रेवाड़ी: हरियाणा के रेवाड़ी में महिला का गलत ऑपरेशन (Woman Wrong Operation In Rewari) का मामला सामने आया है. मामले में पुलिस ने निजी अस्पताल के डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस को दी शिकायत में बताया गया है कि महिला को दाईं ओर पथरी थी. वो निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हुई, लेकिन डॉक्टर ने महिला का ऑपरेशन दाईं की जगह बाईं तरफ कर दिया. डॉक्टर ने पहले तो अपनी गलती मानने से इंकार कर दिया. जब ऑपरेशन के कागजात और रिपोर्ट उनकी गलती के गवाह बने, तो डॉक्टर ने दूसरी किडनी का फ्री ऑपरेशन करने का ऑफर दिया.
रेवाड़ी में महिला का गलत ऑपरेशन: पीड़ित परिवार ने डॉक्टर के ऑफर को ठुकराकर कानूनी लड़ाई लड़ने का फैसला किया. मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. बताया जा रहा है कि गुरुग्राम के राठीवास के अजय कुमार राठी की पत्नी गुड्डी के पेट में दर्द उठा. जिसके बाद वो 13 फरवरी को रेवाड़ी के निजी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे. जहां डॉक्टरों ने उसका अल्ट्रासाउंड किया. रिपोर्ट में दाई किडनी में पथरी (स्टोन) बताई गई. निजी अस्पताल ने उपचार के लिए नागरिक अस्पताल के पास विख्यात प्राइवेट अस्पताल में जाने की सलाह दी.
किडनी में पथरी का किया इलाज: अजय का कहना है कि वो उस अस्पताल पहुंचे और पत्नी को उपचार के लिए भर्ती करा दिया. वहां मौजूद डॉक्टर अशोक गुप्ता ने अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट देखकर एक्स-रे किया और तुरंत ऑपरेशन की सलाह दी. देर शाम को डॉक्टर गुप्ता ने पथरी का ऑपरेशन (Woman Wrong Operation In Rewari) कर दिया. अजय का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद दवा देने में भी चूक की गई. उसने जब सुबह इसकी शिकायत डॉक्टर से की, तो उन्होंने माना कि दवा देना भूल गए. दो दिन बाद उसकी पत्नी को डिस्चार्ज कर दिया गया और 5 से 6 दिन बाद आकर चेकअप कराने के लिए कहा.
दाई की जगह बाई तरफ ऑपरेशन: अजय का कहना है कि घर पहुंचकर उन्होंने जब डिस्चार्ज समरी देखी, तो उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई. समरी में दाई के स्थान बाई ओर की किडनी का ऑपरेशन दिखाया गया. इसके बाद उन्होंने तुरंत फोन पर अस्पताल से संपर्क साधा और गलत ऑपरेशन की बात कही. अस्पताल स्टाफ ने कहा कि शायद समरी रिपोर्ट गलत बन गई होगी. इसके बाद वो डॉक्टर से आकर दोबारा मिले. जिसके बाद उसकी पत्नी का दोबारा अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे और सीटी स्कैन किया गया. जिसकी अस्पताल की तरफ से कोई रिपोर्ट नहीं दी और कहा कि सब ठीक है.
डॉक्टर ने दिया फ्री ऑफर: 23 फरवरी को अजय कुमार ने डॉक्टर अशोक से मुलाकात की. डॉक्टर ने बताया कि हमसे कोई गलती नहीं हुई और ऑपरेशन सही है. अजय ने सवाल किया कि जब बाई किडनी में कोई परेशानी ही नहीं थी, तो ऑपरेशन किस चीज का किया गया है. जब रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई, तो डॉक्टर ने दाई किडनी का फ्री ऑपरेशन करने का ऑफर दिया और कहा कि पत्नी को अस्पताल में दोबारा एडमिट कर दो, उसका स्टंट और पथरी दोनों निकाल देंगे. अजय ने कहा कि उसने डॉक्टर के ऑफर को ठुकरा कर सबक सिखाने का निर्णय लिया.
अजय कुमार ने पत्नी को एक अन्य प्राइवेट अस्पताल भर्ती कराकर दाई किडनी के स्टोन का ऑपरेशन (Woman Wrong Operation In Rewari) कराया. अजय ने कहा कि डॉक्टर अशोक गुप्ता की लापरवाही के कारण उसे एक ही बीमारी का दो बार इलाज कराना पड़ा. उसकी पत्नी का जीवन भी खतरे में पड़ गया. इस दौरान वो और पूरा परिवार मानसिक प्रताड़ना के दौर से गुजरा.
डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज: अजय ने कहा कि उसने अपने कानूनविदों से बातचीत करने के बाद नगर के सिटी थाना में डॉक्टर व अस्पताल के खिलाफ शिकायत दी. गोकल गेट चौकी इंचार्ज नरेश कुमार ने कहा कि शिकायत मिलने के बाद नागरिक अस्पताल से संपर्क किया गया. मेडिकल बोर्ड ने जांच में पाया कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण दाई के स्थान पर बाई किडनी का ऑपरेशन किया गया है. रिपोर्ट मिलने के बाद डॉक्टर और अस्पताल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.