रायपुर: एसटी एससी संगठनों के बंद का आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में ज्यादा असर दिख रहा है. बस्तर में सुबह से सभी बाजार बंद है. गाड़ियों के पहिए थमे हुए हैं. सड़क पर गाड़ियां नजर नहीं आ रही है. सुबह 6 बजे से ST, SC और ओबीसी वर्ग के लोग बंद कराने सड़क पर निकल पड़े. नेशनल हाइवे पर ट्रकों की लंबी लाइनें लगी है. हालांकि भारत बंद के दौरान मेडिकल स्टोर्स, अस्पताल, पेट्रोल पंप, गैस, दूध, शासकीय कार्यालय, सभी शैक्षणिक संस्था, ऑटो - रिक्शा, निजी वाहन, एंबुलेंस को राहत दी गई है.
कोंडागांव में दुकानें बंद, भारी पुलिस बल तैनात: कोंडागांव में सुबह से ही सर्व आदिवासी समाज के बंद का व्यापक असर देखा गया. सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे. यातायात पूरी तरह ठप हो गया है. बंद के कारण कोंडागांव के बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा. सुरक्षा के मद्देनजर जिले में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. कोंडागांव नगर में तकरीबन 150 सुरक्षा बलों को चौक-चौराहों पर सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया गया है. फिलहाल, किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.
कांकेर में शाम 5 बजे तक बंद: कांकेर में बंद को समर्थन मिल रहा है. देशव्यापी बंद को चेंबर ऑफ कॉमर्स ने भी समर्थन दिया. सुबह 6 बजे से ही आवश्यक सेवाओं को छोड़कर व्यवसायिक प्रतिष्ठान, स्कूल कॉलेज बंद रखे गए हैं. शाम 5 बजे तक बंद का असर दिखेगा. ST, SC बंद के आह्वान पर सामाजिक संगठनों ने नेशनल हाइवे 30 जाम कर दिया है. हजारों की संख्या में सामाजिक जन सड़क पर बैठे है. नेशनल हाइवे में आवजाही बंद हो गई है. आरक्षण के फैसले को वापस लेने की मांग की जा रही है.
दंतेवाड़ा में भारत बंद का बड़ा असर: दंतेवाड़ा जिले में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के एक दिवसीय भारत बंद का असर दिख रहा है. सुबह 5.30 बजे से ही लोग बस स्टैंड चौक में आ कर धरने पर बैठे है. दंतेवाड़ा किरंदुल बेचली में एनएमडीसी को भी पूर्ण बंद रखा गया है. पब्लिक ट्रांसपोर्ट और आवागमन और व्यापारिक प्रतिष्ठान भी पूरी तरह बंद है.
सूरजपुर में बंद: सूरजपुर में NH 43 पर प्रदर्शनकारियों ने चक्का जाम किया है. प्रदर्शनकारियों ने 2 घंटे से नेशनल हाइवे जाम कर रखा है. इस दौरान हाइवे में दोनों ओर गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई है. लोगों की आवाजाही पर प्रदर्शनकारियों ने प्रतिबंध लगा दिया है.
धमतरी में बंद का नहीं दिखा असर: भारत बंद का धमतरी में मिला जुला असर देखने को मिल रहा है. शहर में ज्यादातर दुकानें खुली रखी गई हैं. लोगों का आवागमन भी आम दिनों की तरह जारी है.
दुर्ग भिलाई में नहीं दिखा बंद का असर: दुर्ग जिले में भारत बंद का असर नहीं दिख रहा है. सभी मार्केट और बाजार खुले हुए हैं.
रायपुर में बंद का मिला जुला असर: रायपुर में बंद का असर देखने को नहीं मिल रहा है. सभी प्राइवेट और गवर्नमेंट स्कूल खुले हुए हैं. छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स ने भी बंद का समर्थन नहीं किया है. लिहाजा मार्केट खुले हैं. आवगमन भी आम दिनों की ही तरह है.
कवर्धा में बंद का असर: कबीरधाम जिले में भारत बंद का मिला जुला असर देखने को मिल रहा है. छोटी दुकानें, टपरी, होटल, यात्री बस रोज की तरह चालू है. मेन मार्केट, बड़ी दुकान बंद है. जिला प्रशासन की टीम व बड़ी संख्या में पुलिस बल चौक चौराहे में तैनात है. पुलिस अधिकारी व जवानों ने शहर में फ्लैग मार्च निकाला है. सड़कों पर आंदोलनकारी बंद कराने निकल रहे हैं.
सरगुजा में भारत बंद का असर: आदिवासी बाहुल्य होने के बाद भी सरगुजा में बंद का असर देखने को नहीं मिल रहा है. स्कूल, कॉलेज, दुकानें सब खुले हुए हैं.
बिलासपुर में बंद का मिला जुला असर: बिलासपुर जिले में बंद का असर देखने को नहीं मिल रहा है. सभी निजी और सरकारी स्कूल खुले हैं. बिलासपुर पुलिस ने सोशल मीडिया पर जारी संपूर्ण लॉकडाउन का पोस्टर को लेकर एडवाइजरी जारी की है. पुलिस ने फर्जी बताते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.
जांजगीर चांपा में भारत बंद का दिख रहा असर: एससी, एसटी, ओबीसी महासभा के आह्वान पर भारत बंद का जांजगीर में असर दिख रहा है. अनुसूचित एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोग सुबह से सड़कों पर निकलकर दुकानें बंद करा रहे हैं. जांजगीर के नेताजी चौक, कचहरी चौक, नैला रोड, केरा रोड में सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद कराया गया है. ज्यादातर निजी स्कूलों की गाड़ियां भी बच्चों को लेने स्कूल नहीं पहुंची.