पटना: हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले भगवान गणेश का पूजन बेहद जरूरी माना गया है. मान्यता है कि कोई भी काम शुरू करने से पहले गणपति की पूजा न करने से वह काम सफलतापूर्वक पूरा नहीं हो पाता है. विघ्नविनाशक गणेश के पूजन से सुख- समृद्धि आती है और जीवन का हर कष्ट दूर होता है. आईए जानते हैं कि भगवान गणेश जी को क्या-क्या अति प्रिय है.
लाल गुड़हल, पारिजात और गेंदे का फूल: आचार्य रामशंकर दूबे ने बताया कि देवी-देवताओं की पूजा और प्रतिष्ठानों में पुष्प जरूर चढ़ाया जाता है. भगवान गणेश को भी पुष्प बहुत पसंद है. भगवान गणेश शंकर जी के पुत्र हैं भगवान गणेश को लाल गुड़हल का फूल चढ़ाने से प्रसन्न होते है.गेंदे के फूल भगवान गणेश को अर्पित करने से रोग दोष से मुक्ति मिलती है. पारिजात के फूल के बिना भगवान गणेश अधूरा माना जाता है. इस फूल को चढ़ाने से विशेष फल की प्राप्ति होती है.
दूर्वा बेहद प्रिय है: आचार्य रामशंकर दूबे ने बताया कि भगवान गणेश को दूर्वा बेहद प्रिय है. दूर्वा चढ़ाने से भगवान प्रसन्न होते हैं.फूल और मोदक के साथ-साथ दूर्वा के बिना भगवान गणेश अधूरा माने जाते हैं. बिना इसके कोई भी अनुष्ठान सफल नहीं होता है. दूर्वा चढ़ाने से गणपति जी प्रसन्न होते हैं. जब भी आप गणेश मंदिर जाएं या गणेश जी की पूजा करें, उन्हें दूर्वा जरूर चढ़ाएं.
मोदक के भोग से प्रसन्न होते भगवान गणेश: आचार्य रामशंकर दूबे ने बताया कि भगवान गणेश को लड्डू या मोदक अति प्रिय है. गणेश पूजा में भगवान को मोदक जरूर चढ़ाया जाता है.खोवा से बनने वाली इस मिठाई को भगवान गणेश के पूजा के चढ़ता है. भगवान को गुड़ और लड्डू का भी भोग लगाया जाता है फलों में केला भी भगवान को काफी पसंद है. भगवान गणेश की पूजा में नारियल भी चढ़ाया जाता है. उन्होंने कहा शुद्ध मन से जो भी भक्त भगवान को भोग लगाते हैं भगवान प्रसन्न होते हैं.
सिंदूर चढ़ाने से पूर्ण होती है मनोकामना: भगवान गणेश जी को पूजा के क्रम में सिंदूर चढ़ाया जाता है. सिंदूर चढ़ाने के पीछे यह मानता है कि विवाह की मनोकामना रखने वाले भक्त की मनोकामना पूर्ण होती है जिन दंपतियों को संतान नहीं है उनकी भी मनोकामना पूर्ण होती है. आचार्य रामशंकर दूबे ने बताया कि गणेश जी को सिंदूर क्यों अति प्रिय है इसके पीछे पौराणिक कथा जुड़ी हुई है.
भगवान को चढ़ाये जोड़ा केला: भगवान विघ्नविनहर्ता गणेश फलों में केला बहुत पसंद हैं. ऐसा कहा जाता है कि भगवान गणेश को कभी भी एक केला अर्पित नहीं करना चाहिए. गणेश जी को हमेशा केले जोड़ों में चढ़ाने चाहिए. इसके अलावा पूजा में अन्य फल भी चढ़ा सकते हैं.
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