धनबाद: जिले में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है. इसमें एक व्यक्ति ने पांच साल के मासूम बच्चे की पहले तो पिटाई की और फिर उसे जख्मी हालत में बोरी में बंद ककर भौंरा के जंगल में फेंक दिया. स्थानीय लोगों की सूचना पर सुदामडीह थाना की पुलिस ने बच्चे की जान बचाई और धनबाद के एसएनएमएमसीएच में भर्ती कराया.
घायल बच्चे ने पुलिस को बताया है कि उसे पुरुलिया के रहने वाले आजाद अंसारी नाम के शख्स ने उसे बुआ से मिलाने के बहाने साथ लेकर आया था. बच्चे ने बताया कि उसे आजाद अंसारी ने कब और कैसे बोरे में डाला उसे पता नहीं चला. पुलिस का मानना है कि बच्चे के करीबी परिजन से अंसारी का नाजायज ताल्लुकात हैं. इसे बालक जान गया होगा, तब उसे आरोपी अपनी राह से हटाने के इरादे से धनबाद ले गया और हमला कर मरा समझ बोरे में बंद करके जंगल में फेंक दिया. बच्चे का इलाज धनबाद में किया जा रहा था. 8 दिन बाद धनबाद आकर अब प बंगाल की पुरूलिया पुलिस बच्चे को उसकी मां के साथ सही सलामत ले गई.
चार वर्षों तक आजाद अंसारी ने मां और बेटी से किया दुष्कर्म
बच्चे की मां का कहना है कि पुरुलिया के रहने वाला आजाद अंसारी पिछले चार साल से उसका और उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म कर रहा था. महिला ने बताया कि वह पहले अपने पति के साथ पुरुलिया में रहती थी. वहीं आरोपी व्यक्ति, जो दूसरे समुदाय का है उसका घर में आना जाना था. वह एक दबंग व्यक्ति है. उसने डरा धमका कर पहले उसके साथ गलत काम किया. उसके बाद उसकी आठ साल की बेटी के साथ भी गलत काम किया.
महिला के अनुसार उसका पति आरोपी से डरता था, इसलिए वह कुछ कर नहीं पाया और उन लोगों को छोड़ दिया. इसके बाद आजाद अंसारी जबरन उन लोगों को काटिनपाड़ा अपने घर पर ले गया. यहां भी वह उन लोगों के साथ गलत काम करता रहा. इन सबसे तंग आकर उसने अपनी बेटी को मायके पहुंचा दिया. इसके बाद से आरोपी उन्हें धमका रहा था. 12 अगस्त को आरोपी उसके बेटे को लेकर घर से निकल गया था.
वहीं, बच्चे ने बताया कि आरोपी उसे घर से निकलने के बाद रास्ते में उसे कुछ खिलाया था. इसके बाद उसे कुछ याद नहीं है. वह जंगल में मिला था. मामले में सरायढेला पुलिस ने उसका बयान दर्ज कर लिया है. दूसरी ओर एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक डॉ ज्योति रंजन ने बताया कि बच्चे के सिर में चोट लगने की वजह थोड़ा खून जम गया था, इलाज के बाद ठीक है. आरोपी ने महिला और उसके बच्चों का आधार कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र जला दिया है. बच्चे को आद्रा बाल गृह में रखा गया है. धनबाद के सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी ने कहा कि बच्चा स्वस्थ है. सीडब्ल्यूसी की टीम के निगरानी में बच्चे का इलाज चल रहा था.
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