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क्या विधानसभा चुनाव से पहले कुणाल षाड़ंगी की होगी घर वापसी! जानिए क्या कहते हैं झामुमो नेता - Kunal Shadangi

Defection in Jharkhand politics.झारखंड विधानसभा चुनाव नजदीक है. ऐसे में पलटी मारने वाले कई असंतुष्ट नेता फिर से ताक में हैं और इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. चर्चा में भाजपा छोड़ चुके कुणाल षाड़ंगी का भी नाम चल रहा है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या कुणाल षाडंगी की घर वापसी मुमकिन है.

Kunal Shadangi
जेएमएम के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय, युवा नेता कुणाल षाड़ंगी और बहरागोड़ा से झामुमो विधायक समीर मोहंती (कोलाज इमेज-ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Aug 14, 2024, 3:09 PM IST

Updated : Aug 14, 2024, 4:41 PM IST

रांची: झारखंड की राजनीति में चुनाव से ठीक पहले नेताओं का एक दल छोड़ दूसरे दल में जाने के मामले बढ़ जाते हैं. 2019 के विधानसभा चुनाव में भी बड़ी संख्या में नेताओं ने दल बदले थे. इसमें से कुछ को दल बदल का लाभ मिला था तो कई ऐसे थे जिनका दांव उल्टा पड़ गया था. जिन नेताओं का दांव उल्टा पड़ा था उसमें से एक थे बहरागोड़ा विधानसभा से विधायक कुणाल षाड़ंगी रहे. हेमंत सोरेन के बेहद करीबी और विश्वसनीय युवा नेता के रूप में तेजी से पहचान बना रहे कुणाल षाड़ंगी तब हेमंत सोरेन का साथ छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे, जब झामुमो संघर्ष कर रहा था. 2019 में बीजेपी प्रत्याशी के रूप में कुणाल की जबरदस्त हार झामुमो प्रत्याशी समीर मोहंती के हाथों हो गई थी.

बयान देते झामुमो विधायक समीर मोहंती और जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडेय. (वीडियो-ईटीवी भारत)

2024 में कुणाल षाड़ंगी के फिर घर वापसी के कयास

2019 में झामुमो छोड़ कर भाजपा में जाने वाले कुणाल षाड़ंगी ने पहले भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता का पद छोड़ा, फिर पार्टी को बाय-बाय कर दिया है. ऐसे में लोकसभा चुनाव के समय से ही उनकी घर वापसी के कयास राज्य की राजनीति में लगते रहे हैं, लेकिन क्या उनकी झामुमो में वापसी की राह आसान हैं यह जानने की कोशिश ईटीवी भारत ने की. ईटीवी ने बात की 2019 में कुणाल को हराने वाले झामुमो विधायक समीर मोहंती और पार्टी के केंद्रीय समिति सदस्य सह प्रवक्ता मनोज पांडेय से.

कुणाल षाड़ंगी की वापसी का सवाल ही नहीं-समीर मोहंती

बहरागोड़ा से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक समीर मोहंती कहते हैं कि उन्हें पूरा भरोसा है कि कुणाल षाड़ंगी की झामुमो में वापसी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि मैं जमशेदपुर से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहता था, लेकिन पार्टी ने मुझ पर भरोसा जताया तो अब विधानसभा चुनाव के समय में उनके लिए कोई जगह कहां है.

समीर मोहंती कहते हैं कि भाजपा में कुणाल षाड़ंगी की सभी संभावनाएं खत्म हो गई थीं, इसलिए उन्होंने भाजपा छोड़ी कि शायद झामुमो की सहानुभूति मिल जाए, लेकिन जो विपत्ति के समय पार्टी को लात मारकर चला गया था उसकी वापसी का सवाल ही नहीं! उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सॉफ्ट दिल के हैं इसका मतलब यह नहीं कि जिन लोगों ने पार्टी के साथ धोखा किया उनको माफ कर देंगे.

शर्त के साथ नहीं होगी किसी की पार्टी में इंट्री-मनोज पांडेय

झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य और केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल होने का आवेदन दे रखा है, लेकिन किसी की पहले से किसी शर्त के साथ पार्टी में प्रवेश नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि किसे झामुमो में प्रवेश मिलेगा, किसे नहीं मिलेगा इसका फैसला गुरुजी और हेमंत सोरेन करेंगे, लेकिन एक बात तय है कि बहरागोड़ा विधानसभा में इस बार भी झारखंड मुक्ति मोर्चा की 2019 से ज्यादा मतों के अंतर से जीत होगी.

