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झारखंड के इस जिले में बनेगा विश्व का सबसे ऊंचा मां दुर्गा का मंदिर, 2025 में होगा भूमि पूजन समारोह - DURGA TEMPLE BUILT IN BARAHI DHAM

पलामू के बराही धाम में विश्व का सबसे ऊंचा दुर्गा मंदिर का निर्माण होने जा रहा है. साल 2025 में भूमि पूजन समारोह किया जाएगा.

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मां दुर्गा मंदिर का प्रारूप (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 7, 2024, 11:52 AM IST

पलामू: झारखंड के ऐतिहासिक पलामू जिला के हुसैनाबाद स्थित बराही धाम की पहचान अब विश्व स्तर पर बनने जा रही है. यहां 351 फीट ऊंचा मां दुर्गा मंदिर और 151 फीट ऊंचा नवग्रह मंदिर बनाया जाएगा. यह विश्व का सबसे ऊंचा मां दुर्गा का मंदिर होगा. इसकी आधारशिला 14 अप्रैल 2025 को भूमि पूजन के साथ रखी जाएगी. शिवांश चैरिटेबल ट्रस्ट और बराही धाम समिति ने इस भव्य परियोजना की जानकारी दी.

मंदिर निर्माण से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

जिप उपाध्यक्ष आलोक कुमार सिंह उर्फ टूटू सिंह ने बताया कि बराही धाम में विश्व का सबसे ऊंचा मां भगवती मंदिर बनाने का निर्णय शिवांश चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा लिया गया है. इसके साथ ही यहां 151 फीट ऊंचा नवग्रह मंदिर भी बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि इससे क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.

ट्रस्ट के संयोजक रणधीर सिंह ने बताया कि 105 फीट ऊंची हनुमानजी की प्रतिमा पहले ही बराही धाम को विशिष्ट बनाती है. यह प्रतिमा विश्व की पहली दक्षिणमुखी हनुमान जी की प्रतिमा है. उन्होंने बताया कि 105 फीट की हनुमान प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान खुदाई में शेर पर सवार मां दुर्गा की प्रतिमा प्राप्त हुई थी. इसके बाद ही विश्व का सबसे ऊंचा मां दुर्गा मंदिर बनाने का ट्रस्ट के लोगों ने संकल्प लिया.

धार्मिक महत्व और वैदिक शिक्षा का केंद्र

बराही धाम पहले से ही झारखंड के प्रमुख धार्मिक स्थलों में शामिल है. यहां श्रद्धालु देश के विभिन्न हिस्सों से दर्शन के लिए आते हैं. इस मंदिर परिसर में वैदिक शिक्षा केंद्र भी संचालित है, जो धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को और बढ़ाता है.

भूमि पूजन में रामभद्राचार्य महाराज होंगे शामिल

विश्व के सबसे ऊंचे मां भगवती के मंदिर की आधारशिला 14 अप्रैल 2025 को रखी जाएगी. इस ऐतिहासिक मंदिर के भूमि पूजन के अवसर पर प्रसिद्ध संत रामभद्राचार्य स्वामी जी महाराज के अलावा देश के कई साधु संत शामिल होंगे. ट्रस्ट के सदस्यों का कहना है कि इस मंदिर का निर्माण बराही धाम को वैश्विक धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित करेगा.

यह मंदिर धार्मिक आस्था को नया आयाम देगा, साथ क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. ेइससे रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे. मौके पर शिवांश चैरिटेबल ट्रस्ट के अलावा आचार्य शिव कुमार झा, कमला सिंह, राजेश्वर सिंह, धनंजय सिंह बब्लू सिंह जितेन्द्र कुमार सिंह धर्मप्रेमी मनोज कुमार गुप्ता, पिंटू सिंह, प्रभात कुमार सिंह, प्रिंस कुमार सिंह, मंगल यादव, बलि यादव समेत कई लोग मौजूद थे.

ये भी पढ़ें: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की पटकथा झारखंड में लिखी गई, वनवास के दौरान झारखंड आए थे भगवान राम!

ये भी पढ़ें: नये रूप में दिखेगा तपोवन मंदिर, 500 करोड़ की लागत से अगले तीन साल में बनकर तैयार होगा

पलामू: झारखंड के ऐतिहासिक पलामू जिला के हुसैनाबाद स्थित बराही धाम की पहचान अब विश्व स्तर पर बनने जा रही है. यहां 351 फीट ऊंचा मां दुर्गा मंदिर और 151 फीट ऊंचा नवग्रह मंदिर बनाया जाएगा. यह विश्व का सबसे ऊंचा मां दुर्गा का मंदिर होगा. इसकी आधारशिला 14 अप्रैल 2025 को भूमि पूजन के साथ रखी जाएगी. शिवांश चैरिटेबल ट्रस्ट और बराही धाम समिति ने इस भव्य परियोजना की जानकारी दी.

मंदिर निर्माण से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

जिप उपाध्यक्ष आलोक कुमार सिंह उर्फ टूटू सिंह ने बताया कि बराही धाम में विश्व का सबसे ऊंचा मां भगवती मंदिर बनाने का निर्णय शिवांश चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा लिया गया है. इसके साथ ही यहां 151 फीट ऊंचा नवग्रह मंदिर भी बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि इससे क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.

ट्रस्ट के संयोजक रणधीर सिंह ने बताया कि 105 फीट ऊंची हनुमानजी की प्रतिमा पहले ही बराही धाम को विशिष्ट बनाती है. यह प्रतिमा विश्व की पहली दक्षिणमुखी हनुमान जी की प्रतिमा है. उन्होंने बताया कि 105 फीट की हनुमान प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान खुदाई में शेर पर सवार मां दुर्गा की प्रतिमा प्राप्त हुई थी. इसके बाद ही विश्व का सबसे ऊंचा मां दुर्गा मंदिर बनाने का ट्रस्ट के लोगों ने संकल्प लिया.

धार्मिक महत्व और वैदिक शिक्षा का केंद्र

बराही धाम पहले से ही झारखंड के प्रमुख धार्मिक स्थलों में शामिल है. यहां श्रद्धालु देश के विभिन्न हिस्सों से दर्शन के लिए आते हैं. इस मंदिर परिसर में वैदिक शिक्षा केंद्र भी संचालित है, जो धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को और बढ़ाता है.

भूमि पूजन में रामभद्राचार्य महाराज होंगे शामिल

विश्व के सबसे ऊंचे मां भगवती के मंदिर की आधारशिला 14 अप्रैल 2025 को रखी जाएगी. इस ऐतिहासिक मंदिर के भूमि पूजन के अवसर पर प्रसिद्ध संत रामभद्राचार्य स्वामी जी महाराज के अलावा देश के कई साधु संत शामिल होंगे. ट्रस्ट के सदस्यों का कहना है कि इस मंदिर का निर्माण बराही धाम को वैश्विक धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित करेगा.

यह मंदिर धार्मिक आस्था को नया आयाम देगा, साथ क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. ेइससे रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे. मौके पर शिवांश चैरिटेबल ट्रस्ट के अलावा आचार्य शिव कुमार झा, कमला सिंह, राजेश्वर सिंह, धनंजय सिंह बब्लू सिंह जितेन्द्र कुमार सिंह धर्मप्रेमी मनोज कुमार गुप्ता, पिंटू सिंह, प्रभात कुमार सिंह, प्रिंस कुमार सिंह, मंगल यादव, बलि यादव समेत कई लोग मौजूद थे.

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