लखनऊ: राजधानी में 5 अगस्त को एक बुजुर्ग महिला की हत्या की गयी थी. एलडीए कालोनी में हुई बुजुर्ग महिला की हत्या का खुलासा पुलिस ने शुक्रवार को किया. महिला की हत्या प्रेमी प्रेमिका ने चंद रुपयों के लालच में की थी.
सूरज और अर्चना ने मिलकर बनाया प्लान: आरोपी सूरज यादव उन्नाव के औरास थानाक्षेत्र का रहने वाला है. उसको ऑनलाइन गेम खेलने की लत है. वह उसमें काफी रुपये हार गया. इसी दौरान उसकी दोस्ती अर्चना शर्मा से हुई. वह एलडीए कालोनी में रहती थी. सूरज यादव की अर्चना आर्थिक मदद करती रहती थी. जब सूरज पर ज्यादा कर्ज हो गया, तो उसने अर्चना को अपनी परेशानी बताई. अर्चना ने बुजुर्ग महिला सरला के घर में लूट का सुझाव दिया.
दोनों ने मिलकर वारदात को दिया अंजाम: सूरज और अर्चना 5 अगस्त को सरला के घर के सामने पार्क में पहुंचे. पहले अचर्ना सरला के घर में घुसी. मौका पाकर उसने प्रेमी सूरज को घर के अंदर बुला लिया. जैसे ही सरला पानी लेकर पहुंची. सूरज से गमछे से उसका मुंह दबा दिया. अर्चना से दुपट्टे से महिला के पैर बांध दिये. सूरज ने पीछे रखी मूर्ति से बुजुर्ग महिला के सिर पर वार कर दिया, जिससे महिला बेहोश हो गयी. इसके बाद सूरज ने गमछे से गला कस कर महिला को मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद दोनों अंगूठी, झुमके, टॉप्स, मोबाइल और घड़ी लेकर फरार हो गये.
गमछे से हुई हत्यारों की पहचान: पुलिस को जांच के दौरान पार्क के पास का सीसीटीवी फुटेज मिला. इसमें दो लोगों में से एक शख्स गमछा डालकर पार्क में दाखिल हुआ था. जब वह पार्क से बाहर निकला, तो उसके गले में गमछा नहीं था. पुलिस को महिला की लाश के गले में गमछा मिला, तो पुलिस का शक यकीन में बदल गया.
मोबाइल के लालच में खुल गयी पोल: वृद्धा को मौत के घाट उतारने के बाद, अर्चना ने वहां रखे दो मोबाइल फोन भी उठा लिये थे. इनमें से एक मोबाइल बिल्कुल नया था. ये सरला को उसकी बेटी ने गिफ्ट दिया था. इस मोबाइल की रसीद जल्दबाजी में अर्चना वहीं छोड़कर चली गयी. जांच के दौरान पुलिस के हाथ ये रसीद लग गयी. रसीद की मदद से पुलिस ने आईएमईआई नंबर ट्रेस किया गया. यह मोबाइल अर्चना चला रही थी.
पैर के निशान बने महत्वपूर्ण सुराग: मौका-ए-वारदात पर दो छोटे-छोटे पैरों के निशान मिले थे. ये देखने में किसी छोटे बच्चे के लग रहे थे. जांच में पता चला कि वह निशान अर्चना के पैरों के थे.