बीजापुर: बीजापुर में एक तरफ जहां सुरक्षा बलों की टीम नक्सलियों पर कहर बनकर टूट रही है. वहीं दूसरी ओर नक्सलियों के लगाए गए आईईडी में ब्लास्ट होने से सिविलियन लोग भी मारे जा रहे हैं. शनिवार को बीजापुर में एक आईईडी ब्लास्ट में एक ग्रामीण महिला की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि महिला जंगल में तेंदुपत्ता चुनने गई थी तभी उसका पैर नक्सलियों के प्लांटेड आईईडी पर पड़ गया. जिसके बाद तेज धमाका हुआ और महिला की मौत हो गई.
गंगालूर इलाके की घटना: शनिवार को शांति पुनेम नाम की महिला गंगालूर इलाके में तेंदुपत्ता इक्टठा करने गई थी. इस दौरान उसका एक पैर नक्सलियों के आईईडी पर पड़ गया. जिसके बाद ब्लास्ट हुआ और महिला की मौत हो गई. महिला तेंदुपत्ता चुनने में इतना व्यस्त थी कि उसको यह होश नहीं रहा कि उसका पैर कब आईईडी पर पड़ा. यह ब्लास्ट उस इलाके में हुआ जो पीडिया के जंगल से करीब 20 किलोमीटर दूर है.
"बीजापुर और बस्तर के अधिकांश इलाकों में नक्सली जंगल और पगडंडी पर आईईडी प्लांट कर रखते हैं. सबसे ज्यदा नक्सली कच्चे रास्तों और जंगलों में आईईडी प्लांट करते हैं. नक्सली ऐसा सुरक्षाबलों के जवानों को निशाना बनाने के लिए करते हैं, लेकिन कभी भी इन आईईडी का शिकार ग्रामीण हो जाते हैं. जिसमें उनकी मौत हो जाती है": बीजापुर पुलिस
अप्रैल में आईईडी ब्लास्ट में दो लोगों की हुई मौत: इससे पहले 20 अप्रैल को आईईडी ब्लास्ट में एक युवक की मौत हुई थी. 20 अप्रैल को गंगालूर इलाके में नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर आईईडी में विस्फोट होने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 12 अप्रैल को उसी जिले के मिरतुर इलाके में इसी तरह के विस्फोट में सड़क निर्माण में लगे एक मजदूर की जान चली गई.
शुक्रवार को बीजापुर में 12 नक्सली मारे गए: शुक्रवार को इससे पहले बीजापुर में पुलिस नक्सल एनकाउंटर में 12 नक्सली मारे गए. पुलिस ने इलाके में सर्चिंग तेज कर दी है. जंगलों में कई बार नक्सलियों के प्लांटेट आईईडी को सुरक्षाकर्मी बरामद कर लेते हैं और उन्हें डिफ्यूज करने का काम करते हैं.