचलर ऑफ टाइगर को मारा, कॉर्बेट म्यूजियम के साथ उनके बिताए हुए एक-एक पल वाले क्षेत्र में पर्यटक जाना चाहते हैं. इसलिए यह जोन खोला जा रहा है.
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