रांची: संथाल के बोरियो विधानसभा क्षेत्र से झारखंड मुक्ति मोर्चा के पूर्व विधायक लोबिन हेंब्रम शुक्रवार को चंपाई सोरेन के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल नहीं होंगे. रांची के पुरानी विधानसभा परिसर स्थित सरकारी आवास में ही लोबिन हेम्ब्रम हैं लेकिन उन्होंने मीडिया से दूरी बना ली है.
ईटीवी भारत की टीम लोबिन हेंब्रम के आगे के रुख की जानकारी लेने उनके आवास पहुंची. सफेद हाफ शर्ट और संथाल के परंपरागत लुंगी पहने लोबिन हेम्ब्रम आवास से बाहर भी निकले लेकिन कैमरे पर बात करने से इनकार करते हुए उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि वह कल भाजपा में शामिल नहीं होंगे.
सबसे पहले लोबिन ने ही चंपाई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की दी थी जानकारी
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो के कद्दावर नेता रहे चंपाई सोरेन को विधिवत भाजपा में शामिल कराने की भव्य तैयारी की जा रही है, लेकिन इस मिलन समारोह में लोबिन हेम्ब्रम शामिल नहीं होंगे. जबकि पहले लोबिन ने बीजेपी में शामिल होने की बात कही थी, उन्होंने ही सबसे पहले चंपाई सोरेन के बीजेपी में जाने के संकेत दिए थे.
क्या दुविधा में हैं लोबिन हेंब्रम या भाजपा अब नहीं दे रही भाव?
सवाल उठता है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के संथाल के कद्दावर नेता रहे लोबिन हेंब्रम ने खुद ही यह घोषणा की थी कि वह भाजपा में शामिल होंगे. ऐसे में अब कल के मिलन समारोह में लोबिन के शामिल नहीं होने की खबर से कयासों का दौर शुरू हो गया है.
क्या दुविधा में फंसे हैं लोबिन हेम्ब्रम
झारखंड की राजनीति को बेहद करीब से देखने वाले वरिष्ठ पत्रकार सतेंद्र सिंह कहते हैं कि लोबिन हेंब्रम की तबीयत पिछले दिनों खराब थी. एक वजह यह भी हो सकता है कल भाजपा ज्वाइन नहीं करने का और दूसरी वजह यह भी हो सकता है कि लोबिन हेंब्रम उधेड़बुन और दुविधा में फंसे हों. इसकी वजह भी है. संथाल का कोई भी झामुमो नेता तीर-धनुष यानि JMM छोड़ कर राजनीति में सफल नहीं हुआ है. हेमलाल मुर्मू जैसा कद्दावर नेता को भी करीब 10 वर्षों तक भाजपा में रहने के बाद घर वापसी के लिए मजबूर होना पड़ा. स्टीफन मरांडी, साइमन मरांडी जैसे बड़े कद्दावर नेता भी झामुमो छोड़ कर सफल नहीं हुए. ऐसे में उनकी दुविधा जायज हो सकती है.
भाजपा अलग से उनके लिए करा सकती है मिलन समारोह कार्यक्रम
वहीं, झारखंड में भाजपा की राजनीति को बेहद करीब से देखने वाले वरिष्ठ पत्रकार राजेश कुमार कहते हैं कि संभव है कि कल चम्पाई सोरेन के मिलन समारोह के लिए भाजपा की ओर से लोबिन को निमंत्रण ही नहीं मिला हो. वरिष्ठ पत्रकार संभावना जताते हैं कि संभव है कि भाजपा उनके लिए अलग से मिलन समारोह कराए और वह संथाल में ही हो.
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