राजसमंद: जिले के गांवगुड़ा गांव में पांच दिन से जलापूर्ति नहीं होने से आक्रोशित महिलाओं व ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत कार्यालय पर मटकियां फोड़कर विरोध प्रदर्शन किया. बाद में सरपंच किशनलाल गमेती ने मौके पर पहुंचकर समझाइश की. जलदाय विभाग के पम्प चालकों की हड़ताल से जल वितरण व्यवस्था ठप होने पर सरपंच ने वैकल्पिक तौर पर अस्थायी कार्मिक लगाकर जल वितरण व्यवस्था बहाल करवाई.
गांवगुड़ा के ग्रामीण व महिलाएं मटकियां लेकर ग्राम पंचायत कार्यालय पहुंच गई और सरपंच के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. आक्रोशित लोगों का कहना था कि पांच दिन से जल वितरण व्यवस्था बंद है. इसकी वजह से घर में पीने के पानी का संकट खड़ा हो गया है. इस पर सरपंच किशनलाल गमेती मौके पर पहुंचे और समझाइश की.
सरपंच ने बताया कि गांवगुड़ा गांव में जनता जल योजना के तहत जल वितरण व्यवस्था जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के पास है. इन दिनों कर्मचारी हड़ताल पर है. इसलिए जलापूर्ति की व्यवस्था गड़बड़ाई हुई है. इस पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग करने लगे. सरपंच ने पीएचईडी से समस्या का समाधान न होने तक वैकल्पिक तौर पर अस्थायी कार्मिक लगाया. तब ग्रामीण शांत हुए और हाथोंहाथ जलापूर्ति शुरू कर दी गई.
ग्रामवासियों को समझाया: सरपंच ने बताया कि जलदाय विभाग के पम्प चालकों की हड़ताल से जल वितरण व्यवस्था प्रभावित हुई थी. ग्रामवासी पंचायत पर आए और प्रदर्शन किया, लेकिन ग्राम पंचायत का इसमें कोई रोल नहीं है. फिर भी वैकिल्पक तौर पर अस्थायी तौर पर कार्मिक लगाकर जल वितरण व्यवस्था बहाल कर दी है.