गैरसैंण: विधानसभा सत्र के आखिरी दिन प्रदेश महिला कांग्रेस के आह्वान पर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधानसभा की ओर कूच किया. महिला प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने गैरसैंण चौराहे पर नारेबाजी की. जिसके बाद सभी ने विधानसभा की ओर कूच किया. प्रदर्शनकारी कांग्रेस कार्यकर्ताओं कालीमाटी बैरियर दुग्मतासैंण पर पुलिस ने रोक दिया.
इसके बाद भारी हंगामे, झड़प और नारेबाजी के बीच कांग्रेस महिला कार्यकर्ता को पुलिस से धक्कामुक्की हुई. जिसके बाद वे विधानसभा की ओर निकलने में सफल रहे. स्थायी राजधानी और गैरसैंण को जिला बनाए जाने के नारों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता दो किलोमीटर पैदल चलकर दिवालीखाल पंहुचे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भारी संख्या में तैनात पुलिस बल ने बैरियर पर रोक लिया. प्रशासन द्वारा लगायी गयी भारी-भरकम बैरिकैटिंग से नाराज प्रदर्शनकारियों ने इसे, लोकतंत्र की आवाज दबाने का साधन बताया. इसके बाद उन्होंने सड़क पर बैठकर ही सरकार ओर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी.
प्रदेश महिला कांग्रेस ने प्रदेश की विभिन्न समस्याओं के साथ ही बढ़ती बलात्कार की घटनाओं, महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने, बेरोजगारी दूर करने ओर अंकिता हत्याकांड के दोषियों को फांसी देने की मांग की तख्तियां लिए जोरदार नारेबाजी की. इस दौरान पुलिस के साथ हुई झड़प ओर धक्कामुक्की के बीच प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रोतैला महिला पुलिस की घेराबंदी को तोड़ते हुए बैरिकैटिंग ऊपर चढ़ गई. उनके साथ दो अन्य महिला नेत्रियों ने भी बैरिकेडिंग पर चढ़कर हल्ला बोला.
धरने पर बैठी गैरसैंण क्षेत्र की महिलाओं ने गैरसैंण जिला बनाओ, अंकिता भंडारी के हत्यारों को फांसी दो के नारों के साथ प्रदर्शन किया. डेढ घंटे तक चले धरने और धक्कामुक्की के बाद पुलिसबल,आंदोलनकारियों को दो बसों में भरकर मेहलचौरी की अस्थाई जेल ले गई. इस दौरान युवा कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष मोहन भंडारी ने कहा गैरसैंण सत्र के नाम पर करोड़ों रुपया पानी की तरह बहाया जा रहा है. गैरसैंण की शिक्षा,स्वास्थ्य और सड़कों की हालत गंभीर बनी हुई है.उन्होंने गैरसैंण को जिला घोषित करने की मांग की.