जयपुर. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन विभाग की ओर से स्कूली बच्चों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से पर्यावरण के प्रति जागरूक किया गया. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में पौधारोपण भी किया गया. इस दौरान जंगल में स्वच्छता अभियान चलाकर साफ-सफाई की गई.
डीसीएफ जगदीश गुप्ता ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पृथ्वी को वापस हरा भरा करने के उद्देश्य से कार्यक्रम आयोजित किया गया है. स्कूली बच्चों को जागरूक करने के लिए नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में पर्यावरण की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई हैं. क्विज प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता और चित्रकला प्रतियोगिता रखी गई. इससे बच्चों में पर्यावरण की प्रति भावना जागरूक होती है और पर्यावरण संरक्षण का संदेश मिलता है.
वन विभाग की ओर से कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाएं. पर्यावरण संरक्षण में सहयोग करें. इसके साथ ही ग्रामीणों के सहयोग से सफाई अभियान भी चलाया गया है. जंगल से कचरा साफ किया गया. पौधारोपण कार्यक्रम भी रखा गया, जिसमें बच्चों को भी पौधारोपण के बारे में जानकारी दी गई. आने वाले समय में पृथ्वी को हरा-भरा करने के लिए बच्चे भी काफी सहयोग करेंगे. विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण को हो रहे खतरे और नुकसान के बारे में भी बताया गया.
ग्लोबल वार्मिंग इस पूरी धरती के लिए खतरा : जयपुर वैक्स म्यूजियम और खजाना महल फाउंडर डायरेक्टर अनूप श्रीवास्तव का कहना है कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर हमेशा से ही कुछ ना कुछ कदम उठाए हैं. हम विश्व पर्यावरण संरक्षण को लेकर चिंतित हैं. एक दिन विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर ही कुछ पेड़ लगाकर या सफाई करके हम इतिश्री नहीं करते हैं और ना ही और भी लोगो को करना चाहिए, बल्कि इसे एक कर्तव्य के रूप में अपनी रोजमर्रा जीवन शैली में अपनाना चाहिए.
नाहरगढ़ पर श्रमदान के दौरान मिले दो देशी कट्टे, 2 घंटे में उठाया 20 टन कचरा : विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर हजारों हाथों ने झाड़ू उठाकर कनक घाटी से नाहरगढ़ तक 8 किलोमीटर के क्षेत्र में सफाई करते हुए 2 घंटे में 20 टन कचरा उठाया. श्रमदान के दौरान सड़क किनारे झाड़ियां में दबे दो देशी कट्टे भी बरामद किए गए.
जलमहल की दुर्दशा पर बिफरे विधायक : यहां अभियान के समापन कार्यक्रम के दौरान वार्ड 11 के कांग्रेस पार्षद भूपेंद्र मीणा ने मंच से ही जलमहल की दुर्दशा का मुद्दा उठाया और विधायक का ध्यान आकर्षित किया. इस पर विधायक बालमुकुंद आचार्य ने भी पटलवार करते हुए मंच से ही जलमहल की दुर्दशा का जिम्मेदार पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को ठहराया. उन्होंने कहा कि स्थानीय पार्षद पांच साल बाद जलमहल की याद आई. जबकि केंद्र सरकार ने यहां के विकास कार्य के लिए करोड़ों रुपए दिए. लेकिन कांग्रेस सरकार ने कोई काम नहीं किया.
ऐतिहासिक स्थलों को साफ रखने की अपील : इस दौरान हेरिटेज निगम आयुक्त अभिषेक सुराणा ने बताया कि सफाई अभियान का उद्देश्य आमजन को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है. देश-विदेश से पर्यटक जयपुर की ऐतिहासिक धरोहर को निहारने आते हैं. ऐसे में वो यहां से स्वच्छ छवि अपने साथ ले जाएं, इसके लिए ऐतिहासिक स्थलों को साफ रखना होगा. कचरा सड़क पर नहीं डालने की आदत बनानी होगी. उन्होंने कहा कि प्लास्टिक से पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचता है. ये सालों तक खत्म नहीं होता, और भूमि को बंजर बना देता है. इसका उपयोग नहीं करना चाहिए. इसके लिए हेरिटेज निगम पर्यटन स्थलों पर कपड़े के थैले बांट रहा है. निगम की ओर से आगे भी ऐसे जागरूक अभियान चलाए जाएंगे.
