लखनऊ: यूपी के दो शहरों लखनऊ और गाजियाबाद में दो आत्महत्याओं ने सभी को चौंका दिया है. इसमें एक यूपी पुलिस में हेड कांस्टेबल तो दूसरा सोने का व्यापारी था. दोनों ने ही अपनी जान ब्लैकमेलर गर्लफ्रेंड से परेशान होकर दी थी. दोनों ने ही पहले अपने प्यार के जाल में फंसाया और फिर बर्बाद करने की धमकी देकर लाखों रुपए वसूल लिए. पैसा खत्म हुआ तो देने को कुछ बचा नहीं ऐसे में पीड़ितों ने अपनी जान ही दे डाली. लेकिन क्या मौत ही आखिरी रास्ता था? क्या कानून की किताब में ऐसी ब्लैकमेलर के खिलाफ कोई आईपीसी या बीएनएस नहीं बनी है? आइए समझते हैं.
2 साल में 6 लाख रुपये दिए फिर भी सिपाही का नहीं छोड़ा पीछा
गाजियाबाद के मुरादनगर में नगर पालिका परिषद में ईवीएम मशीन की सुरक्षा में तैनात सिपाही पम्मी ने आत्महत्या कर ली. आत्महत्या करने से पहले सिपाही ने एक वीडियो बनाया और उसमें उसने बताया कि उसके गांव की एक लड़की से संबंध हो गए थे. दो साल से युवती अपने साथी के साथ उसको ब्लैकमेल कर रही थी. इतना ही नहीं उसको झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रही थी. सिपाही ने वीडियो में कहा था कि वह लड़की को दो साल में छह लाख रुपये दे चुका है. पत्नी के गहने तक बेच कर उसको रुपये दिए थे. लेकिन अब उसके पास पैसे नहीं है और वह पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है. ऐसे में अपनी जिंदगी खत्म करने के सिवाय कोई विकल्प नहीं बचा है.
15 लाख लेकर भी ज्वेलर्स पर युवती ने दर्ज करा दिया रेप का मुकदमा
वहीं, लखनऊ के सैरपुर इलाके में स्थित एक होटल में लखीमपुर खीरी के रहने वाले मनोज सोनी ने आत्महत्या कर ली थी. मनोज ने सुसाइड नोट लिखा था कि 6 वर्ष पहले उनकी दुकान पर आई और उसका मोबाइल नंबर ले गई. फिर धीरे-धीरे अपने प्रेमजाल में फंसा लिया. दो वर्ष बात होने के बाद रुपयों की डिमांड करने लगी. मना करने पर रेप के केस में फंसाने की धमकी दी. इस पर उसने बरगावां स्थित प्लाट सात लाख रुपए में बेचकर रुपए दिए. इसके बाद भी रकम की मांग बढ़ने लगी. मनोज ने वहां दुकान छोड़कर सीतापुर में खोली, लेकिन वहां भी युवती पहुंच गई और रेप का मुकदमा दर्ज करवा दिया. जमानत पर छूट कर आया था. फिर भी नौ लाख रुपए की मांग कर रही थी. सुसाइड नोट में लिखा था उसकी मौत की जिम्मेदार सिर्फ उनकी युवती है.
हर वर्ष ब्लैकमेलर गर्लफ्रेंड से परेशान होकर युवा दे रहे जान
लखनऊ में वर्ष 2021 में एक प्राइवेट जॉब करने वाले युवक को social मीडिया में एक युवती ने प्रेम जाल में फंसाया और फिर ब्लैकमेल करने लगी. जिससे युवक ने अपनी जान दे दी. 2022 में गोमती नगर के कठौता झील में रहने वाले एक अधिवक्ता ने झील में कूद कर अपनी जान दे दी. अधिवक्ता एक युवती की ब्लैकमेल से परेशान थे. वर्ष 2023 में एक युवक ने सगाई से छह दिन पहले ही आत्महत्या कर ली. सुसाइड नोट में उसने बताया कि एक लड़की अपनी कुछ दोस्तों के साथ मिलकर गैंग चलाती है. उसी गैंग का शिकार हुआ और अब वो उसे ब्लैकमेल कर रहीं है.