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उपचुनाव में सपा को 50 फीसदी नकुसान; सिर्फ दो सीटों पर दौड़ी साइकिल, जानिए क्या रही हार की वजह?

UP BY ELECTION RESULT 2024; उपचुनाव में सीट कम आने के बाद सपा नेताओं ने भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप, शासन-प्रशान पर उठाए सवाल

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अखिलेश यादव. (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 23, 2024, 5:23 PM IST

Updated : Nov 24, 2024, 6:38 AM IST

लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली समाजवादी पार्टी को उपचुनाव बड़ा नुकसान हुआ है. 2022 में जीती चार सीटों में से दो हार गई है. इस उपचुनाव में 50 फीसदी नुकसान समाजवादी पार्टी को हुआ है.

सपा कानपुर की सीसामऊ और मैनपुरी की करहल से चुनाव जीतने में सफल हुई है. सीसामऊ से पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी जीती हैं. वहीं, अखिलेश यादव के सांसद बनने से रिक्त हुई करहल भी सपा के खाते में आई है. कई चुनाव से सपा के पास ही है. वहीं, लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा ने उपचुनाव में वापसी करते हुए सहयोगी दल के साथ 7 सीटों पर कब्जा किया है.

बता दें कि 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी इन नौ सीटों में से चार पर काबिज थी. जबकि मीरापुर की सीट आरएलडी गठबंधन से लड़ी थी और समाजवादी पार्टी के गठबंधन को जीत मिली थी. अब उपचुनाव में समाजवादी पार्टी अपने सीट को बचाने में भी नाकाम रही और चार में से सिर्फ दो सीट पर ही जीत दर्ज कर पाई है. जबकि मीरापुर और कुंदरकी मुस्लिम बाहुल क्षेत्र कुंदरकी में 60% मुस्लिम मतदाता हैं और मीरापुर में एक लाख से ज्यादा मुस्लिम मतदाता हैं. इसके बावजूद भी समाजवादी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है.

मुस्लिम मतदाताओं ने समाजवादी पार्टी के पीडीए को नकाराः पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीश मंसूरी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि 9 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में तीन ऐसी सीट हैं, जहां मुस्लिम मतदाता निर्णायक साबित होते थे. कुंदरकी, मीरापुर और कटेहरी विधानसभा सीट पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक साबित होते थे. कटहरी पर कुर्मी और मुस्लिम समाज के लोग समाजवादी को वोट देते थे. जबकि कुंदरकी में 60% मुस्लिम मतदाता समाजवादी को वोट देते आ रहे थे. मीरपुर में एक लाख से ज्यादा मुस्लिम मतदाता समाजवादी पार्टी के समर्थन में वोट देते थे. लेकिन इन सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है. कुंदरकी सीट पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की. ऐसा माना जा रहा है कि मुस्लिम मतदाताओं ने भाजपा को जमकर वोट किया. यही वजह है कि भाजपा प्रत्याशी ने जीत हासिल की है. कुंदरकी के भाजपा प्रत्याशी रामवीर सिंह ने तो मुस्लिम पहनावे को भी अपना लिया था और टोपी और रुमाल में नजर आए थे.

समाजवादी पार्टी के PDA का फार्मूला मुसलमान ने नकार दियाः अनीश मंसूरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने इस उपचुनाव में चार मुस्लिम को टिकट दिया और वह भी अगड़ी जाति के थे. जिसकी वजह से पसमांदा मुसलमान में आक्रोश था. उत्तर प्रदेश में जब भी मुसलमान परेशानी में होता है और सरकार सताती है तो अखिलेश यादव मुसलमान को अल्पसंख्यक कहकर संबोधित करते हैं. मुस्लिम कहके नहीं संबोधित करते हैं ,इसकी वजह से भी मुस्लिम समाज में नाराजगी थी. उन्होंने कहा कि PDA में A से अल्पसंख्यक कहा जाता है. वहीं A से अगड़ा और A से अनुसूचित जाति भी कहा जाता है. जिससे मुस्लिम समाज में नाराजगी रही है. मुसलमान को इस बात की भी शिकायत है कि समाजवादी पार्टी उनके मुद्दे को नहीं उठाती है, सिर्फ वोट बैंक के तौर पर उन्हें इस्तेमाल करती है. यही वजह है कि मुस्लिम मतदाता इस उपचुनाव में बीजेपी की तरफ गया है. जहां मुस्लिम मतदाता निर्णायक साबित होता है वहां पर बीजेपी को जिता कर समाजवादी पार्टी को संदेश दिया है.

