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भाजपा के 'कुंवर' का मुरादाबाद में वीरा और सैफी से मुकाबला, देखें वोट प्रतिशत किसको दिलाता है जीत - Moradabad Lok Sabha Seat

Lok Sabha Election 2024: मुरादाबाद लोकसभा सीट पर पहले चरण में यानी 19 अप्रैल को मतदान होना है. 2014 और 2019 की भांति इस बार भी भाजपा और सपा में सीधा मुकाबला दिख रहा है. लेकिन, बसपा भी पीछे नहीं है. आईए जानते हैं कि 2009 से लेकर 2019 तक भाजपा, सपा, कांग्रेस और बसपा में किस पार्टी का कितना वोट बढ़ा या घटा है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Apr 18, 2024, 2:23 PM IST

मुरादाबाद: Lok Sabha Poll 2024: मुरादाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा और सपा में सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है. लेकिन, इस मुकाबले में बसपा भी पीछे नहीं है. इस कड़े मुकाबले में भाजपा से कुंवर सर्वेश सिंह, सपा से रुचि वीरा और बसपा के इरफान सैफी चुनाव मैदान में हैं.

मुरादाबाद लोकसभा सीट में कांठ, ठाकुरद्वारा, बिजनौर जनपद की बढ़ापुर, मुरादाबाद देहात और मुरादाबाद नगर 5 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. 5 विधानसभा सीट में से 3 पर सपा के विधायक हैं और 2 पर भाजपा के विधायक हैं.

बात 2009 के लोकसभा चुनाव की करें तो कुल 7,61,683 वोट पड़े थे. जिसमें से कांग्रेस पार्टी के अजहरुद्दीन को 3,01,283 वोट मिले थे. जो कुल मतदान का 39.55 प्रतिशत था. वहीं भाजपा के कुंवर सर्वेश सिंह को 2,52,176 प्रतिशत वोट मिला था, जो कुल मतदान का 33.11 प्रतिशत था. बसपा को करीब 19.38 प्रतिशत वोट मिले थे.

2014 के चुनाव में भाजपा के कुंवर सर्वेश सिंह दोबारा से प्रत्याशी बनाए गए. सर्वेश सिंह ने 4,85,224 वोट लेकर जीत हासिल की थी. कुल मतदान का 43.01 प्रतिशत वोट मिला था. भाजपा ने यहां 2009 के मुकाबले 9 प्रतिशत वोट अधिक हासिल किए थे.

सपा प्रत्याशी एसटी हसन को 3,97,720 वोट मिले जो कुल मतदान का 35 प्रतिशत थे. इस चुनाव में सपा को 31.58 प्रतिशत वोट मिले थे. बसपा के याकूब कुरैशी को लगभग 2009 के बराबर यानी 19 प्रतिशत ही वोट मिले थे.

2019 के चुनाव में 2014 के लोकसभा चुनाव की तरह भाजपा और सपा के दोनों प्रत्याशी आमने सामने थे. 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा बसपा के गठबंधन प्रत्याशी एसटी हसन थे. एसटी हसन को 6,49,416 वोट मिले थे. जो कुल मतदान का 50.88 प्रतिशत था. इस बार 15 प्रतिशत वोट अधिक मिले. भाजपा के सर्वेश सिंह को 5,51,538 वोट मिले जो मतदान का 43.21 प्रतिशत वोट मिले. कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी को 4.64 प्रतिशत वोट मिले थे.

2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 43.01 प्रतिशत और 2019 के लोकसभा चुनाव में 43.21 प्रतिशत वोट मिला. यानी दोनों लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिलने वाला वोट एक बराबर था. भाजपा का वोट प्रतिशत में ज्यादा कोई इजाफा नहीं हुआ.

वहीं सपा को 2014 में 35 प्रतिशत वोट मिले, उसमे 31.58 प्रतिशत का इजाफा हुआ था. 2019 के चुनाव में सपा भले ही गठबंधन के साथ लड़ी उसके वोट प्रतिशत में 15 प्रतिशत वोट में इजाफा हुआ जो 50.88 प्रतिशत रहा.

2024 में सपा और भाजपा में कड़ा मुकाबला है. भाजपा अपने 43 प्रतिशत वोट के साथ तीसरी बार मुकाबले में है. वहीं सपा अपने 35 और कांग्रेस के 4 प्रतिशत यानी 39 प्रतिशत वोट के साथ इस चुनाव में सीधी लड़ाई में है.

अब देखना यह है कि सरकार से नाराज वोटर वोट डालते समय नाराजगी दिखाते हुए सपा को वोट देगा या हिंदुत्व के नाम पर एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी पर अपना भरोसा दिखाएगा. भाजपा 4 प्रतिशत वोट के साथ अभी आगे नजर आ रही है. लेकिन, सपा ने हिन्दू महिला प्रत्याशी उतारकर हिन्दू वोटो में सेंधमारी करने की पूरी कोशिश की है. वैसे यह तो आने वाली 4 जून को पता चलेगा जिस दिन मतगणना होगी.

