वाराणसी: भारतीय कुश्ती संघ के नवनियुक्त अध्यक्ष संजय सिंह बबलू उत्तर प्रदेश में पहली बार फेडरेशन कप सीनियर का आयोजन करने जा रहे है. यह 24 अप्रैल से वाराणसी में शुरू होने जा रहा है. वहीं, रविवार को संजय सिंह ने मीडिया को बताया कि एथलीट आयोग का चुनाव भी 25 राज्यों के शीर्ष खिलाड़ियों की मौजूदगी में वाराणसी में ही संपन्न होगा.
पहले दिन फ्री स्टाइल कुश्ती
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह बबलू ने बताया कि सर्वेश्वरी समूह संस्थानम देवस्थान अवधूत भगवान राम कुष्ठ सेवा आश्रम पढ़ाव वाराणसी फेडरेशन कप सीनियर के आयोजक हैं. यह टूर्नामेंट महाराज विभूति नारायण सिंह इंडोर स्टेडियम एमफ़ी थिएटर बीएचयू में 24 से 26 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा. इसका उद्घाटन 24 अप्रैल को अघोरेश्वर गुरु पद संभव राम के द्वारा किया जाएगा. पहले दिन 24 अप्रैल को फ्री स्टाइल कुश्ती स्पर्धा होगी.
टीमों का आगमन 23 अप्रैल से शुरू
उन्होंने कहा कि दूसरे दिन 25 अप्रैल को महिला पहलवान की प्रतियोगिता का आयोजन होगा. अंतिम दिन 26 अप्रैल को ग्रीको रोमन कुश्ती में पहलवान दमखम दिखाएंगे. उन्होंने बताया कि तीन भार वर्गों में आयोजित इस स्पर्धा में 25 राज्यों के 350 पुरुष और 150 महिला पहलवानों कि इसमे सहभागिता होगी. इसके अलावा स्पर्धा में 100 कोच, रेफरी और फिजियोथेरेपिस्ट भी शामिल होंगे. टीमों का आगमन 23 अप्रैल से शुरू हो जाएगा.
वहीं, कार्यक्रम संयोजक राजीव सिंह रानू ने बताया कि इस पूरे आयोजन के लिए वाराणसी के कई बड़े होटलों के कुल ढाई सौ कमरों को बुक किया गया है और सभी पहलवानों के खाने-पीने की व्यवस्था से लेकर अन्य चीजों को मैनेज करने के लिए पूरी एक स्पेशल टीम लगाई गई है. टूर्नामेंट से पूर्वांचल समेत पूर्वोत्तर भारत की प्रतिभाओं को एक बड़ा एक्सपोजर भी मिलेगा.
18 अप्रैल को कुश्ती महासंघ की बैठक
वहीं, ओलंपिक को लेकर संजय सिंह ने बताया कि ब्रिसबेन किर्गिस्तान में क्वालीफाइंग स्पर्धाएं होनी है. इसके मद्देनजर 16 अप्रैल को मैं और पहलवानों की एक टीम किर्गिस्तान के लिए रवाना हो रहे है. भारत के 17 पहलवान जोर आजमाइश कर ओलंपिक कोटा हासिल करने का पूरा प्रयास करेंगे. इसमें 6-6 पहलवान पुरुष और ग्रीको रोमन क्रांतिकारी तथा पांच महिला पहलवान होंगी. वहीं, 18 अप्रैल को एशियाई देशों के कुश्ती महासंघ के प्रमुखों की बैठक भी होगी.
इन विवादों ने कुश्ती का बहुत बड़ा नुकसान हुआ
संजय सिंह ने तमाम विवादों के बाद अपनी जीत और फिर से कुश्ती संघ में अपनी बहाली को लेकर कहा कि यह सारी चीज पुरानी हो गई हैं. मैं यह मानता हूं कि इन विवादों ने कुश्ती का बहुत बड़ा नुकसान किया है, जो लोग भी कुश्ती को बर्बाद करने में जुटे हुए थे, उन्हें करारा जवाब मिल गया है. उन्हें समझ में आ गया है कि उनकी दाल गलने वाली नहीं थी. इसलिए अब सब भूल कर हमें आगे बढ़ाना है बच्चों का बहुत नुकसान हुआ था. अब बच्चे बेहद खुश हैं कि अलग-अलग नेशनल और इंटरनेशनल लेवल के आयोजन के जरिए उनके भविष्य को संवारने का काम कुश्ती संघ करेगा.
संजय सिंह ने बताया कि वाराणसी में पहली बार होने वाला फेडरेशन कप युवा खिलाड़ियों को बड़ा मौका देगा, जिससे उन्हें सरकारी नौकरी पाने में भी मदद मिलेगी. इसके अतिरिक्त एथलीट आयोग के चुनाव में 25 राज्यों के शीर्ष खिलाड़ियों की मौजूदगी में यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के लोग भी मौजूद रहेंगे. उनकी मौजूदगी में यह चुनाव संपन्न होगा और जो वाराणसी में ही होगा. संजय सिंह का कहना है कि जो भी भूमिका हरियाणा और अप को लड़ने के लिए बनाई गई थी, वह सब फेल हो चुकी है.
हमारे बच्चे भटक गए थे
उन्होंने कहा कि अब हम कुश्ती के लिए काम करेंगे और कुश्ती को एक बड़े मुकाम तक ले जाएंगे. भारतीय पहलवानों में वह क्षमता है कि वह ओलंपिक जैसे खेलों में भारत के लिए पदक लेकर आए और हम पहलवानों को इस तरह तैयार करेंगे. संजय सिंह का कहना था कि जो पुरुष या महिला पहलवान विवाद खड़ा कर रहे थे. अब वह भी अब समझ चुके हैं कि कौन सही था कौन गलत. यहीं, वजह है कि विनेश हमारे साथ ओलंपिक क्वालीफाइंग मैच खेलने के लिए भी जा रही है. संजय सिंह ने कहा सब हमारे बच्चे हैं, जो भटक गए थे, लेकिन सब कुश्ती के लिए ही काम कर रहे हैं.
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