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पांच बड़ी वजहें, आकाश आनंद से मायावती ने इस वजह से छीना पद व जिम्मेदारी, राजनीतिक वारिस बनाने का फैसला भी इस कारण टाला - why mayawati removed Akash Anand

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : May 8, 2024, 8:20 AM IST

Updated : May 8, 2024, 10:05 AM IST

WHY MAYAWATI REMOVED AKASH ANAND: बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के नेशनल कोओर्डिनेटर और अपने उत्तराधिकारी पद से हटा दिया है. मायावती ने एक्स पर इसे लेकर पोस्ट भी साझा की है. चलिए पांच प्वाइंट में समझते हैं आखिर बहनजी को यह फैसला क्यों लेना पड़ा?

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AKASH ANAND, MAYAWATI. (photo credit: Etv Bharat)

WHY MAYAWATI REMOVED AKASH ANAND: हैदराबादः बसपा सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के नेशनल कोओर्डिनेटर और अपने उत्तराधिकारी पद से हटा दिया है. यहीं नहीं बहनजी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर उन्होंने पोस्ट साझा करते हुए उन्हें अभी परिपक्व न होने की बात लिखी है. चलिए जानते हैं आखिर बहनजी को ऐसा सख्त फैसला क्यों लेना पड़ा.

कौन हैं आकाश आनंद?
बसपा सुप्रीमो मायावती के भाई आनंद के बेटे हैं आकाश आनंद. वह मायावती के भतीजे हैं और 28 साल के हैं. उन्होंने लंदन से एमबीए की पढ़ाई की है. मार्च 2024 में उनकी शादी बसपा के वरिष्ठ नेता सिद्दार्थ की बेटी प्रज्ञा से हुई थी. उन्हें मायावती का राजनीतिक वारिस माना जाता था. बीते साल दस दिसंबर को मायावती ने उन्हें नेशनल कोआर्डिनेटर समेत कई राज्यों की जिम्मेदारी दी थी. मायावती ने उनसे कल यह सभी जिम्मेदारियां छीन लीं.

ये भी पढ़ेंः भाजपा पर जमकर बरस रहे आकाश आनंद की सभी रैलियां मायावती ने की रद्द, जानिए क्यों ऐसा किया? - Lok Sabha Election 2024

आकाश आनंद को हटाने की पांच बड़ी वजहें

  • बीती 28 अप्रैल को सीतापुर में रैली के दौरान योगी आदित्यनाथ की सरकार की तुलना उन्होंने आंतकियों से कर दी थी. उनका यह भाषण सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में आय़ा था. इसके बाद वह सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में रहे थे. उनके खिलाफ सीतापुर में एक मुकदमा भी दर्ज कराया गया.
  • आकाश आनंद को कई बार भीड़ के सामने आपा खोते देखा गया. वह बेहद आक्रामक शैली में भाषण देते नजर आए.
  • आकाश आनंद में राजनीतिक परिपवक्ता न होने का जिक्र मायावती ने सोशल मीडिया पर किया है. उनमें बहनजी को वह मैच्युरिटी नहीं दिखी जो एक अनुभवी राजनीतिज्ञ में होती है. इस वजह से बहनजी को यह फैसला लेना पड़ा.
  • विदेश में पढ़े आकाश आनंद को बीएसपी ने सौम्य-सरल व पढ़े-लिखे नेता के रूप में जनता के सामने पेश किया था लेकिन आकाश के बयानों ने बीएसपी के लिए ही परेशानी खड़ी कर दी. इससे पार्टी की रणनीति को धक्का लगा. शायद यही वजह है कि मायावती ने उन्हें फिलहाल अपने राजनीतिक वारिस के रूप से भी हटा दिया है.
  • एक तरह से यह भी माना जा रहा है कि मायावती ने आकाश आनंद को हटाकर एक तरह से बीएसपी की भावी पीढ़ी को केस और मुकदमों से बचाने का प्रयास किया है. शायद वह नहीं चाहती है कि बीएसपी की भावी पीढ़ी इन चक्करों में पड़े.