ये भी पढ़ेंः मुरादाबाद लोकसभा सीट; अब तक नहीं जीती कोई महिला, क्या सपा की रुचि वीरा तोड़ेंगी रिकॉर्ड

मुरादाबाद: Lok Sabha Poll 2024: मुरादाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा और सपा में सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है. लेकिन, इस मुकाबले में बसपा भी पीछे नहीं है. इस कड़े मुकाबले में भाजपा से कुंवर सर्वेश सिंह, सपा से रुचि वीरा और बसपा के इरफान सैफी चुनाव मैदान में हैं.

मुरादाबाद लोकसभा सीट में कांठ, ठाकुरद्वारा, बिजनौर जनपद की बढ़ापुर, मुरादाबाद देहात और मुरादाबाद नगर 5 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. 5 विधानसभा सीट में से 3 पर सपा के विधायक हैं और 2 पर भाजपा के विधायक हैं.

बात 2009 के लोकसभा चुनाव की करें तो कुल 7,61,683 वोट पड़े थे. जिसमें से कांग्रेस पार्टी के अजहरुद्दीन को 3,01,283 वोट मिले थे. जो कुल मतदान का 39.55 प्रतिशत था. वहीं भाजपा के कुंवर सर्वेश सिंह को 2,52,176 प्रतिशत वोट मिला था, जो कुल मतदान का 33.11 प्रतिशत था. बसपा को करीब 19.38 प्रतिशत वोट मिले थे.

2014 के चुनाव में भाजपा के कुंवर सर्वेश सिंह दोबारा से प्रत्याशी बनाए गए. सर्वेश सिंह ने 4,85,224 वोट लेकर जीत हासिल की थी. कुल मतदान का 43.01 प्रतिशत वोट मिला था. भाजपा ने यहां 2009 के मुकाबले 9 प्रतिशत वोट अधिक हासिल किए थे.

सपा प्रत्याशी एसटी हसन को 3,97,720 वोट मिले जो कुल मतदान का 35 प्रतिशत थे. इस चुनाव में सपा को 31.58 प्रतिशत वोट मिले थे. बसपा के याकूब कुरैशी को लगभग 2009 के बराबर यानी 19 प्रतिशत ही वोट मिले थे.

2019 के चुनाव में 2014 के लोकसभा चुनाव की तरह भाजपा और सपा के दोनों प्रत्याशी आमने सामने थे. 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा बसपा के गठबंधन प्रत्याशी एसटी हसन थे. एसटी हसन को 6,49,416 वोट मिले थे. जो कुल मतदान का 50.88 प्रतिशत था. इस बार 15 प्रतिशत वोट अधिक मिले. भाजपा के सर्वेश सिंह को 5,51,538 वोट मिले जो मतदान का 43.21 प्रतिशत वोट मिले. कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी को 4.64 प्रतिशत वोट मिले थे.

2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 43.01 प्रतिशत और 2019 के लोकसभा चुनाव में 43.21 प्रतिशत वोट मिला. यानी दोनों लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिलने वाला वोट एक बराबर था. भाजपा का वोट प्रतिशत में ज्यादा कोई इजाफा नहीं हुआ.

वहीं सपा को 2014 में 35 प्रतिशत वोट मिले, उसमे 31.58 प्रतिशत का इजाफा हुआ था. 2019 के चुनाव में सपा भले ही गठबंधन के साथ लड़ी उसके वोट प्रतिशत में 15 प्रतिशत वोट में इजाफा हुआ जो 50.88 प्रतिशत रहा.

2024 में सपा और भाजपा में कड़ा मुकाबला है. भाजपा अपने 43 प्रतिशत वोट के साथ तीसरी बार मुकाबले में है. वहीं सपा अपने 35 और कांग्रेस के 4 प्रतिशत यानी 39 प्रतिशत वोट के साथ इस चुनाव में सीधी लड़ाई में है.

अब देखना यह है कि सरकार से नाराज वोटर वोट डालते समय नाराजगी दिखाते हुए सपा को वोट देगा या हिंदुत्व के नाम पर एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी पर अपना भरोसा दिखाएगा. भाजपा 4 प्रतिशत वोट के साथ अभी आगे नजर आ रही है. लेकिन, सपा ने हिन्दू महिला प्रत्याशी उतारकर हिन्दू वोटो में सेंधमारी करने की पूरी कोशिश की है. वैसे यह तो आने वाली 4 जून को पता चलेगा जिस दिन मतगणना होगी.

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