2019 में बहरागोड़ा विधानसभा सीट जीते थे समीर मोहंती

बहरागोड़ा विधानसभा सीट झारखंड राज्य के पूर्वी सिंहभूम जिले की सीट है. 2019 विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार के रूप में समीर मोहंती ने 1,06,017 वोट पाकर भाजपा उम्मीदवार कुणाल षाड़ंगी को 60565 वोटों के मार्जिन से हराया था. तब कुणाल षाड़ंगी को 45452 वोट ही मिले थे.

ये भी पढ़ें-

कुणाल षाड़ंगी ने प्रदेश भाजपा प्रवक्ता के पद से दिया इस्तीफा, जानिए क्या है कारण - Kunal Shadangi Resigns

पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने बीजेपी के प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा, कोल्हान में पार्टी को बड़ा झटका! - Kunal Sharangi resigned from BJP

नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री को देना चाहिए इस्तीफा- कुणाल षाडंगी

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बयान देते झामुमो विधायक समीर मोहंती और जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडेय. (वीडियो-ईटीवी भारत)

2024 में कुणाल षाड़ंगी के फिर घर वापसी के कयास

2019 में झामुमो छोड़ कर भाजपा में जाने वाले कुणाल षाड़ंगी ने पहले भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता का पद छोड़ा, फिर पार्टी को बाय-बाय कर दिया है. ऐसे में लोकसभा चुनाव के समय से ही उनकी घर वापसी के कयास राज्य की राजनीति में लगते रहे हैं, लेकिन क्या उनकी झामुमो में वापसी की राह आसान हैं यह जानने की कोशिश ईटीवी भारत ने की. ईटीवी ने बात की 2019 में कुणाल को हराने वाले झामुमो विधायक समीर मोहंती और पार्टी के केंद्रीय समिति सदस्य सह प्रवक्ता मनोज पांडेय से.

कुणाल षाड़ंगी की वापसी का सवाल ही नहीं-समीर मोहंती

बहरागोड़ा से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक समीर मोहंती कहते हैं कि उन्हें पूरा भरोसा है कि कुणाल षाड़ंगी की झामुमो में वापसी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि मैं जमशेदपुर से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहता था, लेकिन पार्टी ने मुझ पर भरोसा जताया तो अब विधानसभा चुनाव के समय में उनके लिए कोई जगह कहां है.

समीर मोहंती कहते हैं कि भाजपा में कुणाल षाड़ंगी की सभी संभावनाएं खत्म हो गई थीं, इसलिए उन्होंने भाजपा छोड़ी कि शायद झामुमो की सहानुभूति मिल जाए, लेकिन जो विपत्ति के समय पार्टी को लात मारकर चला गया था उसकी वापसी का सवाल ही नहीं! उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सॉफ्ट दिल के हैं इसका मतलब यह नहीं कि जिन लोगों ने पार्टी के साथ धोखा किया उनको माफ कर देंगे.

शर्त के साथ नहीं होगी किसी की पार्टी में इंट्री-मनोज पांडेय

झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य और केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल होने का आवेदन दे रखा है, लेकिन किसी की पहले से किसी शर्त के साथ पार्टी में प्रवेश नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि किसे झामुमो में प्रवेश मिलेगा, किसे नहीं मिलेगा इसका फैसला गुरुजी और हेमंत सोरेन करेंगे, लेकिन एक बात तय है कि बहरागोड़ा विधानसभा में इस बार भी झारखंड मुक्ति मोर्चा की 2019 से ज्यादा मतों के अंतर से जीत होगी.

2019 में बहरागोड़ा विधानसभा सीट जीते थे समीर मोहंती

बहरागोड़ा विधानसभा सीट झारखंड राज्य के पूर्वी सिंहभूम जिले की सीट है. 2019 विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार के रूप में समीर मोहंती ने 1,06,017 वोट पाकर भाजपा उम्मीदवार कुणाल षाड़ंगी को 60565 वोटों के मार्जिन से हराया था. तब कुणाल षाड़ंगी को 45452 वोट ही मिले थे.

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Last Updated : Aug 14, 2024, 4:41 PM IST
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