जींद: इन दिनों त्योहार का सीजन चल रहा है. करवा चौथ से लेकर व्यापारियों को दीपावली व भैयादूज में भी इस बार काफी फायदा हुआ है. लेकिन अब शादियों का सीजन भी शुरू हो गया है. शादी के सीजन में भी व्यापारियों पर जमकर धन वर्षा होने वाली है. विवाह सीजन को देखते हुए दुकानदारों ने अभी से तैयारियां भी शुरू कर दी है और इसी दिन विवाह का लग्न शुरू होता है. इसलिए व्यापारियों ने अभी से शादी की तैयारियां शुरू कर दी है. ताकि कोई भी ग्राहक खाली न जाए. उसे उसके मनपसंद की चीज उसके बजट में भी मिले. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कार्तिक मास में देवउठनी एकादशी तिथि को महत्वपूर्ण माना जाता है. इसी दिन विवाह का लग्न शुरू होता है.
शादियों का सीजन शुरू: इस बार देवउठनी एकादशी 12 नवंबर मंगलवार को है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से चार माह के बाद जागते हैं और सृष्टि का संचालन करते हैं. उदया तिथि के अनुसार देवउठनी एकादशी का व्रत 12 नवंबर मंगलवार को रखा जाएगा. इसी के साथ ही विवाह के शुभ मुहूर्त की भी शुरुआत हो जाएगी. नवंबर और दिसंबर माह में फिर से शहनाई बजेगी.
नवंबर में 11 तो दिसंबर माह में आठ शुभ मुहूर्त: 11 नवंबर के दिन श्री हरि अपनी योग निंद्रा से बाहर आएंगे. इसके साथ ही पिछले पांच महीनों से थमी शहनाइयां फिर से गूंजेगी. नवंबर में शादी के लिए शुभ मुहूर्त 12, 13, 16, 17, 18, 22, 23, 25, 26, 28, और 29 नवंबर का रहेगा. इसी तरह दिसंबर माह में शादी के लिए शुभ मुहूर्त 3, 4, 5, 9, 10, 11, 13, और 14 दिसंबर रहेगा. 4 दिसंबर को शुभ मुहूर्त शाम 5:15 बजे से 5 दिसंबर को दोपहर 1:02 बजे तक रहेगा. 10 दिसंबर को शुभ मुहूर्त देर रात 10:03 बजे से 11 दिसंबर को सुबह 6:13 बजे तक रहेगा. 14 दिसंबर को शुभ मुहूर्त सुबह 7:06 बजे से शाम 4:58 बजे तक, 15 दिसंबर को शुभ मुहूर्त दोपहर 3:42 बजे से 16 दिसंबर को सुबह 7:06 बजे तक रहेगा.
शादी के लिए एडवांस बुकिंग शुरू: 12 नवंबर से देवोत्थान एकादशी के साथ ही शादियों का धूम-धड़ाका शुरू हो जाएगा. इस दौरान जिले में ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में सैकड़ों जोड़े शादी के पवित्र बंधन में बंधेंगे. इसके लिए होटल, बैंक्वेट हाल को लेकर एडवांस बुकिंग की जा रही है. टेंट हाउस, हलवाई, पंडितों, ब्यूटी पार्लर संचालकों आदि को भी शादी को लेकर एडवांस दिए जा रहे हैं. वहीं, बाजार में ज्वेलरी व कपड़े, फर्नीचर एवं इलेक्ट्रॉनिक दुकानदारों की खूब चांदी होने की उम्मीद है.
ग्राहकों की पसंद के लिए स्पेशल तैयारियां: बाजार स्थित हरि एम्पोरियम के मालिक दीपक सैनी ने बताया कि विवाह समारोह को देखते हुए खास तैयारियां की जा रही है. समारोह को लेकर खास तरह के लहंगे, लांचे, सूट के अलावा एम्ब्रोयडरी, कॉटन, सिल्क सहित कई तरह की वैरायटियां ग्राहकों के लिए उपलब्ध हैं. इसके अलावा गाउन की विवाह समारोह के लिए विशेष डिमांड रहती है. ग्राहकों की पसंद अनुसार कपड़ों की स्पेशल वैरायटी मंगवाई गई हैं.
12 नवंबर से विवाह की शुरुआत: जयंती देवी मंदिर के पुजारी नवीन शास्त्री ने बताया कि जब भी शुभ या मांगलिक कार्य आदि की बात आती है. तो शुभ मुहूर्त जरूर देखा जाता है. हिंदू धर्म में शादी या कोई भी कार्य बिना शुभ मुहूर्त देखे बिना नहीं किया जाता है. पंचांग के अनुसार 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी से विवाह का दौर शुरू होता है. चातुर्मास के चलते सितंबर और अक्टूबर में शादी के लिए कोई मुहूर्त नहीं था. अब नवंबर से शुरू होने जा रहा है और नवंबर में जगत के पालनहार भगवान विष्णु चार महीने बाद योग निद्रा से जागेंगे और एक बार फिर से शहनाइयां बजने लगेंगी. 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी है. वहीं, 13 नवंबर को तुलसी विवाह भी है. इस दिन से सभी प्रकार के मांगलिक कार्य किए जाएंगे. नवंबर में विवाह के लिए 11 दिन शुभ मिल रहे हैं.
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