वन विभाग की ओर से कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाए. पर्यावरण संरक्षण में सहयोग करें. इसके साथ ही ग्रामीणों के सहयोग से सफाई अभियान भी चलाया गया है. जंगल से कचरा साफ किया गया. पौधारोपण कार्यक्रम भी रखा गया, जिसमें बच्चों को भी पौधारोपण के बारे में जानकारी दी गई. आने वाले समय में पृथ्वी को हरा भरा करने के लिए बच्चे भी काफी सहयोग करेंगे. विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण को हो रहे खतरे और नुकसान के बारे में भी बताया गया. पर्यावरण को बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने की अपील की गई.
वन विभाग की ओर से किए गए पौधारोपण : विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वन विभाग की ओर से सभी जंगलों और रेंज में पौधारोपण किए गए. पौधारोपण के साथ ही सफाई अभियान भी चलाया गया और जंगलों से प्लास्टिक समेत अन्य कचरे को साफ किया गया. झालाना वन क्षेत्र में भी पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया. क्षेत्रीय वन अधिकारी सुरेंद्र शर्मा, फॉरेस्टर कृष्ण मीणा समेत वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ एनजीओ सदस्यों ने पौधारोपण किया. फलदार और छायादार पौधे लगाए गए. वहीं, हाथी गांव में भी पौधारोपण किया गया. पौधारोपण के साथ हाथी गांव परिसर में सफाई अभियान चलाकर प्लास्टिक की थैलियां समेत अन्य कचरा साफ किया.
जयपुर वैक्स म्यूजियम और खजाना महल का वृक्षारोपण और सफाई अभियान : विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जयपुर वैक्स म्यूजियम और खजाना महल की ओर से पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए वृक्षारोपण कार्यक्रम के साथ ही सफाई अभियान चलाया गया. सुबह छह बजे से वृक्षारोपण कार्यक्रम के साथ साथ स्मारकों और पर्यटन स्थलों की सफाई कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया.
ग्लोबल वार्मिंग इस पूरी धरती के लिए खतरा : जयपुर वैक्स म्यूजियम और खज़ाना महल फाउंडर डायरेक्टर अनूप श्रीवास्तव का कहना है कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर हमेशा से ही कुछ ना कुछ कदम उठाए है. चाहे वृक्षारोपण अभियान हो, स्वच्छ वातावरण के लिए सफाई का ध्यान हो या बिजली के अल्टरनेट के तौर पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाना हो. हम विश्व पर्यावरण संरक्षण को लेकर चिंतित हैं. एक दिन विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर ही कुछ पेड़ लगाकर या सफाई करके हम इतिश्री नहीं करते हैं और ना ही और भी लोगो को करना चाहिए, बल्कि इसे एक कर्तव्य के रूप में अपनी रोजमर्रा जीवन शैली में अपनाना चाहिए, नहीं तो आने वाला समय बहुत ही खतरनाक होने वाला है. हाल ही में हुई तेज गर्मी ने देश को बता दिया है कि सचेत हो जाओ, ग्लोबल वार्मिंग इस पूरी धरती के लिए खतरा है. आज खजाना महल प्रांगण में भी पर्यटकों की ओर से वृक्षारोपण कराया गया.
दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर में पौधारोपण : विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जयपुर के कागदीवाड़ा स्थित दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर में भी पौधारोपण किया गया. जय भारत जन चेतना मंच की ओर से मंदिर परिसर में पीपल, नीम, जामुन समेत विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया. जय भारत जन चेतना मंच के अध्यक्ष विक्रम सिंह तंवर ने सभी से अपील करते हुए कहा कि हर व्यक्ति को कम से कम दो पौधे अवश्य लगाने चाहिए. पर्यावरण प्रदूषण हो रहा है. पेड़ काटे जा रहे हैं. हमें पेड़ों को बचाना चाहिए, जिससे आने वाली पीढ़ी को ऑक्सीजन मिल सके.