वाराणसी : जयनगर से नई दिल्ली जा रही स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में गुरुवार रात चलती ट्रेन में हार्टअटैक से महिला यात्री की मौत हो गई. महिला की हालत गंभीर होने के बाद रेलवे को सोशल मीडिया X पर इसकी सूचना दी गई थी. इसके बाद जिला अस्पताल बलिया की टीम स्टेशन पर पहुंची. जिसके बाद महिला को इलाज के लिए बनारस के अस्पताल में ले जाने की बात कही गई. वहीं, परिजन महिला को तत्काल इलाज देने की गुहार लगाते रहे. लेकिन ट्रेन की कोच में कोई मदद नहीं मिली. जब तक ट्रेन बनारस पहुंचती महिला की मौत हो चुकी थी.
बताया जा रहा है कि बेंगलुरु निवासी कीचम्मा काशी दर्शन के लिए जयनगर स्टेशन से स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के एस-1 कोच में सवार होकर आ रही थीं. ट्रेन छपरा रेलवे स्टेशन पहुंची ही थी कि इस दौरान महिला को घबराहट महसूस होने लगी. थोड़ी ही देर बार उनकी हालत खराब हो गई. इस दौरान कीचम्मा के बेटे ने 139 पर कॉल किया तो कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला. इसके साथ ही जब कोच में टीटी या किसी स्टॉफ को मदद के लिए खोजा गया तो कोई नहीं मिला. इसके बाद साथ में यात्रा कर रहे लोगों ने मदद की और रेलकर्मियों को इसकी जानकारी दी.
बलिया जंक्शन पर अस्पताल की टीम आई : इस दौरान किसी ने रेलवे को सोशल मीडिया X पर जानकारी दी गई. X पर पोस्ट करने के बाद महिला के परिजनों के पास रेलवे से फोन आया. महिला के बेटे वेंकटा नारायण ने जानकारी दी कि उसकी मां को हार्ट अटैक आया है. इसकी जानकारी मिलते ही टीम ने अस्पताल ले जाने की बात कही. जब ट्रेन बलिया जंक्शन पहुंची तो अस्पताल की टीम कोच में आई. परिजनों से बात करने और महिला की हालत देखने के बाद उन लोगों ने हायर सेंटर में एडमिट कराने की बात कही. वहीं परिजनों से कहा कि उनका इलाज बनारस में ले जाकर कराएं और टीम ट्रेन से उतर गई.
गाजीपुर से आगे महिला ने तोड़ दिया दम : महिला के परिजनों ने बताया कि ट्रेन बलिया से आगे बढ़ी और गाजीपुर से आगे बढ़ते ही महिला अचेतावस्था में चली गई. थोड़ी ही देर में महिला ने दम तोड़ दिया. इसके बाद परिजनों ने महिला के शव को वाराणसी में उतारा. इसके साथ ही ट्रेन में साथ चल रहे टीटीई ने इस मामले की जानकारी स्थानीय थाने में दी. मामले की जानकारी मिलते ही जीआरपी और आरपीएफ की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. परिजनों से मामले की पूरी जानकारी ली गई और कागजी कार्रवाई पूरी की गई.
प्रधानमंत्री और रेलवे बोर्ड से की शिकायत : वहीं, महिला की मौत के बाद परिजनों ने प्रधानमंत्री और रेलवे बोर्ड से इस मामले की शिकायत की है. परिजनों ने बताया कि ट्रेन में इलाज की सुविधा न मिलने के कारण महिला की जान चली गई है. वहीं, बेटे का कहना है कि मेरी मां की जान इलाज न मिलने से गई है. ट्रेन में इमरजेंसी सुविधा मिलनी चाहिए. बता दें कि महिला अपने परिवार के साथ तीन महीने पहले तीर्थ यात्रा के लिए निकली थी. उसके साथ उसका बेटा, बहू और पोती यात्रा कर रहे थे. वे लोग काशी में दर्शन करने के बाद वापस जाने वाले थे.
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