सपा प्रवक्ता उदयवीर. (Video Credit; ETV Bharat)
मुस्लिम मतदाताओं से जबरन वोट दिलवाया गयाः वहीं, समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना इकबाल कादरी ने इन आरोपों को नकारा है. उन्होंने कहा कि कि "उपचुनाव में मुस्लिम क्षेत्रों में पुलिस ने बैरिकेड करके मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक पहुंचने नहीं दिया है. जहां-जहां पोलिंग बूथ पर मुस्लिम मतदाता गए हैं तो उनसे जबरदस्ती भाजपा को वोट दिलवाया गया है.
सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चांद . (Video Credit; ETV Bharat)

मतदताओं को भगाकर पुलिस ने डाला वोटः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता उदयवीर ने कहा कि भाजपा सत्ता का दुरुपयोग करके यूपी अपचुनाव जीतना चाह रही है. फूलपुर में मतगणना स्थल पर लाठी चार्ज हो गया. इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ कि मतगणना स्थल पर लाठी चार्ज हुआ हो. क्योंकि वहां लाठी चार्ज करने का स्कोप ही नहीं है. कुंदरकी में सपा और बसपा बराबर चुनाव लड़ती थी, उस वक्त भी बीजेपी नहीं जीत पाती थी. 65% मतदाता सपा के पक्ष में मतदान करते हैं. यहां पर समाजवादी पार्टी हार गई. मुजफ्फरनगर के मीरापुर विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी ने पहले ही 52 पोलिंग बूथ पर दोबारा मतदान करने की मांग की थी. इन 52 बूथों पर कभी बीजेपी को वोट नहीं मिलते थे. पुलिस ने मतदाताओं को भागकर खुद वोट किया है. यही वजह है कि भाजपा उपचुनाव में जीतती दिख रही है.

सीसामऊ में नहीं चला भाजपा षडयंत्रः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि "शासन और प्रशासन ने भाजपा के पक्ष में काम किया. सपा के मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक नहीं जाने दिया गया, जिससे सपा को नुकसान हुआ. कार्यकर्ताओं और मतदाताओं ने शासन और प्रशासन के दबाव के बावजूद पूरी ईमानदारी के साथ संघर्ष किया. सीसामऊ में भाजपा ने जीतने के लिए सभी षडयंत्र रचे और बड़े नेताओं को लगाया, लेकिन जनता ने सपा पर भरोसा जताया. यह जीत भाजपा की रणनीतियों और झूठे मुकदमों के बावजूद हासिल हुई है."

भाजपा ने सत्ता किया दुरुपयोगः फखरुल हसन चंद ने कहा कि कुंदरकी में सपा के 65% मतदाता होने के बावजूद भाजपा ने सत्ता का दुरुपयोग कर जीत दर्ज की. मीरापुर सीट में बंदूक के बल पर मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक नहीं जाने दिया गया. सपा अब 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति बना रही है और पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरेगी. उन्होंने भरोसा जताया कि जनता का समर्थन पार्टी के साथ रहेगा. महाराष्ट्र में एनडीए की सरकार बनने पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा प्रवक्ता ने कहा कि विपक्ष को अपनी हार पर आत्ममंथन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हार के कारणों की समीक्षा कर विपक्ष को नई रणनीति बनानी होगी.

इसे भी पढ़ें-उपचुनाव में बसपा जीरो; इस बार भी तीसरे नंबर से आगे नहीं बढ़ सका हाथी, जानें वोटरों का क्यों मोह हो रहा भंग?

लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली समाजवादी पार्टी को उपचुनाव बड़ा नुकसान हुआ है. 2022 में जीती चार सीटों में से दो हार गई है. इस उपचुनाव में 50 फीसदी नुकसान समाजवादी पार्टी को हुआ है.

सपा कानपुर की सीसामऊ और मैनपुरी की करहल से चुनाव जीतने में सफल हुई है. सीसामऊ से पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी जीती हैं. वहीं, अखिलेश यादव के सांसद बनने से रिक्त हुई करहल भी सपा के खाते में आई है. कई चुनाव से सपा के पास ही है. वहीं, लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा ने उपचुनाव में वापसी करते हुए सहयोगी दल के साथ 7 सीटों पर कब्जा किया है.

बता दें कि 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी इन नौ सीटों में से चार पर काबिज थी. जबकि मीरापुर की सीट आरएलडी गठबंधन से लड़ी थी और समाजवादी पार्टी के गठबंधन को जीत मिली थी. अब उपचुनाव में समाजवादी पार्टी अपने सीट को बचाने में भी नाकाम रही और चार में से सिर्फ दो सीट पर ही जीत दर्ज कर पाई है. जबकि मीरापुर और कुंदरकी मुस्लिम बाहुल क्षेत्र कुंदरकी में 60% मुस्लिम मतदाता हैं और मीरापुर में एक लाख से ज्यादा मुस्लिम मतदाता हैं. इसके बावजूद भी समाजवादी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है.

मुस्लिम मतदाताओं ने समाजवादी पार्टी के पीडीए को नकाराः पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीश मंसूरी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि 9 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में तीन ऐसी सीट हैं, जहां मुस्लिम मतदाता निर्णायक साबित होते थे. कुंदरकी, मीरापुर और कटेहरी विधानसभा सीट पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक साबित होते थे. कटहरी पर कुर्मी और मुस्लिम समाज के लोग समाजवादी को वोट देते थे. जबकि कुंदरकी में 60% मुस्लिम मतदाता समाजवादी को वोट देते आ रहे थे. मीरपुर में एक लाख से ज्यादा मुस्लिम मतदाता समाजवादी पार्टी के समर्थन में वोट देते थे. लेकिन इन सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है. कुंदरकी सीट पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की. ऐसा माना जा रहा है कि मुस्लिम मतदाताओं ने भाजपा को जमकर वोट किया. यही वजह है कि भाजपा प्रत्याशी ने जीत हासिल की है. कुंदरकी के भाजपा प्रत्याशी रामवीर सिंह ने तो मुस्लिम पहनावे को भी अपना लिया था और टोपी और रुमाल में नजर आए थे.

