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Jharkhand Election 2024: डुमरी से आजसू का कौन होगा प्रत्याशी, तीन नेताओं ने ठोंक रखा है दावा

झारखंड विधानसभा चुनाव में डुमरी सीट आजसू चुनाव लड़ेगी. हालांकि अभी तक यहां से प्रत्याशी तय नहीं किया गया है.

AJSU CANDIDATE FOR DUMRI
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 19, 2024, 6:04 PM IST

Updated : Oct 19, 2024, 6:18 PM IST

गिरिडीहः एनडीए के सीट बंटवारा में गिरिडीह जिले की डुमरी सीट एक बार फिर से आजसू पार्टी के पाले में गई है. हालांकि अभी तक यहां से उम्मीदवार तय नहीं किया गया है. अभी इस सीट पर पार्टी के तीन नेता दुर्योधन महतो, यशोदा देवी और बैजनाथ महतो छोटू ने दावा ठोंक रखा है. तीनों को उम्मीद है कि पार्टी हाईकमान टिकट उन्हें ही देगी. ईटीवी भारत ने तीनों से बात की.

क्या कहते हैं दुर्योधन

व्यवसाय से जुड़े दुर्योधन महतो का नाम भले ही राजनीति में नया हाई लेकिन इनके परिवार का राजनीतिक इतिहास रहा है. दुर्योधन के पिता कैलाश महतो सीपीआई के नेता थे. इनके पिता की पकड़ भी क्षेत्र में रही थी. वहीं दुर्योधन भी अपनी बिरादरी के दमदार नेता बताए जाते हैं. पिछले दिनों काफी तामझाम से इनकी जॉइनिंग आजसू में हुई थी. उस दिन से ही इन्हें इस सीट के लिए दावेदार माना जाता है. दुर्योधन कहते हैं कि टिकट तो उनका ही पक्का है. वे इस सीट पर पार्टी को जीता सकते हैं.

आजसू के संभावित प्रत्याशियों से बात करते हुए संवाददाता अमरनाथ सिन्हा (ईटीवी भारत)

क्या कहती हैं यशोदा

यशोदा देवी की भी पकड़ डुमरी विधानसभा क्षेत्र में है. यशोदा डुमरी की प्रमुख भी रह चुकी हैं. यशोदा के दिवंगत पति स्व दामोदर महतो भी डुमरी के दिग्गज नेता रह चुके हैं. आजसू ने 2019 और 2023 के उपचुनाव में इन्हें उम्मीदवार बनाया था. 2019 के चुनाव में यशोदा को 36840 तो 2023 के उप चुनाव में इन्हें 83164 मत मिला था. इस बार भी इनका दावा मजबूत माना जा रहा है. यशोदा देवी का कहना है कि उनकी पकड़ डुमरी विधानसभा क्षेत्र के एक एक गांव में है. सभी उन्हें जानते हैं और उन्हें पूरा भरोसा है कि पार्टी उन्हें ही उम्मीदवार बनायेगी.

क्या कहते हैं बैजनाथ

बैजनाथ महतो छोटू का नाम भी काफी पुराना है. झारखंड गठन के बाद जिले में आजसू को मजबूत करने में इनका योगदान रहा है. 2005 के विधानसभा चुनाव में आजसू ने इन्हें डुमरी से उम्मीदवार बनाया था. उस चुनाव में बैजनाथ को 2487 वोट मिला था. इसके बाद यहां से बैजनाथ को उम्मीदवार नहीं बनाया गया. हाल के वर्ष से बैजनाथ किसानों के उत्थान के कार्यों में जुटे हैं. 2023 के उपचुनाव में बैजनाथ ने पार्टी से विद्रोह कर नामांकन कर दिया था. हालांकि बाद में पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो और सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के हस्तक्षेप पर बैजनाथ ने नामांकन वापस लिया था. बैजनाथ का कहना है कि उपचुनाव में उन्हें यह भरोसा दिया गया था कि 2024 के विधानसभा चुनाव में पार्टी उनकी उम्मीदवारी पर विचार करेगी. ऐसे में इस सीट पर उनका भी दावा मजबूत है. बाकी आलाकमान का निर्णय जो होगा.

एक दो दिन में निर्णय: गुड्डू

आजसू के जिलाध्यक्ष गुड्डू यादव ने कहा कि डुमरी सीट को लेकर पार्टी हाईकमान निर्णय ले रहा है. एक दो दिन के अंदर प्रत्याशी की घोषणा कर दी जायेगी.

