खूंटीः झारखंड के महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के पदाधिकारियों और कर्मियों को अब ट्रेनिंग के लिए दिल्ली और लखनऊ नहीं जाना पड़ेगा. केंद्र सरकार झारखंड सहित ईस्ट जोन के राज्यों के पदाधिकारियों की ट्रेनिंग खूंटी में कराएगी. विभाग के पदाधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए खूंटी में 10 एकड़ भूमि पर प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण नए साल में शुरू होगा.
महिला बाल विकास एवं समाज कल्याण विभाग द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से खूंटी में राज्यस्तरीय प्रशिक्षण केंद्र खोला जाएगा. इसके लिए खूंटी-रांची मार्ग में कोबरा बटालियन के सामने 10 एकड़ जमीन चिह्नित कर आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. यह प्रशिक्षण केंद्र ईस्ट जोन के लिए होगा. जहां झारखंड, बिहार समेत कई पड़ोसी राज्यों के महिला बाल विकास एवं समाज कल्याण विभाग से जुड़े पदाधिकारियों और कर्मियों को आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा. वर्तमान व्यवस्था में झारखंड और बिहार के संबंधित विभाग के पदाधिकारियों और कर्मियों को ट्रेनिंग के लिए दिल्ली और लखनऊ भेजा जाता है.
खूंटी में प्रशिक्षण केंद्र के निर्माण के लिए पिछले दिनों महिला बाल विकास एवं समाज कल्याण विभाग की सहायक निदेशक कंचन सिंह और उनकी टीम ने चिह्नित भूमि का निरीक्षण किया था. इस क्रम में उनके साथ जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुमन सिंह, सीओ, सीडीपीओ समेत कई पदाधिकारी उपस्थित थे. पदाधिकारियों ने भूमि को प्रशिक्षण केंद्र के लिए काफी उपयोगी बताया था.
इस संबंध में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुमन सिंह ने कहा कि महिला एवं बाल विकास के लिए समय-समय पर नई स्कीम आती है. ऐसे में विभागीय पदाधिकारियों को प्रशिक्षित करने के साथ-साथ क्षमतावर्धन की आवश्यकता पड़ती है. ऐसे में भारत सरकार ने ईस्ट जोन के लिए राज्यस्तरीय प्रशिक्षण केंद्र के लिए खूंटी को चुना है. अभी हम लोगों को ट्रेनिंग के लिए दिल्ली और लखनऊ जाना पड़ता है. यह प्रशिक्षण केंद्र खुलने से हम लोग खूंटी में ही प्रशिक्षण ले सकेंगे. उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण केंद्र 10 एकड़ भूमि पर बनेगा. जहां हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी. इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसका फायदा पूरे ईस्ट जोन के महिला बाल विकास एवं समाज कल्याण से जुड़े पदाधिकारियों को होगा.
वहीं मामले में खूंटी डीसी लोकेश मिश्रा ने बताया कि इस तरह के राज्यस्तरीय प्रशिक्षण केंद्र खुलने से झारखंड के लोगों को काफी सुविधा होगी. उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण केंद्र में समाज कल्याण पदाधिकारी, सीडीपीओ, सेविका, सहायिका और अन्य संबंधित कर्मियों को ट्रेनिंग दी जाएगी. इसमें भारत सरकार की एजेंसी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक कॉरपोरेशन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट का तकनीकी सहयोग रहेगा. प्रशिक्षण केंद्र खुलने से खूंटी की प्रदेश में एक अलग पहचान बनेगी. यहां के लोगों को रोजगार का भी अवसर मिलेगा.
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