भोपाल। मध्यप्रदेश में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल जल्द होने वाला है. पहले विधानसभा और फिर लोकसभा चुनाव से फ्री होने के बाद अब मोहन सरकार प्रशासनिक जमावट में जुट गई है. चुनाव निपटने के बाद अब मुख्यमंत्री मोहन यादव का पहला फोकस मुख्य सचिव और डीजीपी पर है. माना जा रहा है कि इस महीने के अंत तक प्रशासन में इन दोनों प्रमुख पदों पर नई नियुक्तियां हो सकती हैं. मुख्य सचिव के पद के लिए डॉ.राजेश राजौरा का नाम सबसे मजबूत माना जा रहा है.
मुख्य सचिव के लिए राजौरा क्यों मजबूत
मुख्य सचिव पद के लिए जिन अधिकारियो की दौड़ है, राजौरा उसमें सबसे आगे हैं. राजौरा फिलहाल सीएम मुख्यालय में मुख्य सचिव हैं. वहीं नए डीजीपी को लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई हैं. इनमें अजय शर्मा का नाम बेहद मजबूत जाना जा रहा है. वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश भटनागर कहते हैं "मुख्य सचिव के पद के लिए राजौरा का नाम मजबूत होने के पीछे सबसे बड़ी वजह है उनकी कार्यशैली. उसके बाद उनका सीएम डॉ. मोहन यादव से तालमेल भी बेहतर है. संभागों में भी मुख्यमंत्री के गृह जिले उज्जैन की जवाबदारी उनके पास है. कृषि के क्षेत्र में मध्यप्रदेश ने बेहतर तरीके से परफार्म किया है. इसका श्रेय राजेश राजौरा के खाते में भी जाता है."
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6 जिलों के कलेक्टर भी बदले जाएंगे
बता दें कि राजेश राजौरा की कृषि और गृह विभाग में मजबूत पकड़ रही है. वहीं, 6 जिलों के कलेक्टर भी बदले जाने हैं. इसमें विंध्य बुदेलखंड और चंबल के जिलो में कलेक्टर बदले जाएंगे. जिसमें खासतौर पर बुंदेलखंड में छतरपुर, विंध्य में सतना और चंबल में मुरैना भिंड के कलेक्टर बदले जाने की चर्चाए हैं. इसके साथ ही रायसेन और सीहोर के कलेक्टर भी बदले जा सकते हैं. माना जा रहा है कि परफार्मेंस रिपोर्ट के आधार पर अब जिलो के कलेक्टर बदले जाएंगे.