आगरा: ताजनगरी में शराब के खिलाफ महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने ठेके पर धावा बोल दिया. कागारौल थाना क्षेत्र के गांव बीसलपुर की महिलाएं एकजुट होकर ठेके पर पहुंच गई. लाठी-डंडे से लैस महिलाओं ने ठेके पर जमकर तोड़तोड़ की और शराब की पेटियों में आग लगा दी. इस दौरान कई शराबियों को पकड़कर पीटा भी. महिलाओं का कहना था कि जब से शराब का ठेका गांव में खुला है, उन पर अत्याचार बढ़ गया है. बड़ों के साथ ही किशोर और युवा भी नशे के भंवर में फंस गए हैं.
बताते हैं कि बीसलपुर में शराब और बीयर का ठेका है. यहां पर सुबह से देर शाम तक लोगों की भीड़ लगी रहती है. गांव की महिलाओं का कहना है कि जब से शराब का ठेका खुला है, गांव के पुरुष ही नहीं, किशोर भी शराब पीना सीख गए हैं. ठेका गांव के बीचोंबीच है. यहां किशोर, युवा और बुजुर्ग एक साथ बैठकर शराब पीते रहते हैं. इसके कारण कई परिवार बर्बाद हो रहे हैं.
इसके पहले भी कई बार प्रदर्शन कर चुकी हैं महिलाएं
महिलाओं का आरोप है कि शराब के ठेके की वजह से पुरुष और युवा काम पर भी नहीं जाते हैं. जो काम पर जाते हैं, वे शाम को सीधे शराब के ठेके पर पहुंचते हैं. पहले शराब खरीदते हैं. फिर नशे में घर पहुंचते हैं. इसके बाद घर में महिलाओं के साथ मारपीट करते हैं. शराब का ठेका बंद हो, इसको लेकर कई बार प्रदर्शन किया गया. मगर, उनकी नहीं सुनी गई. इसलिए, गुरुवार की दोपहर महिलाएं एकजुट होकर शराब के ठेके पर पहुंच गईं और तोड़फोड़ शुरू कर दी.
ठेके पर बैठे शराबियों को दौड़ाया, पीटा भी
महिलाओं ने ठेके में घुसकर शराब और बीयर की बोतलें फेंक दीं. शराब की पेटियां सड़क पर पटककर लाठी-डंडे से फोड़ दीं. इसके बाद शराब की पेटियों में आग लगा दी. इस दौरान कुछ लोग शराब की बोतल उठाकर ले जाने लगे तो महिलाओं ने उन्हें पकड़ लिया. उनकी धुनाई शुरू कर दी. ठेके पर बैठे शराबियों को दौड़ा लिया. महिलाओं का उग्र रूप देखकर कोई भी आगे नहीं आ रहा था. सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई. पुलिस ने समझा-बुझाकर किसी तरह महिलाओं को शांत कराया.
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