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साइबर अटैक से SSB जवानों को सेफ रखने के लिए के लिए प्रशिक्षण, बगहा में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

बॉर्डर पर तैनात एसएसबी के जवान साइबर अटैक के शिकार हो सकते हैं, इसलिए जवानों को साइबर क्राइम की बारीकियों को लेकर प्रशिक्षण दिया गया.

Workshop organized in Bagaha
कार्यशाला में मौजूद जवान. (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : 12 hours ago

बगहा: बिहार के बगहा में SSB 21 वीं बटालियन के हेडक्वार्टर में साइबर क्राइम से बचने के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. देश की सुरक्षा में सेंध न लगे और साइबर अटैक से कैसे बचाव किया जा सके, इसको लेकर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में सशस्त्र सीमा बल के जवानों और अधिकारियों को बढ़ते साइबर अपराधों से बचने के उपायों की बारीकियां समझायी गईं.

क्यों जरूरी है प्रशिक्षणः भारत-नेपाल सीमावर्ती पर तैनात SSB जवानों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करना काफी महत्वपूर्ण है. क्योंकि साइबर अपराधी जवानों के मोबाइल में सुरक्षित डेटा को हैक कर सार्वजनिक कर सकते हैं. जिससे देश की सुरक्षा में सेंध लग सकता है. नई दिल्ली के द एशिया फाउंडेशन, पटना के जन जागरण संस्थान और नई दिल्ली के साइबर पीस फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

Workshop organized in Bagaha
बगहा में कार्यशाला. (ETV Bharat)

"SSB की फिजिकल सुरक्षा पर ज्यादा खतरा नहीं रहता है, लेकिन साइबर अपराध से इनकी और देश की सुरक्षा पर खतरा मंडरा सकता है. यही वजह है कि दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कर जवानों और अधिकारियों को साइबर क्राइम से बचाव के तौर तरीकों पर प्रशिक्षण दिया गया."-आर्या त्यागी, साइबर क्राइम ट्रेनर

जागरूक रहना जरूरीः कार्यक्रम के प्रोजेक्ट मैनेजर आदित्य गौतम ने बताया कि आजकल आम और खास सभी तरह के लोग साइबर क्राइम के शिकार हो रहे हैं. देश की सुरक्षा में तैनात SSB जवानों को जागरूक रहने की जरूरत है. क्योंकि देश और देश के बाहर से भी साइबर अपराधी क्राइम कर सकते हैं. डाटा सुरक्षित रखना जरूरी है. कार्यक्रम का शुभारंभ एन. एस. मेहरा कमांडेंट 65 वीं एसएसबी बटालियन द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया. SSB के उप महानिरीक्षक एस सुब्रमण्यम ऑन लाइन संबोधित किया.

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क्यों जरूरी है प्रशिक्षणः भारत-नेपाल सीमावर्ती पर तैनात SSB जवानों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करना काफी महत्वपूर्ण है. क्योंकि साइबर अपराधी जवानों के मोबाइल में सुरक्षित डेटा को हैक कर सार्वजनिक कर सकते हैं. जिससे देश की सुरक्षा में सेंध लग सकता है. नई दिल्ली के द एशिया फाउंडेशन, पटना के जन जागरण संस्थान और नई दिल्ली के साइबर पीस फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

Workshop organized in Bagaha
बगहा में कार्यशाला. (ETV Bharat)

"SSB की फिजिकल सुरक्षा पर ज्यादा खतरा नहीं रहता है, लेकिन साइबर अपराध से इनकी और देश की सुरक्षा पर खतरा मंडरा सकता है. यही वजह है कि दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कर जवानों और अधिकारियों को साइबर क्राइम से बचाव के तौर तरीकों पर प्रशिक्षण दिया गया."-आर्या त्यागी, साइबर क्राइम ट्रेनर

जागरूक रहना जरूरीः कार्यक्रम के प्रोजेक्ट मैनेजर आदित्य गौतम ने बताया कि आजकल आम और खास सभी तरह के लोग साइबर क्राइम के शिकार हो रहे हैं. देश की सुरक्षा में तैनात SSB जवानों को जागरूक रहने की जरूरत है. क्योंकि देश और देश के बाहर से भी साइबर अपराधी क्राइम कर सकते हैं. डाटा सुरक्षित रखना जरूरी है. कार्यक्रम का शुभारंभ एन. एस. मेहरा कमांडेंट 65 वीं एसएसबी बटालियन द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया. SSB के उप महानिरीक्षक एस सुब्रमण्यम ऑन लाइन संबोधित किया.

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