अलीगढ़/चंदौली/मैनपुरीः इस समय प्रदेश में जंगली जानवरों का आतंक मचा रखा है. बहराइच सहित कई जिले में भेड़िए लगातार हमला कर रहे हैं. वहीं, अब अलीगढ़ में भी भेड़िए के दस्तक देने का दावा ग्रामीणों ने किया है. जिले के गोंडा थाना क्षेत्र के जहरौली गांव के लोगों का कहना है कि भेड़िये ने दो लोगों पर हमला कर घायल कर दिया, जिससे गांव में दहशत का माहौल है. वहीं, वन विभाग की टीम ने भेड़िया न आने की बात कह रही है.
ग्रामीणों के अनुसार बुधवार रात को एक भेड़िया गांव में घुस आया, जिसने घर के आंगन के सो रहे एक बुजुर्ग समेत दो लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया. जैसे तैसे बुजुर्ग और ग्रामीण ने अपनी जान बचाई. भेड़िया को देख परिजनों की चीख निकल गई. शोर शराबा होने पर भेड़िया भाग गया. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से भेड़िया को पकड़ने की गुहार लगाई है. वहीं, भेड़िया के डर की वजह से गांव के बच्चे स्कूल में पढ़ने के लिए भी नहीं जा रहे हैं.
जहरौली के रहने वाले सियाराम ने बताया किरात में वह अपने घर के बाहर सो रहे थे. अचानक से एक भेड़िया आया और हमला कर दिया. भेड़िए ने उनका हाथ अपने मुंह में ले लिया, जिससे उनकी उसकी की चीख निकल गई. आवाज सुनकर परिजन आए और बड़ी मुश्किलों से भेड़िये से बचाया. इसी गांव के बुजुर्ग घनश्याम सिंह ने बताया कि वह रात में खेत पर बनी ट्यूबल पर सो रहे थे. अचानक से भेड़िये ने आकर उनके हाथ पर हमला कर दिया. तुरंत ही उन्होंने दूसरे हाथ से उसका जबड़ा पकड़ लिया. भेड़िया ने दोबारा से जोर किया तो दूसरे हाथ से भी उसका झगड़ा पकड़ लिया. तब जाकर भेड़िए को झटका से दूर फेंका. जिससे वह गिर कर और भाग गया.
गांव के ही रहने वाले दिनेश का कहना कि बीती रात को भेड़िया जैसा कोई जानवर आया था. जिसने रात में ग्रामीणों के ऊपर हमला कर दिया. गांव के दो लोग घायल हो गए हैं. साथ ही जंगली जानवर के हमले से भैंस, बकरी समेत अन्य जानवर को भी घायल कर दिया है. जिला प्रशासन भेड़िये को पकड़ने के लिए टीम की भेज, ताकि गांव के लोग भय मुक्त हो सके. भेड़िया की वजह से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है. डर की वजह से छोटे-छोटे बच्चे पढ़ने के लिए स्कूल भी नहीं जा रहे हैं.
वन विभाग टीम के अधिकारी सरवीर भारती का कहना है कि एक गांव में भेड़िया आने की सूचना मिली थी. गांव में टीम तैनात की गई है. जहरौली गांव में भेड़िया का कोई निशान नहीं मिला है न ऐसा कुछ प्रतीत हो रहा है कि गांव में भेड़िया आया था. गांव में जो घायल हुए हैं, उनसे ऐसा प्रतीत होता है कि किसी कुत्ते ने उनको काट लिया है. वन विभाग की टीम जांच पड़ताल कर रही है कि भेड़िया है या कोई अन्य जानवर.
चंदौली में खेत की रखवाली कर रहे किसान पर भालू ने किया हमला
चंदौली में जंगली जानवर का आतंक रुकने का नाम नहीं ले रहा. चकिया थाना क्षेत्र के भीषमपुर गांव निवासी विश्वनाथ साहनी (49) हिनौत घाट में खेत की रखवाली करने गए थे. इसी दौरान भालू ने विश्वनाथ पर हमला कर दिया. जिससे विश्वनाथ के हाथ और सिर पर गंभीर चोटें आई. शोर गुल सुनकर मौक़े पर जुटे आस पास के ग्रामीणों ने तत्काल लाठी डंडे से भालू को भगाया और घायल को चकिया सयुक्त जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया. जहां चिकित्सकों ने हालत चिंताजनक देख ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया. चंद्रप्रभा रेंजर योगेश कुमार सिंह ने बताया कि चंद्रप्रभा अंतर्गत राजदारी अनुभाग के सेमरिया बीट कंपार्टमेंट शिकारगंज 15 के जंगल में हिनौतघाट के पास जंगल में घूम रहे थे. इस दौरान भालू ने किसान पर हमला कर दिया. इसकी जानकारी हुई है, वन विभाग की टीम जंगल में भालू को पकड़ने के लिए कांबिंग कर रही है.
मैनपुरी में सियार ने किसान पर हमला कर किया घायल
वहीं, मैनपुरी के मामला दन्नाहार थाना क्षेत्र के गांव नगला बीच में किसान उमेश पर सियार ने हमला कर दिया. उमेश बाबू ने बताया कि वह अपने खेतों की तरफ जाकर जा रहे थे. तभी पीछे की तरफ से आए सियार ने उनके ऊपर हमला कर दिया और उसकी टांग को अपने मुंह में दबाकर खा लिया। जब उसने उससे बचने का प्रयास किया तो उसने उसके हाथ को भी काट लिया. इसके बाद उसके हाथ में पड़ी हुई बोतल से उसके ऊपर प्रहार करके उसको पटक कर अपने आप को छुड़ाया शोर मचाना शुरू कर दिया. शोर मचाते ही खेतों पर काम कर रहे किसान लाठी डंडा लेकर उसको बचाने के लिए दौड़े. उन्होंने जंगली जानवर को घेर कर लाठी-डंडों के पीट-पीट कर मार दिया. कुछ ग्रामीणों की मानें तो भेड़िया नहीं सियार था, जो लग रहा था कि पागल हो गया है और लोगों पर हमला कर रहा है. फिलहाल ग्रामीणों से पीट-पीट कर मार दिया है. ग्रामीणों का कहना है भेड़िया हो या सियार खूंखार हो रहे जानवरों को वन विभाग को पकड़ना चाहिए नहीं तो वह किसी को अपना निवाला बना सकते हैं.