झालावाड़. नई दिल्ली के संसद भवन में एनडीए व भाजपा के सहयोगी दलों की बैठक में नरेंद्र मोदी को तीसरी बार लगातार प्रधानमंत्री का उम्मीदवार चुन लिया गया. ऐसे में नरेंद्र मोदी की 3.0 कैबिनेट में किन-किन नेताओं को जगह मिलने वाली है, इसको लेकर सस्पेंस बरकरार है. एनडीए के घटक दल भी लगातार मोदी कैबिनेट में मंत्री पद दिए जाने की मांग कर रहे हैं. वहीं बात करें प्रदेश में हाड़ौती की, तो इस बार यहां से पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह ने प्रदेश की सबसे बड़ी तीसरी जीत दर्ज की है. ऐसे में दोनों नेताओं में से किसी को एक को मंत्री पद दिए जाने की अटकलों का बाजार गर्म है.
कोटा-बूंदी लोकसभा क्षेत्र से जहां ओम बिरला जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं, तो वहीं सांसद दुष्यंत सिंह ने लगातार झालावाड़ सीट पर पांचवीं बार बड़ी जीत दर्ज कर मंत्री पद पर अपने दावेदारी को मजबूत किया है. ओम बिरला ने कोटा-बूंदी लोकसभा सीट पर भाजपा का दामन छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए प्रहलाद गुंजल को 41974 वोटों से हराया. जबकि सांसद दुष्यंत सिंह ने उर्मिला जैन भाया को मात दे 370989 वोटों से बड़ी जीत दर्ज की.
बिरला निभा चुके हैं लोकसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी: कोटा-बूंदी लोकसभा सीट पर विजयी रहे ओम बिरला 2019 की मोदी कैबिनेट में देश के शीर्ष पद लोकसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी बखूबी निभा चुके हैं. इस दौरान उनके कार्यकाल की तारीफ खुद पीएम मोदी के द्वारा की गई. संसद में होने वाले सांसदों की कार्यशैली से भी ओम बिरला वाकिफ हैं. ऐसे में मोदी सरकार 3.0 में एक बार फिर से लोकसभा के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी ओम बिरला को दी जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं. वहीं प्रदेश की तीसरी बड़ी जीत सांसद दुष्यंत सिंह के नाम दर्ज है. ऐसे में मोदी कैबिनेट में मंत्री पद पर उनका दावा भी मजबूत माना जा रहा है.