जोधपुर. शहर के एक कारोबारी परिवार की बहू ने अपने ससुर, ननद, बहनोई और डॉक्टर पर उसे मानसिक रूप से अस्वस्थ्य घोषित करने और पारिवारिक संपत्ति से बेदखल करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है. इस संबंध में महिला ने महामंदिर थाने में मामला दर्ज करवाया है. पुलिस ने धोखाधड़ी और आपराधिक षंडयत्र रचने की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है.
महामंदिर थानाधिकारी शिवलाल मीणा खुद मामले की जांच कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि दिव्या देवडा पत्नी विवेक देवडा ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि उसका विवाह 2014 में हुआ था. इस शादी से उसका एक बेटा भी है. इस बीच साल 2017 में ससुर किशनसिंह देवडा ने अपने दामाद हितेश को अपने काम में हाथ बटाने के लिए अपने पास बुला लिया. जिसके बाद धीरे-धीरे ननद भी उनके घर पर आकर रहने लगी. इसके बाद उसका वैवाहिक जीवन प्रभावित होने लगा. ननद विनिता और बहनोई हितेश उसका विवेक से तलाक करवाकर उसको संपत्ति से बेदखल करने की रणनीति बनाने लगे.
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बहनोई ने कोर्ट में दिया मानसिक रोगी प्रमाण पत्र : रिपोर्ट के अनुसार दिव्या ने जनवरी में बहनोई के खिलाफ मानसिक क्रूरता का मामला दर्ज करवाया था. हाल ही में उसकी जमानत के लिए हितेश ने हाईकोर्ट में दिव्या के नाम से मानसिक रूप से पीड़ित होने का स्वास्थ्य प्रमाण पत्र पेश किया, जिसकी जानकारी वकील के मार्फत उसे मिली. बाद में पता चला कि यह प्रमाण पत्र गत वर्ष 30 जून को उसके पति के जन्मदिन के दिन डॉ. लक्ष्मणसिंह से तेयार करवाया गया था, जिसके मार्फत ससुर, ननद व बहनोई मिलकर उसे तलाक दिलाकर और उसे अलग कर संपत्ति से बेदखल करवाना चाहते हैं. रिपोर्ट में दिव्या ने बताया कि उसने कभी भी इस तरह के मेडिकल सर्टिफिकेट के लिए आवेदन नहीं किया. इस काम में डॉक्टर की भी मिलीभगत है.