ये भी पढ़ेंः मायावती ने आकाश आनंद को BSP नेशनल कोओर्डिनेटर पद से भी हटाया, उत्तराधिकारी बनाने का फैसला भी वापस

WHY MAYAWATI REMOVED AKASH ANAND: हैदराबादः बसपा सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के नेशनल कोओर्डिनेटर और अपने उत्तराधिकारी पद से हटा दिया है. यहीं नहीं बहनजी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर उन्होंने पोस्ट साझा करते हुए उन्हें अभी परिपक्व न होने की बात लिखी है. चलिए जानते हैं आखिर बहनजी को ऐसा सख्त फैसला क्यों लेना पड़ा.

कौन हैं आकाश आनंद?
बसपा सुप्रीमो मायावती के भाई आनंद के बेटे हैं आकाश आनंद. वह मायावती के भतीजे हैं और 28 साल के हैं. उन्होंने लंदन से एमबीए की पढ़ाई की है. मार्च 2024 में उनकी शादी बसपा के वरिष्ठ नेता सिद्दार्थ की बेटी प्रज्ञा से हुई थी. उन्हें मायावती का राजनीतिक वारिस माना जाता था. बीते साल दस दिसंबर को मायावती ने उन्हें नेशनल कोआर्डिनेटर समेत कई राज्यों की जिम्मेदारी दी थी. मायावती ने उनसे कल यह सभी जिम्मेदारियां छीन लीं.

ये भी पढ़ेंः भाजपा पर जमकर बरस रहे आकाश आनंद की सभी रैलियां मायावती ने की रद्द, जानिए क्यों ऐसा किया? - Lok Sabha Election 2024

आकाश आनंद को हटाने की पांच बड़ी वजहें

  • बीती 28 अप्रैल को सीतापुर में रैली के दौरान योगी आदित्यनाथ की सरकार की तुलना उन्होंने आंतकियों से कर दी थी. उनका यह भाषण सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में आय़ा था. इसके बाद वह सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में रहे थे. उनके खिलाफ सीतापुर में एक मुकदमा भी दर्ज कराया गया.
  • आकाश आनंद को कई बार भीड़ के सामने आपा खोते देखा गया. वह बेहद आक्रामक शैली में भाषण देते नजर आए.
  • आकाश आनंद में राजनीतिक परिपवक्ता न होने का जिक्र मायावती ने सोशल मीडिया पर किया है. उनमें बहनजी को वह मैच्युरिटी नहीं दिखी जो एक अनुभवी राजनीतिज्ञ में होती है. इस वजह से बहनजी को यह फैसला लेना पड़ा.
  • विदेश में पढ़े आकाश आनंद को बीएसपी ने सौम्य-सरल व पढ़े-लिखे नेता के रूप में जनता के सामने पेश किया था लेकिन आकाश के बयानों ने बीएसपी के लिए ही परेशानी खड़ी कर दी. इससे पार्टी की रणनीति को धक्का लगा. शायद यही वजह है कि मायावती ने उन्हें फिलहाल अपने राजनीतिक वारिस के रूप से भी हटा दिया है.
  • एक तरह से यह भी माना जा रहा है कि मायावती ने आकाश आनंद को हटाकर एक तरह से बीएसपी की भावी पीढ़ी को केस और मुकदमों से बचाने का प्रयास किया है. शायद वह नहीं चाहती है कि बीएसपी की भावी पीढ़ी इन चक्करों में पड़े.

ये भी पढ़ेंः मायावती ने आकाश आनंद को BSP नेशनल कोओर्डिनेटर पद से भी हटाया, उत्तराधिकारी बनाने का फैसला भी वापस

Last Updated : May 8, 2024, 10:05 AM IST
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