समाजवादी पार्टी के PDA का फार्मूला मुसलमान ने नकार दियाः अनीश मंसूरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने इस उपचुनाव में चार मुस्लिम को टिकट दिया और वह भी अगड़ी जाति के थे. जिसकी वजह से पसमांदा मुसलमान में आक्रोश था. उत्तर प्रदेश में जब भी मुसलमान परेशानी में होता है और सरकार सताती है तो अखिलेश यादव मुसलमान को अल्पसंख्यक कहकर संबोधित करते हैं. मुस्लिम कहके नहीं संबोधित करते हैं ,इसकी वजह से भी मुस्लिम समाज में नाराजगी थी. उन्होंने कहा कि PDA में A से अल्पसंख्यक कहा जाता है. वहीं A से अगड़ा और A से अनुसूचित जाति भी कहा जाता है. जिससे मुस्लिम समाज में नाराजगी रही है. मुसलमान को इस बात की भी शिकायत है कि समाजवादी पार्टी उनके मुद्दे को नहीं उठाती है, सिर्फ वोट बैंक के तौर पर उन्हें इस्तेमाल करती है. यही वजह है कि मुस्लिम मतदाता इस उपचुनाव में बीजेपी की तरफ गया है. जहां मुस्लिम मतदाता निर्णायक साबित होता है वहां पर बीजेपी को जिता कर समाजवादी पार्टी को संदेश दिया है.

सपा प्रवक्ता उदयवीर. (Video Credit; ETV Bharat)
मुस्लिम मतदाताओं से जबरन वोट दिलवाया गयाः वहीं, समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना इकबाल कादरी ने इन आरोपों को नकारा है. उन्होंने कहा कि कि "उपचुनाव में मुस्लिम क्षेत्रों में पुलिस ने बैरिकेड करके मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक पहुंचने नहीं दिया है. जहां-जहां पोलिंग बूथ पर मुस्लिम मतदाता गए हैं तो उनसे जबरदस्ती भाजपा को वोट दिलवाया गया है.
सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चांद . (Video Credit; ETV Bharat)

मतदताओं को भगाकर पुलिस ने डाला वोटः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता उदयवीर ने कहा कि भाजपा सत्ता का दुरुपयोग करके यूपी अपचुनाव जीतना चाह रही है. फूलपुर में मतगणना स्थल पर लाठी चार्ज हो गया. इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ कि मतगणना स्थल पर लाठी चार्ज हुआ हो. क्योंकि वहां लाठी चार्ज करने का स्कोप ही नहीं है. कुंदरकी में सपा और बसपा बराबर चुनाव लड़ती थी, उस वक्त भी बीजेपी नहीं जीत पाती थी. 65% मतदाता सपा के पक्ष में मतदान करते हैं. यहां पर समाजवादी पार्टी हार गई. मुजफ्फरनगर के मीरापुर विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी ने पहले ही 52 पोलिंग बूथ पर दोबारा मतदान करने की मांग की थी. इन 52 बूथों पर कभी बीजेपी को वोट नहीं मिलते थे. पुलिस ने मतदाताओं को भागकर खुद वोट किया है. यही वजह है कि भाजपा उपचुनाव में जीतती दिख रही है.

सीसामऊ में नहीं चला भाजपा षडयंत्रः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि "शासन और प्रशासन ने भाजपा के पक्ष में काम किया. सपा के मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक नहीं जाने दिया गया, जिससे सपा को नुकसान हुआ. कार्यकर्ताओं और मतदाताओं ने शासन और प्रशासन के दबाव के बावजूद पूरी ईमानदारी के साथ संघर्ष किया. सीसामऊ में भाजपा ने जीतने के लिए सभी षडयंत्र रचे और बड़े नेताओं को लगाया, लेकिन जनता ने सपा पर भरोसा जताया. यह जीत भाजपा की रणनीतियों और झूठे मुकदमों के बावजूद हासिल हुई है."

भाजपा ने सत्ता किया दुरुपयोगः फखरुल हसन चंद ने कहा कि कुंदरकी में सपा के 65% मतदाता होने के बावजूद भाजपा ने सत्ता का दुरुपयोग कर जीत दर्ज की. मीरापुर सीट में बंदूक के बल पर मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक नहीं जाने दिया गया. सपा अब 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति बना रही है और पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरेगी. उन्होंने भरोसा जताया कि जनता का समर्थन पार्टी के साथ रहेगा. महाराष्ट्र में एनडीए की सरकार बनने पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा प्रवक्ता ने कहा कि विपक्ष को अपनी हार पर आत्ममंथन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हार के कारणों की समीक्षा कर विपक्ष को नई रणनीति बनानी होगी.

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Last Updated : Nov 24, 2024, 6:38 AM IST
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