ये भी पढ़ेंः

झारखंड विधानसभा चुनाव में नया होगा डुमरी का रण, कायम रहेगी बादशाहत या फिर बदलेगा इतिहास

डुमरी सीट पर भाजपा का दावा, प्रदीप ने कहा- बीजेपी ही कर सकती है फतह - Jharkhand Assembly Election 2024

जयराम महतो ने जारी की प्रत्याशियों की सूची, डुमरी से खुद लड़ेंगे चुनाव - Jairam Mahto

गिरिडीहः एनडीए के सीट बंटवारा में गिरिडीह जिले की डुमरी सीट एक बार फिर से आजसू पार्टी के पाले में गई है. हालांकि अभी तक यहां से उम्मीदवार तय नहीं किया गया है. अभी इस सीट पर पार्टी के तीन नेता दुर्योधन महतो, यशोदा देवी और बैजनाथ महतो छोटू ने दावा ठोंक रखा है. तीनों को उम्मीद है कि पार्टी हाईकमान टिकट उन्हें ही देगी. ईटीवी भारत ने तीनों से बात की.

क्या कहते हैं दुर्योधन

व्यवसाय से जुड़े दुर्योधन महतो का नाम भले ही राजनीति में नया हाई लेकिन इनके परिवार का राजनीतिक इतिहास रहा है. दुर्योधन के पिता कैलाश महतो सीपीआई के नेता थे. इनके पिता की पकड़ भी क्षेत्र में रही थी. वहीं दुर्योधन भी अपनी बिरादरी के दमदार नेता बताए जाते हैं. पिछले दिनों काफी तामझाम से इनकी जॉइनिंग आजसू में हुई थी. उस दिन से ही इन्हें इस सीट के लिए दावेदार माना जाता है. दुर्योधन कहते हैं कि टिकट तो उनका ही पक्का है. वे इस सीट पर पार्टी को जीता सकते हैं.

आजसू के संभावित प्रत्याशियों से बात करते हुए संवाददाता अमरनाथ सिन्हा (ईटीवी भारत)

क्या कहती हैं यशोदा

यशोदा देवी की भी पकड़ डुमरी विधानसभा क्षेत्र में है. यशोदा डुमरी की प्रमुख भी रह चुकी हैं. यशोदा के दिवंगत पति स्व दामोदर महतो भी डुमरी के दिग्गज नेता रह चुके हैं. आजसू ने 2019 और 2023 के उपचुनाव में इन्हें उम्मीदवार बनाया था. 2019 के चुनाव में यशोदा को 36840 तो 2023 के उप चुनाव में इन्हें 83164 मत मिला था. इस बार भी इनका दावा मजबूत माना जा रहा है. यशोदा देवी का कहना है कि उनकी पकड़ डुमरी विधानसभा क्षेत्र के एक एक गांव में है. सभी उन्हें जानते हैं और उन्हें पूरा भरोसा है कि पार्टी उन्हें ही उम्मीदवार बनायेगी.

क्या कहते हैं बैजनाथ

बैजनाथ महतो छोटू का नाम भी काफी पुराना है. झारखंड गठन के बाद जिले में आजसू को मजबूत करने में इनका योगदान रहा है. 2005 के विधानसभा चुनाव में आजसू ने इन्हें डुमरी से उम्मीदवार बनाया था. उस चुनाव में बैजनाथ को 2487 वोट मिला था. इसके बाद यहां से बैजनाथ को उम्मीदवार नहीं बनाया गया. हाल के वर्ष से बैजनाथ किसानों के उत्थान के कार्यों में जुटे हैं. 2023 के उपचुनाव में बैजनाथ ने पार्टी से विद्रोह कर नामांकन कर दिया था. हालांकि बाद में पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो और सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के हस्तक्षेप पर बैजनाथ ने नामांकन वापस लिया था. बैजनाथ का कहना है कि उपचुनाव में उन्हें यह भरोसा दिया गया था कि 2024 के विधानसभा चुनाव में पार्टी उनकी उम्मीदवारी पर विचार करेगी. ऐसे में इस सीट पर उनका भी दावा मजबूत है. बाकी आलाकमान का निर्णय जो होगा.

एक दो दिन में निर्णय: गुड्डू

आजसू के जिलाध्यक्ष गुड्डू यादव ने कहा कि डुमरी सीट को लेकर पार्टी हाईकमान निर्णय ले रहा है. एक दो दिन के अंदर प्रत्याशी की घोषणा कर दी जायेगी.

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Last Updated : Oct 19, 2024, 6:18 PM IST
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