पटना:पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्टस कॉम्पलेक्स में गुरुवार अस्मिता योगासन विमेंस ईस्ट जोन योगासन स्पोर्टस चैंपियनशिप का आयोजन किया गया. इसमें विभिन्न जिलों से करीब 500 प्रतिभागियों ने इसमें भाग लिया. चैंपियनशिप का आयोजन खेलो इंडिया की ओर से कराया जा रहा है.तीन दिनों तक चलने वाला यह योगासन लीग शनिवार 24 अगस्त को समापन होगा. पहले दिन विभिन्न राज्यों की योगा खिलाड़ियों ने हैरतअंगेज करने वाले योगासन दिखाया.
पटना में योगासन चैंपियनशिप शुरू: चैंपियनशिप में 12 वर्ष से ऊपर की लड़कियां और महिलाएं हिस्सा ले रही हैं. दो ग्रुप में टूर्नामेंट को बांटा गया है जिसमें एक ग्रुप में 12 से 18 वर्ष की लड़कियां हैं और दूसरे ग्रुप में 18 से 55 वर्ष की लड़कियां और महिलाएं हैं. इससे पूर्व कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद, खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता, मंत्री रेणु देवी मौजूद रही.
योग खिलाड़ियों ने दिखाई करतब: लड़कियों में ट्रेडिशनल योगासन के प्रति अधिक उत्साह दिखा. प्रतिभागियों ने इस विधा में अपना कौशल दिखाया. भारत सरकार की ओर से योगासन को खेल का दर्जा दिये जाने के बाद से योग के प्रति लोग आकर्षित हो रहे हैं. चैंपियनशिप का आयोजन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से महिलाओं का पहली बार राज्य में इतना बड़ा टूर्नामेंट आयोजित किया जा रहा है.
"देश के अलग-अलग हिस्सों से योग के खिलाड़ी यहां योगासन करने पहुंची हुई है. बिहार में पहली बार केंद्र सरकार की ओर से इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा खेलो इंडिया के तहत खेल को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके साथ ही बिहार सरकार द्वारा भी खेल को प्रदेश के गांव-गांव तक प्रमोट करने के लिए कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. योग हमारी संस्कृति का हिस्सा रहा है और योग करने से हम निरोग भी बनते हैं."-सुरेंद्र मेहता, खेल मंत्री
शारीरिक क्षमता बढ़ाता है योग: इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही बिहार के उच्च विद्यालय की शिक्षिका बिन्नी बाला कुमारी ने बताया कि वह बीते 5 वर्षों से योग कर रही है और योग में राष्ट्रीय स्तर के कई कार्यक्रमों में शामिल हो चुकी हैं.जब से योग कर रही हैं वह काफी स्वस्थ रह रही है और कभी-कभी ही उन्हें कोई बीमारी होती है जिसमें दवा खानी पड़ती है. योग से सांस की क्षमता बढ़ती है जिससे ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है.
चार महत्वपूर्ण आसान करने हैं: बिहार की प्रीति कुमारी ने बताया कि वह जब कॉलेज में गई तब से योग कर रही है और यहां लीग में वह हिस्सा लेने के लिए आई हुई है. योग में 81000 से अधिक आसान है लेकिन अष्टांग योग पर यहां आसान करने हैं. यहां चार अनिवार्य आसान है और तीन वैकल्पिक आसान है. अनिवार्य आसन में चार प्रकार हैं.
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