लखनऊ: सीतापुर रोड पर मडियाव थाना क्षेत्र में मंगलवार शाम जब लखनऊ विकास प्राधिकरण की टीम लगभग 2 किलोमीटर लंबी पट्टी में अवैध कब्जे को हटाने के लिए गई तो महिलाओं ने कर्मचारियों पर हमला बोल दिया. अतिक्रमण हटाए जाने से एक महिला एक कदर नाराज हो गई कि उसने प्राधिकरण के कर्मचारियों के मुंह पर मुक्का मार दिया. जबरदस्त नारेबाजी और विरोध के बीच पुलिस ने बीचबचाव करके मामला शांत कराया. यहां रहने वाले लोगों को कब्जा खाली करने के लिए अगले 24 घंटे का समय देकर लखनऊ विकास प्राधिकरण की टीम लौट गई. इस दौरान शाम को घंटे सीतापुर रोड पर हंगामा मचा रहा.
2 किलोमीटर लंबी पट्टी अवैध कब्जा: लखनऊ सीतापुर रेलखंड और लखनऊ सीतापुर हाईवे के बीच में करीब 2 किलोमीटर लंबी पट्टी है. यह लखनऊ विकास प्राधिकरण की अर्जित भूमि है. इस बहुमूल्य जमीन पर लोगों ने सालों से अवैध कब्जा किया हुआ है. लगभग 2 किलोमीटर में से 1 किलोमीटर में कच्ची झोपड़ियां बनी हुई हैं. जबकि आधे क्षेत्र में कुछ पक्के मकान भी बना लिए गए हैं और बड़ी संख्या में दुकानें हैं. इस अतिक्रमण को हटाने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण की टीम नायब तहसीलदार ज्ञानेंद्र के नेतृत्व में क्षेत्रीय थाने की पुलिस के साथ पहुंची थी. झोपड़ियां हटाए जाने के दौरान अधिक विरोध नहीं हुआ. मगर पक्के मकान और दुकानों पर जब जेसीबी आगे बढ़ी तो खासतौर पर महिलाएं और बच्चे सामने आ गए. जमकर नारेबाजी होने लगी.
लखनऊ विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों ने समझाने का प्रयास किया तो एक महिला इस कदर नाराज हो गई कि उसने कर्मचारियों के मुंह पर घूंसा दे मारा. इसके बाद में पुलिस ने आकर पहले लोगों पर सख्ती की और बाद में उनको समझाया बुझाया. एलडीए के नायब तहसीलदार ज्ञानेंद्र ने ईटीवी भारत को बताया कि हमने स्थानीय लोगों को 24 घंटे का समय दिया है. वे अगर कब्जा खाली कर देंगे तो ठीक, वर्ना हम गुरुवार को एक बार फिर बाद अभियान चलाएंगे.
अब तक 20 स्थानों पर एलडीए ने की कार्रवाई : लखनऊ विकास प्राधिकरण इन दिनों लगातार सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे हटा रहा है. जिसमें सबसे बड़ी कार्रवाई अकबरनगर 1 और अकबरनगर 2 की रही है. इसके बाद पंतनगर रहीम नगर अबरार नगर में भी मकान के बाहर लाल निशान लगा दिए गए थे. बाद में इस संबंध में सरकार ने अपना आदेश वापस ले लिया था. जानकीपुरम में लखनऊ विकास प्राधिकरण ने अपनी कमर्शियल भूमि पहले भी खाली करवाई है, जहां एक पूरी अवैध बस्ती को हटाया गया था. इसके अतिरिक्त लखनऊ विकास प्राधिकरण अवैध निर्माण विरोधी कार्रवाई लगभग रोज कर रहा है. जिसमें न केवल अवैध प्लाटिंग बल्कि अवैध निर्माण को भी ध्वस्त किया जा रहा है.
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने पिछले दिनों पदभार ग्रहण किया है. इसके बाद उन्होंने सरकारी भूमि के कब्जे हटाने संबंधित सख्त आदेश जारी किया है. पिछले करीब 1 महीने में लखनऊ विकास प्राधिकरण 20 स्थान पर कार्रवाई कर चुका है. जबकि अगले पूरे महीने कार्रवाई प्रस्तावित है.