नवादा: झारखंड के धनबाद से अपने मायके जा रही एक गर्भवती महिला को बीच सड़क पर प्रसव पीड़ा शुरू हो गई. महिला दर्द से कराह रही थी, लेकिन मौके पर मौजूद भीड़ में से किसी ने भी उसकी मदद नहीं की. तभी वहां से गुजर रही एक प्राइवेट अस्पताल की नर्स उसके लिए देवदूत बनकर पहुंची.
नवादा में बीच सड़क पर प्रसव: बताया जा रहा है कि पटवा सराय गांव की रहने वाली एक प्राइवेट नर्स रिंकू कुमारी वहां से गुजर रही थी. उसने छटपटाती हुई महिला को देखा और उसकी मदद के लिए आगे आई. महिला ने बेटे को जन्म दिया है. जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित बताए गए हैं.
"मैं रास्ते से आ रही थी तो देखा कि रोड पर बहुत भीड़ लगी हुई है. मैंने देखा एक लेडी पेशेंट हैं. मैंने उनकी पूरी मदद की."- रिंकू कुमारी, प्राइवेट नर्स
देवदूत बनकर पहुंची नर्स: नर्स ने मौके पर मौजूद कुछ महिलाओं से आग्रह कर घेरा लगवाया और प्रसव कराया. तभी एक व्यक्ति ने डायल 112 को सूचित कर दिया. जानकारी मिलते ही चंद मिनटों में डायल 112 की टीम वहां पहुंच गई. इसके बाद महिला को सदर अस्पताल पहुंचाया गया. महिला के अस्पताल पहुंचते ही स्वास्थ्यकर्मी भी हरकत में आ गए और इलाज में जुट गए.
"महिला रोड में बच्चा लेकर बैठी थी और रो रही थी. पहले मुझे लगा कि कोई खेला मदारी वाला है. बाद में पता चला कि महिला को बीच सड़क पर डिलीवरी हो गई है. फिर मैंने कहा कि भाड़ा हम देंगे इनको अस्पताल लेकर चलिए. फिर मैंने 112 पर कॉल किया."-सुनील पासवान, राहगीर
झारखंड के धनबाद से आ रही थी महिला: यह पूरा मामला नगर थाना क्षेत्र के नवादा-जमुई पथ का है, जहां शहर के रेलवे गुमटी के पास महिला ने बच्चे को जन्म दिया. महिला की पहचान कौआकोल के लौहसिंहानी भलुआही गांव निवासी अजय कुमार की पत्नी खुशबू देवी के रूप में हुई है. महिला अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ धनबाद से आ रही थी और अपने मायके जा रही थी. तभी रास्ते में दर्द हुआ और फिर महिला ने बच्चे को जन्म दिया है. रेलवे गुमटी से थोड़ी दूर आगे बढ़ते ही वह प्रसव पीड़ा से तड़पने लगी. दर्द के मारे वह बीच सड़क पर ही छटपटाने लगी.
"तीन नंबर गुमटी पर एक महिला को सड़क पर डिलीवरी हुई है. हमलोग मौके पर गए और महिला को सदर अस्पताल लेकर आए. बच्चा स्वस्थ है. मौके पर भीड़ थी लेकिन किसी ने मदद नहीं की."- मनोज कुमार, एएसआई
ये भी पढ़ें
भागलपुर: अस्पताल की लापरवाही के कारण सड़क पर हुआ महिला का प्रसव, बच्चे की मौत