धमतरी: प्लास्टिक आज सभी के जीवन का अभिन्न अंग बन चुका है. लेकिन यही प्लास्टिक अब इतना ज्यादा उपयोग होने लगा है कि पर्यावरण को खतरा पैदा हो गया है. इसे एकाएक छोड़ा भी नही जा सकता. लेकिन एक एक कर के इससे निजात पाई जा सकती है. धमतरी जिला प्रशासन ने प्लास्टिक मुक्ति की पहल शुरू की है.
धमतरी कलेक्ट्रेट से गायब हुआ प्लास्टिक का सामान: धमतरी जिले के सरकारी कामकाज में अब प्लास्टिक को दूर करने की पहल शुरू की गई है. चाहे वह सरकारी कार्यक्रम हो या किसी विभाग की बैठक, जितना हो सके प्लास्टिक के उपयोग को बंद किया जा रहा है. बैठकों में पानी के लिए प्लास्टिक बोटल की जगह स्टील के बोटल रखे जा रहे हैं. चाय-कॉफी, नाश्ते के लिए कागज के कप प्लेट उयोग करने का फैसला किया गया है. अब सभी सरकारी आयोजनों में प्लास्टिक बैनर की जगह कपड़े के बैनर लगाए जाएंगे.
पर्यावरण को प्लास्टिक मुक्त करने की पहल: कलेक्टर नम्रता गांधी ने कहा कि "जिले में जल शक्ति के अंतर्गत जल जगार कार्यक्रम चलाया गया. उसी के तहत जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण के लिए यह डिसाइड किया गया है कि हम ज्यादा से ज्यादा इको फ्रेंडली बनाने की दिशा में काम करेंगे. प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जाएगा. छोटे-छोटे मीटिंग में प्लास्टिक की बोटल की जगह स्टील की बोटल का यूज होगा. हाथ से बनाए कपड़े के बैनर पोस्टर का उपयोग किया जाएगा."