विकासनगर: विकासनगर में महिलाएं स्वरोजगार से आत्मनिर्भर हो रही है. कालसी ब्लॉक के ग्राम पंचायत व्यास नहरी में 30 महिलाओं के समूहों के द्वारा मंडुवे के आटे से विभिन्न प्रकार के खाद्य सामग्रियों को तैयार किया जा रहा है. महिलाएं यहां मंडुवे के आटे से तैयार लड्डू,पापड़,बिस्कुट,नमकीन बना रही हैं. जिसका महिलाओं को 18 दिवसीय रोजगारपरक प्रशिक्षण दिया गया है.
केंद्र और राज्य सरकार द्वारा मोटे अनाज को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है. इसी क्रम में कालसी ब्लॉक के ग्राम पंचायत व्यास नहरी में 30 महिलाओं मंडुवे के आटे से विभिन्न प्रकार के खाद्य सामग्रियों को तैयार कर रहा है. जिसका मकसद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है. केंद्र और राज्य सरकार द्वारा उत्तराखंड में उत्पादित मोटे अनाजों को अधिक से अधिक उत्पादन करने पर जोर भी दिया जा रहा है. जोकि स्वास्थ्य के लिए काफी उपयोगी माना जा रहा है. जिनमें मुख्य रूप से कोदा (मंडुवा), चौलाई और झंगोरा आदि विशेष रूप से उत्तराखंड मे किसानों द्वारा उगाया जाता है.
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इसी क्रम में ग्रामीण महिलाओं को इसके उपयोग और सामग्री उत्पादन के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ताकि ग्रामीण महिलाएं अपने उत्पादों को तैयार कर रोजगार से जुडकर आत्मनिर्भर बन सके. समूह से जुड़ी महिलाओं का कहना है कि मंडुवे के आटे,चौलाई से विभिन्न प्रकार के लड्डू, बिस्किट, पापड़,नमकीन आदि बनाने का 18 दिवसीय प्रशिक्षण पूरा हो गया है. जिसको सभी ने बड़ी उत्सुकता से सीखा. आगे जाकर वो इस कार्य को बढ़ावा देंगी और अपनी आर्थिकी को मजबूत करेंगी. बता दें कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें रोजगारपरक प्रशिक्षण दिया जा रहा है.