रायपुर : विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के इनडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शामिल नहीं हुए. सीएम साय का आदिवासियों के आयोजित कार्यक्रम में न पहुंचना, कांग्रेस के लिए बैठे-बैठाये मुद्दा हाथ लग गया. इस मुद्दे पर कांग्रेस ने राज्य सरकार पर जोरदार हमला बोला है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस पहले से ही भाजपा सरकार पर आदिवासियों की उपेक्षा का आरोप लगाती आई है लेकिन आदिवासी कार्यक्रम में सीएम के न पहुंचने के बाद उन्होंने हमला और तेज कर दिया.
मुख्यमंत्री कार्यक्रम में नहीं हुए शामिल : . 9 अगस्त को मुख्यमंत्री के मिनट 2 मिनट कार्यक्रम में राजधानी रायपुर स्थित इंडोर स्टेडियम में आयोजित आदिवासी दिवस समारोह के आयोजन में शामिल होने का समय दिया था. जिसके अनुसार में 2.30 बजे से 3:00 बजे तक कार्यक्रम में सीएम शामिल होने वाले थे. उनके लिए मंच पर एक कुर्सी भी आरक्षित की गई थी. साथ ही मंच और कार्यक्रम स्थल के आसपास पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. लेकिन किसी कारण वश सीएम साय कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में न पहुंचने पर मंत्री दयाल दास बघेल ने क्षमा मांगा है.
"किसी कारणवश मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके हैं, इसलिए क्षमा मांगता हूं." - दयालदास बघेल, मंत्री, छत्तीसगढ़
कांग्रेस के आरोपों को मंत्री ने नकारा : कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के सीएम साय को लिखे पत्र में आदिवासियों पर अत्याचार और उपेक्षा के लगाए गए आरोप पर मंत्री दयालदास बघेल पलटवार किया. मंत्री बघेल ने कहा, "ऐसी कोई बात नहीं है, हमारे पास ऐसी कोई शिकायत नहीं है. आदिवासी समाज के उत्थान के लिए सरकार जो काम कर रही है, वह सबके सामने स्पष्ट है. आज आदिवासी समाज आगे बढ़ रहे हैं, संगठित हैं, उनकी संस्कृति को भी बढ़ावा मिल रहा है."
"कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है": सरकार की ओर से आदिवासी दिवस पर कोई आयोजन नहीं करने के कांग्रेस के आरोप पर मंत्री दयालदास बघेल ने कहा, "कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है. उनके कार्यकाल को भी हमने देखा है. आज आदिवासी समाज का विकास हो रहा है, उनके क्षेत्र का विकास हो रहा है. वह सब सबके सामने है. कोई छुपा नहीं है."
मनमोहक प्रस्तुति से दर्शक हुए मंत्रमुग्ध : रायपुर के इनडोर स्टेडियम में विश्व आदिवासी दिवस का कार्यक्रम बेहद धूमधाम के साथ मनाया गया. हालांकि, अपने आदिवासी मुख्यमंत्री के नहीं आने से आदिवासियों में थोड़ी निराशा दिखी. सांस्कृतिक कार्यक्रमों में आदिवासियों का मनमोहक प्रस्तुति ने समारोह में शामिल लोगों का मन मोह लिया.